Sirohi @ नेताओं पर दादागिरी का आरोप: सिरोही के माउंट आबू में कनक डाइनिंग हॉल के साथ अब देव रेजीडेंसी पर अवैध निर्माण का आरोप, हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद मामले को दबाने का प्रयास
सिरोही जिले का माउंट आबू नो कंस्ट्रेक्शन जोन में लगातार कंस्ट्रेक्शन के शिकायतें आ रही है, स्थानीय प्रशासन शिकायतों पर कार्रवाई करना तो दूर मामले को दबाने के प्रयास कर रहा है। कनक डाइनिंग हॉल पर अवैध निर्माण और अतिक्रमण का आरोप लगाया था। कृषि भूमि पर बनी देव रेजीडेंसी और देव रतन बिल्डिंग को लेकर सवाल खड़े हो रहे है।
माउंट आबू, सिरोही।
सिरोही जिले का माउंट आबू नो कंस्ट्रेक्शन जोन में लगातार कंस्ट्रेक्शन के शिकायतें आ रही है, बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन शिकायतों पर कार्रवाई करना तो दूर मामले को दबाने के प्रयास कर रहा है। पिछले करीबन 10 माह से माउंट आबू के एक होटल मालिक कांग्रेस नेता के अवैध निर्माण के साथ अतिक्रमण के खिलाफ लगातार शिकायत पर शिकायत कर रहें लेकिन स्थानीय प्रशासन इस पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं, मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो परिवादी की शिकायत पर कोर्ट ने निष्पक्ष जांच करने के साथ जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए, लेकिन स्थानीय प्रशासन हाईकोर्ट के आदेशों की भी अवेहलना कर रहा है। ऐसे में परिवादी ने एक बार फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री के साथ केंद्र के गृह मंत्री को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर परिवादी ने कांग्रेसी नेताओं के एक ओर अवैध अतिक्रमण कर बनाई गई बिल्डिंग पर सवाल उठाते हुए उसकी भी जांच की मांग की।
यह है मामला
माउंट आबू में होटल शांति के मालिक हर्ष गेहानी और मंजू गुरबानी ने होटल वंदे मातरम के कनक डाइनिंग हॉल पर अवैध निर्माण और अतिक्रमण का आरोप लगाया था। मंजू गुरबानी ने बताया कि अवैध निर्माण को लेकर रानीवाडा से पूर्व विधायक रतन देवासी, इनके भाई भरत देवासी और अन्य लोगों द्वारा जबरन उनके सेटबैक एरिया में कब्जा कर लिया। उन्हें परेशान किया जा रहा है। इस सेटबैक एरिया में कनक डाइनिंग हॉल के नाम से अवैध निर्माण कर लिया। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दी गई, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।देवासी बन्धुओं के स्वामित्व की होटल कनक डायनिंग हॉल व होटल वंदेमातरम के पास होटल शांति स्थित हैं। इन दोनों होटलों के बीच नगरपालिका से स्वीकृत नक्शे के मुताबिक सेटबैक एरिया मौजूद हैं, लेकिन देवासी बन्धुओं ने अवैध तरीके से निर्माण करके उस सेटबैक एरिया को ही अपने कब्जे में ले लिया हैं। इस सेटबैक एरिया में होटल शांति की सीवरेज पाइपलाइन लगी हुई हैं। अवैध छत बनाकर और दोनों द्वार पर दीवार निर्माण करके देवासी बंधुओ ने इस जगह पर अतिक्रमण करके पड़ोसी होटल शांति के संचालक को एक प्रकार से मानसिक प्रताड़ना देने का कार्य किया हैं। मंजू गुरबानी ने माउंट आबू एसडीएम, नगर पालिका, स्थानीय प्रशासन, सिरोही कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से लेकर राजधानी में बैठे मुख्यमंत्री तक शिकायत कर दी।
अब देव रेजीडेंसी के निर्माण पर सवाल
मंजू गुरबानी ने बताया कि देवासी बंधुओं द्वारा माउंट आबू में लगातार अवैध कब्जे किए जा रहे है। अतिक्रमण में बिल्डिंग खड़ी की जा रही है। कांग्रेस सरकार की आड़ में रतन देवासी व उनके भाई भरत देवासी अवैध निर्माण कर रहे है। कृषि भूमि पर बनी देव रेजीडेंसी / देव रतन बिल्डिंग को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। क्या यह देव रेजीडेंसी और देव रतन बिल्डिंग अवैध है। अवैध है तो स्थानीय प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रहा, जबकि प्रधानमंत्री के घर—घर शौचालय अभियान तक का माउंट आबू में पालना नहीं की जा रही। यहां शौचालय तक बनाने में स्थानीय लोगों को परेशानी आती है। जबकि राजनेता बिल्डिंग पर बिल्डिंग खड़ी कर रहे हैं।
हाईकोर्ट के आदेशों की अवेहलना, अब फिर लिखें पत्र
परिवादी मंजू गुरबानी की ओर से परेशान होकर अप्रेल 2021 में जोधपुर हाईकोर्ट में अपील की गई। परिवादी की अपील पर कोर्ट ने मामले में उपखंड अधिकारी माउंट के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के साथ 30 दिन में निष्पक्ष जांच कर निर्णय करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के इस आदेशों पर एसडीएम ने जांच कमेटी तो बना दी, लेकिन जांच कमेटी ने आज तक रिपोर्ट नहीं सौंपी। वहीं परेशान मंजू गुरबानी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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