हेल्थ: प्राइवेसी चोरी के बीच 10 में से 3 से अधिक लोग अपनी व्यक्तिगत वित्तीय जानकारी इंटरनेट से हटाना चाहते हैं


ऐसा अनुमान है कि वर्तमान में विश्व की 63 प्रतिशत जनसंख्या ऑनलाइन है।
वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) सेवा प्रदाता नॉर्डवीपीएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 45 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उनके नाम के इंटरनेट पर होने का कोई कारण नहीं है, जबकि 42 प्रतिशत ने कहा कि वे इसका इस्तेमाल महसूस करते हैं क्योंकि कंपनियां अपना डेटा एकत्र करती हैं और अपने लाभ के लिए इसका उपयोग करती हैं।
सर्वे में शामिल 34 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें लगता है कि कोई उनके डिवाइस को हैक कर लेगा, जबकि 31 फीसदी को इंटरनेट पर भरोसा नहीं है।
10,800 लोगों के सर्वेक्षण के उत्तरदाताओं के अनुसार, आधे (50 प्रतिशत) ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी व्यक्तिगत वित्तीय जानकारी इंटरनेट से हटा दी जाए।
अन्य जानकारी जो लोग इंटरनेट से हटाना चाहते हैं, उनमें अनाकर्षक तस्वीरें/वीडियो, शर्मनाक क्षण, पुराने डेटिंग/सोशल मीडिया प्रोफाइल और पिछले रोजगार इतिहास शामिल हैं।
नॉर्डवीपीएन के एक डिजिटल गोपनीयता विशेषज्ञ डैनियल मार्कसन ने कहा, इंटरनेट से खुद को हटाना उन लोगों के लिए एक अच्छा विचार है, जो अपनी व्यक्तिगत जानकारी को गलत संस्थाओं के संपर्क में रखते हैं, आपको खुद से पूछना होगा कि क्या स्लेट को पूरी तरह से साफ करना हमारी डिजिटल-डोमिनेंट दुनिया में भी संभव है।
उन्होंने कहा, हमारे सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि कुछ अधिक व्यावहारिक दृष्टिकोण के पक्ष में होंगे क्योंकि 38 प्रतिशत हर समय गुमनाम रूप से इंटरनेट का उपयोग करने के लिए भुगतान करने के पक्ष में होंगे।
उन लोगों के लिए जो ऑनलाइन गुमनाम रहना चाहते हैं और इसके लिए भुगतान करने को तैयार हैं, 27 प्रतिशत लोग 100 डॉलर तक का भुगतान करेंगे, 7 प्रतिशत 101 डॉलर से 500 डॉलर के बीच भुगतान करेंगे और 3 प्रतिशत 501 डॉलर से 1,000 डॉलर के बीच का भुगतान करेंगे।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि दो प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे और भी अधिक भुगतान करेंगे।
--आईएएनएस
एसकेके/एएनएम
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