भारत: अनुब्रत मंडल के अंगरक्षक को हिरासत में लेने की तैयारी में ईडी
जांच एजेंसी पहले ही इस मामले में नई दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में अपील कर चुकी है।
जांच एजेंसी पहले ही इस मामले में नई दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में अपील कर चुकी है।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि वे हुसैन को पूछताछ के लिए नई दिल्ली ले जाना चाहते हैं, ताकि घोटाले में शुरू से अंत तक मनी-ट्रेल की स्पष्ट तस्वीर मिल सके, जो कि प्राप्त धन के स्रोत के साथ-साथ रास्ते भी है। जो उस फंड को चैनलाइज किया गया था।
हुसैन फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और उन्हें आसनसोल विशेष सुधार गृह में रखा गया है, जहां बुधवार शाम से मंडल भी बंद है।
सीबीआई की विशेष अदालत के आदेश के अनुसार मंडल सात सितंबर तक न्यायिक हिरासत में रहेगा।
ईडी के सूत्रों ने आगे कहा कि न केवल हुसैन, बल्कि उनके अधिकारी भी मोंडल से पूछताछ करना चाहते हैं, खासकर नई दिल्ली में, उसी मनी-ट्रेल एंगल पर।
सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान कंपनी के निदेशकों के सामने आने के बाद उनकी बेटी के साथ कई मास्क कंपनियों के सामने आने के बाद मंडल से पूछताछ महत्वपूर्ण हो गई है।
फिलहाल, ईडी के अधिकारी आसनसोल के सुधार गृह में मंडल से पूछताछ करना चाहते हैं, जहां उन्हें रखा गया है।
सूत्रों ने कहा कि जासूस वर्तमान में घोटाले में तीन संयोग कारकों में शामिल होने की प्रक्रिया में हैं, अर्थात बीरभूम के माध्यम से तस्करी का चरम समय; मंडल और हुसैन की संपत्ति और संपत्ति में भारी वृद्धि और सीमावर्ती जिले मुर्शिदाबाद में बीएसएफ की 36वीं बटालियन के कमांडेंट के रूप में सतीश कुमार की पोस्टिंग, जिसे पारंपरिक रूप से पश्चिम बंगाल में सीमा पार मवेशी तस्करी का केंद्र माना जाता है।
कुमार को ईडी ने पहले गिरफ्तार किया था।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा, इन तीन कारकों के बीच सामान्य संबंध यह है कि ये सभी 2015 और 2017 के बीच की अवधि में हुए थे। इसलिए, मंडल और हुसैन दोनों को हमारी हिरासत में लाना और उनसे पूछताछ करना आवश्यक है।
--आईएएनएस
एचके/एएनएम
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