न्यू ईयर व छुट्टियों पर पर्यटन में बहार: सर्दी की छुट्टियों में बढ़ी सैलानियों की संख्या, इस साल दिसंबर में ही सबसे ज्यादा टूरिस्ट

सर्दी की छुट्टियों में बढ़ी सैलानियों की संख्या, इस साल दिसंबर में ही सबसे ज्यादा टूरिस्ट

जयपुर। प्रदेश में पर्यटन पीक पर है। बीते 5 दिन में जयपुर के 8 पर्यटन स्थलों पर 57,048 पर्यटक आए हैं। वहीं, राजस्थान के अन्य 25 स्थलों पर पर्यटक संख्या 15,484 रही है। इस बार दिसंबर माह में पर्यटन स्थलों पर खासी भीड़ है। क्रिसमस, नए साल और अन्य छुट्टियों से पर्यटन में बहार है। जयपुर में दिसंबर माह में कुल 4,91,797 देशी-विदेशी पर्यटक आए हैं। यह आंकड़ा आमेर, जंतर-मंतर, हवा महल, अल्बर्ट हाॅल, नाहरगढ़, सिसोदिया बाग, विद्याधर बाग, ईसरलाट का है। नए साल तक यह आंकड़ा 5 लाख पार हाे जाएगा। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया प्रदेश के हाेटलाें में 90% से अधिक और जयपुर में 2 जनवरी तक 100% कमरे बुक हैं।

बीकानेर। सर्दियों के साथ ही बीकानेर में टूरिस्ट्स बढ़ने लगे हैं। जूनागढ़ में सुबह से शाम तक देसी-विदेसी सैलानियों की चहलकदमी रहती है। इस साल दिसंबर में ही सबसे अधिक पर्यटक आए हैं। 29 दिसंबर तक 42 हजार देसी पर्यटक बीकानेर आ चुके हैं। हालांकि विदेशी पर्यटकों की संख्या अब भी बेहद कम है। इस महीने सिर्फ 40 विदेशी पर्यटक ही बीकानेर आए। जबकि नवंबर में 33 हजार देसी पर्यटक जूनागढ़ देखने पहुंचे थे। जूनागढ़ के एंट्री गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। स्क्रीनिंग के बाद ही सैलानियों को प्रवेश दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से टूरिस्ट्स को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। हालांकि ऐसी जगह सोशल डिस्टेंसिंग संभव नहीं है।

भरतपुर। क्रिसमस और बड़े दिन की छुट्टियां भरतपुर में पर्यटन व्यवसायियों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। सर्दियों की छुट्टियां शुरू होते ही केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों की बंपर भीड़ आनी शुरू हो गई। उद्यान में हर दिन डेढ़ हजार से अधिक पर्यटक पहुंच रहे हैं। हालात ये हैं कि पर्यटकों को उद्यान घुमाने के लिए घना के अलावा शहरभर से भी रिक्शे लगाए गए हैं लेकिन वह भी सैलानियों की संख्या देखते हुए कम नजर आ रहे हैं।  दिसंबर के महीने में काफी संख्या में पर्यटक केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान पहुंच रहे हैं। दिसंबर में अभी तक 18,443 पर्यटक उद्यान घूमने आ चुके हैं, जबकि बीते नवंबर की बात करें तो करीब 12 हजार पर्यटक उद्यान पहुंचे थे। ऐसे में नवंबर की तुलना में दिसंबर में करीब डेढ़ गुना अधिक पर्यटक उद्यान घूमने आए हैं। दूरदराज से आए सैलानी प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां देख रोमांचित हो रहे हैं और उन्हें तस्वीरों में भी कैद कर रहे हैं। सर्दियों की छुट्टियां शुरू होते ही केवलादेव उद्यान में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 25 से 28 दिसंबर तक 4 दिन में कुल 7891 सैलानी उद्यान पहुंचे हैं। यानी बड़े दिन की छुट्टियां शुरू होते ही हर दिन औसतन एक हजार से अधिक पर्यटक उद्यान घूमने पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की संख्या को देखते हुए उद्यान प्रशासन ने केवलादेव उद्यान के 150 रिक्शों के अलावा शहर भर से करीब 600 अतिरिक्त रिक्शे पर्यटकों के लिए लगाए हैं, लेकिन पर्यटकों की बंपर संख्या के सामने यह रिक्शे भी कम पड़ रहे हैं। हालात यह है कि क्रिसमस के दिन तो उद्यान में 2500 से भी अधिक पर्यटक पहुंचे। इनमें से काफी संख्या में पर्यटकों को तो रिक्शे ही उपलब्ध नहीं हो पाए, मजबूरन सैलानियों को पैदल ही उद्यान घूमना पड़ा। उद्यान प्रबंधन की मानें तो जनवरी के प्रथम सप्ताह तक उद्यान में पर्यटकों की काफी अच्छी संख्या रहने की उम्मीद है। हालांकि उद्यान में इस बार सिर्फ देशी पर्यटक ही पहुंच पा रहे हैं, लेकिन दो साल से कोरोना का दंश झेल रहे उद्यान और पर्यटन व्यवसायियों को देशी पर्यटकों की अच्छी आवक से काफी राहत मिली है।

सवाई माधोपुर। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में टूरिस्ट सीजन अपने पीक पर है। सीजन के इस पीक में न्यू ईयर के चलते रौनक छाई हुई है। रणथम्भौर में इन दिनों सारी छोटी-बड़ी होटल्स फुल हो चुकी है। यहां पर न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए लोगों का अच्छा खासा जमावड़ा लगा हुआ है। रणथम्भौर में दिसम्बर के महीने में पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ हमेशा ही रहती है, लेकिन इस बार ज्यादा भीड़ दिखाई दे रही है। लॉकडाउन के बाद इस बार देशी पर्यटकों के साथ ही विदेशी पर्यटकों की भी अच्छी भीड़ है। रणथम्भौर में इन दिनों पर्यटकों को टाइगर साइटिंग भी अच्छी हो रही है। जिसके चलते टूरिस्ट समेत यहां पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों में भी खासा उत्साह है। रणथम्भौर में फिलहाल जोन नम्बर एक में टी-39, जोन नम्बर 2 में टी-105 उसके तीन और टी-84 ऐरोहेड, जोन नम्बर 3 में टी-84 व टी-19 कृष्णा एरोहेड की मां, जोन नम्बर पांच पर 112 बाघ, जोन नम्बर 8 में टी-61 बाघिन, जोन नम्बर 10 में टी-114 ऐश्वर्या की साइटिंग हो रही है। रणथम्भौर में फिलहाल रोजाना करीब ढाई से तीन हजार पर्यटक टाइगर सफारी कर रहे हैं।

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