Britain@ बच्चों में बढ़ रहा कोरोना : ब्रिटेन में स्कूल खुलने के साथ ही कोरोना के ग्राफ में तेजी, 7 से 11 साल उम्र के 1000 बच्चों में से 27 संक्रमित

प्रदेश में जहां कोरोना केस कम होने के सा​थ ही शिक्षण संस्थानों को पूर्ण रूप से खोलने की तैयार की जा रही है, वहीं विदेशों में स्कूल खुलने के परिणाम सामने आना शुरू हो गए। अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन में भी छोटे बच्चों में कोरोना संक्रमण मिल रहा है।

ब्रिटेन में स्कूल खुलने के साथ ही कोरोना के ग्राफ में तेजी, 7 से 11 साल उम्र के 1000 बच्चों में से 27 संक्रमित

नई दिल्ली, एजेंसी। 
प्रदेश में जहां कोरोना केस कम होने के सा​थ ही शिक्षण संस्थानों को पूर्ण रूप से खोलने की तैयार की जा रही है, वहीं विदेशों में स्कूल खुलने के परिणाम सामने आना शुरू हो गए। अमेरिका(America) के बाद अब ब्रिटेन(Britain)में भी छोटे बच्चों में कोरोना संक्रमण(Corona Infection in children) मिल रहा है। ब्रिटेप में 7 से 11 साल के 1000 बच्चों में से 27 बच्चे कोरोना संक्रमित मिल रहे है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 1 सितंबर को ब्रिटेन में अधिकांश स्कूले खुल गए। इसके बाद रेंडम जांच के दौरान 2.74 प्रतिशत स्कूली बच्चे संक्रमित मिले। सरकार के मुताबिक इंग्लैंड(England) में आम लोगों की रेंडम जांच करने पर 80 में से एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया। जबकि स्कॉटलैंड(Scotland) में सबसे ज्यादा संक्रमण सामने आया है। स्कॉटलैंड में 45 में से एक कोरोना पॉजिटिव(Corona positive) आ रहे है। स्कॉटलैंड के हालात को देखते हुए वहां के मंत्री निकोला स्टर्जन ने एंबुलेंस व्यवस्था के लिए सेना से मदद का आग्रह किया है। वहीं इंग्लैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्कूलों को 3 लाख एयर मॉनिटर्स (Air Monitors)मुहैया कराए हैं। इनसे क्लास रूम में हवा की क्वालिटी की जांच की जाती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हवादार क्लास रूम से संक्रमण का खतरा 70 प्रतिशत तक कम हो जाता है। वहीं अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट (Delta variant)का असर बिना ​टीका वाले लोगों पर ज्यादा हो रहा है। इससे कोरोना से मरने वालों में 30 प्रतिशत तक इजाफा हो गया।

12 से 15 साल के बच्चों को वैक्सीन
वहीं बच्चों में कोरोना का खतरा बढ़ने के साथ ही सरकार ने इससे बचाव की तैयारी शुरू कर दी। ब्रिटेन में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की ओर से सलाह दी गई है कि 12-15 साल के बच्चों को कोविड-19 वैक्सीन(Covid-19 vaccine for children) की सुविधा दी जा सकती है, हालांकि उन्हें बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। ​ब्रिटेन में कोरोना से सवा लाख से अधिक मौत हो चुकी। ब्रिटेन के चिकित्सा अधिकारियों ने स्कूलों में संक्रमण के प्रसार और शिक्षा पर प्रभाव को देखते हुए वैक्सीनेशन की सिफारिश सरकार को की है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ बच्चों को फाइजर या बायोएनटेक वैक्सीन(Pfizer or BioNTech Vaccine) की एक खुराक दी जा सकती है। यह जितनी जल्दी हो सके टीकाकरण का कार्य शुरू कर दिया जाना चाहिए। इस फैसले के बाद लगभग 30 लाख पात्र बच्चों को टीका लगाया जा सकता है। 

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