Rajasthan: सांडेराव ठिकाने में नए ठाकुर नरेन्द्रसिंह का भव्य पाग दस्तूर

गौडवाड़ क्षेत्र के ऐतिहासिक सांडेराव ठिकाने में बुधवार को एक भव्य राजपूत परंपरा का साक्षी बना, जहां नए ठाकुर नरेन्द्रसिंह जी राणावत का पाग दस्तूर पूरे विधि-विधान और शाही रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। इस मौके पर 12 ठिकानों के राजपूत सरदारों सहित गोडवाड़ क्षेत्र की 36 कौमों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और नए ठाकुर साहब

सांडेराव ठिकाने में नए ठाकुर नरेन्द्रसिंह का भव्य पाग दस्तूर

पाली। गौडवाड़ क्षेत्र के ऐतिहासिक सांडेराव ठिकाने में बुधवार को एक भव्य राजपूत परंपरा का साक्षी बना, जहां नए ठाकुर नरेन्द्रसिंह जी राणावत का पाग दस्तूर पूरे विधि-विधान और शाही रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। इस मौके पर 12 ठिकानों के राजपूत सरदारों सहित गोडवाड़ क्षेत्र की 36 कौमों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और नए ठाकुर साहब का पारंपरिक सम्मान किया।

गौडवाड़ की राजपूत परंपरा का जीवंत उदाहरण

सांडेराव के पूर्व ठाकुर शिवशक्ति सिंह जी के निधन के बाद परंपरा के अनुसार ठाकुर नरेन्द्रसिंह जी राणावत को ठिकाने की गद्दी पर बैठाने के लिए पाग दस्तूर आयोजित किया गया। इस दौरान सिरदार, साधु-संतों और पुरोहितों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि-विधान पूरे किए गए। ढोल-नगाड़ों की गूंज और राजसी परंपराओं के बीच यह ऐतिहासिक क्षण क्षेत्रवासियों के लिए गर्व का अवसर बना।

शाही अंदाज में हुआ स्वागत

गौडवाड़ क्षेत्र के विभिन्न ठिकानों के ठाकुरों और सिरदारों ने नए ठाकुर साहब का शॉल ओढ़ाकर, माल्यार्पण कर एवं दक्षिणा भेंट कर सम्मान किया। इस दौरान पारंपरिक रुपये-पैसे न्योछावर करने की रस्म भी निभाई गई। सांडेराव के नए ठाकुर साहब ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और 36 कौमों के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।

निम्बेश्वर महादेव मंदिर में लिया आशीर्वाद

पाग दस्तूर के बाद ठाकुर नरेन्द्रसिंह जी ने ठिकाने के इष्टदेव निम्बेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के विकास और समाज की समृद्धि के लिए संकल्प भी लिया।

सांडेराव ठिकाने की ऐतिहासिक विरासत

गौडवाड़ क्षेत्र का सांडेराव ठिकाना इतिहास, संस्कृति और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक माना जाता है। यह ठिकाना महाराणा प्रताप के छोटे भाई सादुल सिंह के वंशजों द्वारा स्थापित किया गया था और क्षेत्र के सबसे बड़े ठिकानों में से एक है। ठाकुर दलपत सिंह द्वारा निर्मित निम्बेश्वर महादेव मंदिर, इस ठिकाने की धार्मिक और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाता है।

क्षेत्र में उत्साह और नई उम्मीदें

नए ठाकुर नरेन्द्रसिंह जी के गद्दी संभालने के बाद गौडवाड़ क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। क्षेत्रवासी नई ऊर्जा और नेतृत्व के साथ अपने नए ठाकुर साहब का स्वागत कर रहे हैं और उनसे बेहतर भविष्य की उम्मीद कर रहे हैं।

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