राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह: देश को संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप आगे बढ़ाना होगा : मुख्यमंत्री

जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ध्वजारोहण कर किया परेड का निरीक्षण, लोक कलाकारों ने लोकगीताें और नृत्य के माध्यम से लोक संस्कृति की छटा बिखेरी।

देश को संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप आगे बढ़ाना होगा : मुख्यमंत्री

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की रहनुमाई में हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, संघर्ष और शहादत से हमने अनमोल आजादी पाई है। इसके बाद हमारे नेताओं ने दूरदर्शी सोच के साथ एक मजबूत लोकतंत्र की नींव रखी और देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया। जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा, बोली जैसी विविधताओं वाले इस राष्ट्र को हमें संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप निरंतर आगे बढ़ाना होगा। देश की युवा पीढ़ी पर यह एक बड़ी जिम्मेदारी है।

गहलोत रविवार को 75वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्टेडियम में ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश आजाद हुआ तब यहां बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं थी। पं. जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, डॉ. अम्बेडकर और मौलाना आजाद जैसे महान नेताओं ने अपनी दूरदर्शिता से भारत को आत्मनिर्भर बनाने की नींव रखी। बीते 74 साल के लंबे सफर में देश के सामने कई गंभीर चुनौतियां आई, लेकिन इन सबका मुकाबला करते हुए देश निरंतर आगे बढ़ता रहा, क्योंकि हमारे लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं। इस लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है।

गहलोत ने कहा कि आजादी के समय राजस्थान में मात्र 13 मेगावाट बिजली बनती थी, लेकिन आज 23 हजार मेगावाट बिजली बनने लगी है। बीते 70 सालों में प्रदेश की तस्वीर बदल गई है। आज प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, एम्स, एनएलयू, एमएनआईटी, निफ्ट जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान स्थापित हैं। सड़कों और रेलों का जाल बिछ गया है। अब हमारे युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों में जाने की आवश्यकता नहीं है। बीते ढाई वर्ष में प्रदेश में 123 सरकारी कॉलेज खोले गए हैं, जिनमें 32 महिला महाविद्यालय शामिल हैं। इतना ही नहीं हमने निर्णय किया है कि जिन उच्च माध्यमिक विद्यालयों की कक्षा 11 एवं 12 में 500 से अधिक छात्राएं हैं, उन्हें कॉलेज में क्रमोन्नत किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह सुशासन देते हुए लगातार एक से बढ़कर एक फैसले लिये हैं। जन घोषणा पत्र को सरकार के नीतिगत दस्तावेज के रूप में शामिल करते हुए उसे अपनी कार्ययोजना का अंग बनाया। अब तक इसके 64 प्रतिशत वादों को पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निशुल्क दवा एवं जांच योजना तथा निरोगी राजस्थान के बाद अब हमने प्रदेशवासियों को इलाज के खर्च की चिंता से मुक्त करने की दिशा में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की है। किसानों के लिए हमने अलग से बजट की घोषणा की है। उनसे की गई ऋण माफी का वादा सरकार ने निभाया है। राज्य के 15 जिलों में किसानों को दिन में बिजली मिलने लगी है। अगले वर्ष तक सभी जिलों में किसानों को दिन में बिजली मिलेगी।

गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासियों के सहयोग से हमारी सरकार ने कोविड महामारी का कुशल प्रबंधन किया है। धर्मगुरु, सोशल एक्टिविस्ट, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं सहित सभी का सहयोग लेकर हर वर्ग को राहत दी है। पहली एवं दूसरी लहर में करीब 33 लाख जरूरतमंद एवं निराश्रित लोगों को 5500-5500 रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि कई देशों में तीसरी लहर के बाद चौथी और पांचवी लहर भी आ गई है। ऐसे में, हमें प्रदेश में तीसरी लहर को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार ने तीसरी लहर के लिए सभी तैयारियां पुख्ता रूप से कर रखी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय में सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ाना समय की मांग है। दुनिया के कई देशों में बड़े स्तर पर सामाजिक सुरक्षा की पहल की गई है। राजस्थान में भी हमारी सरकार ने सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ाते हुए बड़ी संख्या में पात्र लोगों को विभिन्न पेंशन योजनाओं से जोड़ा है। साथ ही, पेंशन की राशि में भी बढ़ोतरी की है। प्रदेश में आमजन को त्वरित न्याय और सुगमता से एफआईआर दर्ज कराने के लिए थानों में निर्बाध पंजीकरण की नीति लागू की गई है। इससे न्यायालयों के माध्यम से प्रकरण दर्ज करने के आदेशों में कमी आई है। भ्रष्टाचार पर हम जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम कर रहे हैं।

गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने युवाओं को सरकारी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में पहल की है। गत ढाई वर्ष में अब तक करीब एक लाख सरकारी नौकरियां दी गई हैं और 80 हजार प्रक्रियाधीन हैं। खेल और खिलाडि़यों को प्रोत्साहन देने की दिशा में पहल करते हुए राज्य सरकार ने मेडल विजेता करीब 300 खिलाडि़यों को आउट ऑफ टर्न नियुक्तियां दी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर सभी जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं आमजन संविधान की मूलभावना के अनुरूप आचरण करने और संविधान में प्रदत कर्तव्यों की पालना करने का संकल्प लें।

इस अवसर पर लोक कलाकारों ने लोकगीताें और नृत्य के माध्यम से लोक संस्कृति की छटा बिखेरी। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी सहित गणमान्यजन उपस्थित थे।

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