पुलिस प्रणाली पर सवाल: बिना जुर्म के जेल में सजा भुगत रहा लखमाराम, दिसम्बर में हो सकती है रिहाई

विधायक संयम लोढ़ा ने एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ से फोन पर की बात, एडीजी राठौड ने दिसंबर तक कोर्ट में प्रार्थना पत्र देने का दिलाया भरोसा

बिना जुर्म के जेल में सजा भुगत रहा लखमाराम, दिसम्बर में हो सकती है रिहाई

शिवगंज | उपखंड क्षेत्र के झाड़ोलीवीर गांव में वर्ष 2018 में हुई डकैती की एक वारदात में डकैतों की ओर से लूट के बाद एक वृद्धा की हत्या के एक मामले में जेल में दो साल से सजा काट रहे झाड़ोली वीर के ही लखमाराम देवासी की दिसंबर माह में रिहाई संभव हो सकेगी। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने लखमाराम को आरोपी बताते हुए गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया था। जिसका ग्रामीणों ने भी विरोध किया था। 
इस प्रकरण को लेकर विधायक संयम लोढ़ा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने लखमाराम को निर्दोष बताते हुए उसकी रिहाई के लिए धरना प्रदर्शन भी किया था। बाद में पाली में हुई एक वारदात में गिरफ्तार हुए आरोपियों ने झाड़ोलीवीर की इस वृद्धा की हत्या करना स्वीकार किया था। इस मामले में विधायक लोढ़ा के दखल के बाद मुख्यमंत्री ने प्रकरण की जांच एसओजी को सौंपी थी। मामले को लेकर सोमवार को विधायक लोढ़ा ने एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ से फोन पर बात कर लखमाराम की रिहाई की मांग की। जिस पर उन्होंने विधायक को भरोसा दिलाया है कि दिसंबर माह में एसओजी की ओर से उसकी रिहाई के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि झाड़ोलीवीर गांव में 24 मई 2018 की रात्रि में अज्ञात लोगों ने एक मकान में डकैती की वारदात को अंजाम देते हुए वहां से करीब ढाई लाख रूपए नगद तथा सोने चांदी के आभूषण चूरा घर में अकेली निवास कर रही करीब 70 वर्षीय वृद्धा लाडू देवी की हत्या कर फरार हो गए थे। इस घटना की जानकारी सुबह ग्रामीणों को मिलने पर उनमें रोष व्याप्त हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर वर्तमान विधायक संयम लोढ़ा भी गांव पहुंचे तथा ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी लेते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी। 
दर्ज करवाई थी नामजद रिपोर्ट 
इस मामले को लेकर मृतका के पुत्र नाथाराम पुत्र गणेशाराम देवासी ने पुलिस थाना बरलूट में दर्ज करवाई रिपोर्ट में गांव के ही लखमाराम देवासी सहित चार पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। मामले को लेकर ग्रामीणों का यह आरोप था कि लखमाराम को बिना किसी वजह के फसाया जा रहा है उसका इस घटना से किसी प्रकार से कोई वास्ता नहीं है। इस बीच अनुसंधान के दौरान पुलिस ने लखमाराम देवासी को गिरफ्तार कर 23 अगस्त 2018 को न्यायालय में चालान पेश कर दिया था।
वास्तविक आरोपियों की हुई थी पाली से गिरफ्तारी 
इस बीच पाली में हुई एक वारदात के मामले में पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए बेकरिया निवासी समाराम उर्फ चेनाराम गरासिया, सूरमाराम गरासिया व गेनाराम गरासिया निवासी भीमाणा तथा लालाराम गरासिया निवासी ओर ने पुलिस पुछताछ में झाडोलीवीर की वारदात को अंजाम देने तथा वृद्धा की हत्या करना कबूल किया था।
सीबीआई से जांच करवाने की मांग
इस प्रकरण में लखमाराम देवासी को सिर्फ शक के आधार पर गिरफ्तार किए जाने तथा उसका इस मामले से कोई लेनादेना नहीं होने पर विधानसभा चुनाव में निर्वाचित होने के बाद विधायक संयम लोढ़ा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की थी। जिस पर मुख्यमंत्री ने मामले की जांच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को सौंपी थी। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की जांच भी पूरी हो चुकी है। बावजूद इसके लखमाराम देवासी की अभी तक रिहाई संभव नहीं हुई है। 
एडीजी ने दिलाया भरोसा 
मामले को लेकर विधायक संयम लोढा ने सोमवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एडीजी अशोक राठौड से फोन पर बात कर मामले में निर्दोष लखमाराम देवासी को शीघ्र रिहा करने की मांग की। जिस पर राठौड ने विधायक को भरोसा दिलाया कि दिसंबर माह में लखमाराम प्रकरण में एसओजी की ओर से कोर्ट में प्रार्थनापत्र पेश किया जाएगा उसके बाद उसकी रिहाई संभव हो सकेगी।

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