Illegal Minning: भरतपुर में संत विजय बाबा ने ज्वलनशील पदार्थ डाल खुद को लगाई आग, गंभीर हालत में रैफर

डीग थानान्तर्गत आने वाले गांव पसोपा में एक संत ने खुद को आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।

भरतपुर में संत विजय बाबा ने ज्वलनशील पदार्थ डाल खुद को लगाई आग, गंभीर हालत में रैफर

भरतपुर | राजस्थान के भरतपुर जिले में चल रहे साधु-संतों के आंदोलन को बड़ा अपडेट सामने आया है। यहां डीग थानान्तर्गत आने वाले गांव पसोपा में एक संत ने खुद को आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। गौरतलब है कि, भरतपुर के डीग व कामां तहसील में पड़ रहे ब्रज के धार्मिक पर्वतों में हो रहे अवैध खनन के खिलाफ साधु-संतों ने आंदोलन छेड़ रखा है। 

जानकारी के अनुसार, आज बुधवार को डीग में चल रहे साधु-संतों के आंदोलन के दौरान करीब साढ़े 11 बजे गांव पसोपा स्थित मंदिर के महंत विजय बाबा ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। जिसके बाद उन्हें गंभीर अवस्था में भरतपुर रैफर किया गया है। विजय बाबा को आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। विजय बाबा के आत्मदाह की कोशिश के बाद साधु-संतों में काफी गुस्सा बढ़ गया है। 

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24 घंटे बाद भी बाबा मोबाइल टॉवर पर
वहीं दूसरी ओर, 24 घंटे गुजरने के बाद भी बाबा नारायणदास जी मोबाइल टॉवर से नहीं उतरे हैं। बाबा नारायणदास को मोबाइल टॉवर से नीचे उतारने का भरसक प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वे नीचे उतरने को तैयार नहीं हो रहे हैं। ऐसे में गांव में माहौल को खराब होता देख प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

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गौरतलब है कि, अवैध खनन के विरोध में 16 जनवरी 2021 से जारी धरने के दौरान 6 अप्रैल 2021 को साधु-संतों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की थी। इसके बाद साधु-संत 11 सितंबर 2021 को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से भी मिल चुके हैं लेकिन इसके बावजूद अवैध खनन पर सरकार रोक लगाने में नाकाम सिद्ध होती दिख रही है।

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