सिरोही का वॉल पेंटिंग घोटाला: सिरोही जिले में उजागर हुए वॉल पेंटिंग घोटाले का दबाने का प्रयास, बैक डेट में वीडीओ से मांगी जा रही है कोटेशन, नहीं देने पर धमकी

सिरोही जिला परिषद के पंचायत समितियों में हुए वॉल पेंटिंग घोटाले में एक के बाद एक गंभीर लापरवाही सामने आ रही है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि बिना टेंडर और बिना कोटेशन के हुए इस लाखों के घोटाले में अब ईमानदार अधिकारियों को परेशान किया जा रहा है।

सिरोही जिले में उजागर हुए वॉल पेंटिंग घोटाले का दबाने का प्रयास, बैक डेट में वीडीओ से मांगी जा रही है कोटेशन, नहीं देने पर धमकी

सिरोही। 
सिरोही जिला परिषद के पंचायत समितियों में हुए वॉल पेंटिंग घोटाले में एक के बाद एक गंभीर लापरवाही सामने आ रही है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि बिना टेंडर और बिना कोटेशन के हुए इस लाखों के घोटाले में अब ईमानदार अधिकारियों को परेशान किया जा रहा है। घोटाले की जांच में फंस रहे अधिकारियों ने बचने के लिए बैक डेट में कागज तैयार करवाने की साजिश तो की लेकिन ईमानदार अधिका​रियों के सामने इन भ्रष्ट अधिकारियों की एक नहीं चली। फिर चाहे उन्हें परेशानी ही क्यों नहीं उठानी पड़े। 
ग्राम विकास अधिकारियों से मांगी बैक डेट में कोटेशन
 वॉल पेंटिंग घोटाले के सामने आने के बाद जिम्मेदारों के कान खड़े हो गए। खुद को फंसता देख, इन अधिकारियों ने इस पूरे घोटाले में स्वयं को आरोप रहित करने के इन अधिकारियों ने ग्राम पंचायतों के ग्राम विकास अधिकारियों को मोहरा बनाने की योजना बनाई। सभी पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों ने सभी ग्राम विकास अधिकारियों को इस काम के 3-3 कोटेशन लाने के निर्देश दे दिए। और अपने उच्चाधिकारियों के इन निर्देशों को मानते हुए कई ग्राम विकास अधिकारियों ने ये काम बखूबी कर भी दिया। लेकिन कुछ ग्राम विकास अधिकारियों ने इसे सेवा नियम के विपरीत मानते हुए और राजकोष को हानि कारित करने का कृत्य मानते हुए इस घोटाले में साथ नहीं दिया। इसके चलते ये जांच पिछले 10 महीनों से पूरी नहीं हो पा रही हैं। 


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घोटाले में नहीं हुए शामिल तो कर रहे है परेशान
अब इस जांच को पूरा करने के लिए इन मास्टरमाइंड अधिकारियों ने इन छोटे अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए बदले की कार्रवाई भी शुरू कर दी हैं। ऐसा ही दबाव बनाने का एक मामला तत्कालीन जावाल ग्राम पंचायत (जावाल वर्तमान में नगरपालिका बन चुकी हैं) के तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी नारायणलाल राणा का हैं। VDO नारायणलाल राणा पर 3 कोटेशन बैक डेट में उपलब्ध करवाने का दबाव बनाने के लिए सिरोही विकास अधिकारी ने अभी कुछ दिन पहले बरलूट थाने में एक मामला दर्ज करवाया गया हैं। इसमें आवासीय भूखंडों के नियम विरुद्ध पट्टे जारी करने का आरोप लगाया गया हैं। जबकि ये मामला तत्कालीन ग्राम पंचायत के सरपंच ने उसी समय उठाया था, लेकिन तब विकास अधिकारी ने VDO नारायणलाल राणा के विरुद्ध मामला दर्ज नहीं करवाया गया। और अब मामला दर्ज करवाने का सीधा अर्थ हैं कि VDO नारायणलाल राणा ने बैक डेट में उस कार्य के 3 कोटेशन देने से मना कर दिया जो काम ही नियम विरुद्ध हैं। 


सिरोही विकास अधिकारी मांग रही है कोटेशन

सिरोही विकास अधिकारी रेणु इंकिया पिछले कई महीनों से मुझे SBM के तहत हुई वॉल पेंटिंग के लिए 3 कोटेशन बैक डेट में मांग रहे थे। बार बार दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन मेरे द्वारा हर बार स्पष्ट मना किया गया कि गलत काम में साथ नहीं दूंगा। मुझे हर तरह से परेशान किया गया पर मैंने बैक डेट में कोटेशन नहीं दिए। तो विकास अधिकारी ने मेरे नियम विरुद्ध पट्टे जारी करने का एक मामला बरलूट थाने में दर्ज करवाया हैं। पर इसके बादजूद भी मैं इस घोटाले का सहयोगी नहीं बनूंगा और ना ही ऐसे कोई फर्जी कोटेशन उपलब्ध करवाऊंगा। 

◆ नारायणलाल राणा, ग्राम विकास अधिकारी

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