Rajasthan भर्ती परीक्षा को लेकर सवाल!: राजस्थान में मनमर्जी का कानून, एक परीक्षा का पेपर आउट फिर भी भर्ती रद्द नहीं, तो दूसरे में डमी अभ्यर्थी के चलते रद्द हो गई भर्ती, है ना कमाल

कांग्रेस राज में राजस्थान में एक भर्ती परीक्षा केवल इस लिए रद्द कर दी गई क्योंकि उस परीक्षा के एक सेंटर पर डमी अभ्यर्थी पकड़ा गया था, वहीं दूसरी ओर भाजपा की सरकार है जहां उप निरीक्षक 2021 भर्ती परीक्षा से 5 दिन पूर्व पेपर आउट हो गया, एसओजी ने पेपर आउट मामले में 42 ट्रेनी एसआई के साथ 70 लोगों को गिरफ्तार कर लिया

राजस्थान में मनमर्जी का कानून, एक परीक्षा का पेपर आउट फिर भी भर्ती रद्द नहीं, तो दूसरे में डमी अभ्यर्थी के चलते रद्द हो गई भर्ती, है ना कमाल

जयपुर, 8 सितंबर 2024। राजस्थान के युवाओं के भविष्य को भाजपा और कांग्रेस पार्टी की सरकारें मजाक कर रही है। एक ओर भाजपा पार्टी है जहां एक देश, एक विधान और एक निशान का दावा किया जाता है और दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी है जहां अपने ही रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी में भर्ती करने के लिए सभी नियम ताक में रख दिए जाते है।

देश की दोनों ही राजनैतिक पार्टी बड़े—बडे दावे तो करती है लेकिन उनके दावों की हकीकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस राज में राजस्थान में एक भर्ती परीक्षा केवल इस लिए रद्द कर दी गई क्योंकि उस परीक्षा के एक सेंटर पर डमी अभ्यर्थी पकड़ा गया था,

वहीं दूसरी ओर भाजपा की सरकार है जहां उप निरीक्षक 2021 भर्ती परीक्षा से 5 दिन पूर्व पेपर आउट हो गया, एसओजी ने पेपर आउट मामले में 42 ट्रेनी एसआई के साथ 70 लोगों को गिरफ्तार कर लिया उसके बावजूद भाजपा की भजनलाल सरकार एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने को तैयार नहीं है।

अब इसके पीछे सरकार की मंसा क्या है यह तो वो ही बता सकती है लेकिन यह तो तय हो गया है कि राजस्थान में मनमर्जी का कानून है। सत्ता में बैठे लोगों के मन में है तो परीक्षा रद्द या तो पेपर आउट होने के बावजूद रद्द नहीं। जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 13 मार्च 2022 को आयोजित की गई।

दौसा में परीक्षा केंद्र पर एक डमी अभ्यर्थी बैठने की एफआईआर हुई। इस आधार पर हाईकोर्ट रजिस्ट्रार ने पूरी भर्ती प्रक्रिया ​को ही रद्द कर दिया। वहीं राजस्थान पुलिस की उप निरीक्षक भर्ती 2021 की परीक्षा से 5 दिन पहले पेपर आउट हो गया था। 

भाजपा सरकार के ही कार्यकाल में इस भर्ती को लेकर 42 ट्रेनी सहित 70 लोगों को ​पेपर आउट मामले में दोषी मानते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें आरपीएससी के दो पूर्व सदस्यों रामू राईका और बाबूलाल कटारा को भी गिरफ्तार किया गया।

आरपीएससी सदस्य रामू राईका के पुत्र देवेश राईका व बेटी शोभा राईका भी एसआई भर्ती परीक्षा में पास होने के बाद ट्रेनिंग ले रहे थे। इन सबके बावजूद भाजपा सरकार के कानून मंत्री जोगाराम पटेल बोल रहे है कि कई बच्चे ऐसे होंगे, जिन्होंने मेहनत से पढ़ाई करके परीक्षा पास की होगी और सब इंस्पेक्टर बने हैं। एसआई भर्ती परीक्षा 2021 निरस्त होगी तो उनका नुकसान होगा। 

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