PM Modi का एससीओ समिट को संबोधन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन समिट में वर्चुअली हुए शामिल, कट्टरपंथ पर किया हमला

 ताजिकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे में शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन समिट का आयोजन किया गया। विदेश मंत्री एस जयशंकर समिट में मौजूद थे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समिट को वर्चुअली संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कट्टरपंथ पर बोलते हुए कहा कि 'मेरा मानना है इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा....

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन समिट में वर्चुअली हुए शामिल, कट्टरपंथ पर किया हमला

नई दिल्ली, एजेंसी।
 ताजिकिस्तान(Tajikistan) की राजधानी दुशाम्बे (Dushanbe) में शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organization)समिट का आयोजन किया गया। विदेश मंत्री एस जयशंकर(External Affairs Minister S Jaishankar) समिट में मौजूद थे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समिट को वर्चुअली संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कट्टरपंथ पर बोलते हुए कहा कि 'मेरा मानना है इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और भरोसे की कमी से संबंधित हैं और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ता हुआ कट्टरपंथ है। अफगानिस्तान(Afghanistan) में हाल के घटनाक्रम ने इस चुनौती को और स्पष्ट कर दिया है। इस मुद्दे पर शंघाई सहयोग संगठन को पहल कर कार्य करना चाहिए।'


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यदि हम इतिहास पर नजर डालें तो पाएंगे कि मध्य ​एशिया का क्षेत्र मॉडरेट और प्रगतिशील संस्कृति (Moderate and progressive culture) के साथ मूल्यों का गढ़ रहा है। सूफीवाद जैसी परम्परा यहां से पनपीं और विश्व में फैलीं। इनकी छवि हम आज भी इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत(cultural heritage) में देख सकते हैं। मध्य एशिया की इस ऐतिहासिक धरोहर के आधार पर SCO को कट्टरपंथ और चरमपंथ से लड़ने का साझा टेम्पलेट डेवलप करना चाहिए। मोदी ने कहा कि भारत में और SCO के लगभग सभी देशों में इस्लाम से जुड़ी मॉडरेट, टॉलरेंट और इन्क्लूसिव(Moderate, tolerant and inclusive) संस्थाएं और परंपराएं हैं। SCO को इनके बीच एक मजबूत नेटवर्क विकसित करने के लिए काम करना चाहिए। 
मोदी ने नए सदस्य देशों का किया स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी(PM Modi) ने कहा कि इस साल हम SCO की भी 20वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह खुशी की बात है कि इस शुभ अवसर पर हमारे साथ नए मित्र जुड़ रहे हैं। मैं ईरान का SCO के नए सदस्य देश के रूप में स्वागत करता हूं। मैं तीनों नए डायलॉग पार्टनर partners - साऊदी अरब, इजिप्ट Egypt और कतर Qatar  का भी स्वागत करता हूं। SCO का expansion हमारी संस्था का बढ़ता प्रभाव दिखाता है। नए member और डायलॉग partners से SCO भी और मजबूत और credible बनेगा।

एससीओ की 21वीं बैठक में पहुंचे विदेश मंत्री
SCO की बैठक में शामिल होने के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर(External Affairs Minister S Jaishankar) पहले ही दुशांबे पहुंच चुके थे। वे इस मीटिंग में फिजिकली शामिल हुए। SCO के सदस्य देशों की ये 21वीं बैठक है जिसकी अध्यक्षता ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान(Emomali Rahman) कर रहे हैं। SCO में मोदी के संबोधन से पहले चीन, ईरान, पाकिस्तान और रूस के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात की थी। चीन, ईरान, पाकिस्तान और रूस के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी(Shah Mehmood Qureshi) ने कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गे लेवरोव के साथ चर्चा में व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा से जुड़े मुद्दों पर बात हुई है।

Must Read: श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री बने दिनेश गुणवर्धने, भारत से रहा है गहरा रिश्ता

पढें विश्व खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें First Bharat App.

  • Follow us on :