राजस्थान की राजनीति में हलचल: विधायक इंद्राज ने पायलट को बताया शेर तो सिरोही विधायक लोढा ने कहा शेर भी तो जानवर ही होता है!

पुर्व उपमुख्यम़ंत्री और विधायक सचिन पायलट को बाहरी बताने पर शुरू हुआ विवाद बढ़ता अब ही जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक ​गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायकों की बैठक के बाद भी यह मामला छा रहा है। कांग्रेस विधायक इंद्राज गुर्जर ने दिन में सचिन पायलट को शेर बताया था और बाकी को गीदड़।

विधायक इंद्राज ने पायलट को बताया शेर तो सिरोही विधायक लोढा ने कहा शेर भी तो जानवर ही होता है!

जयपुुर।
पुर्व उपमुख्यम़ंत्री और विधायक सचिन पायलट को बाहरी बताने पर शुरू हुआ विवाद बढ़ता अब ही जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक ​गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायकों की बैठक के बाद भी यह मामला छा रहा है। कांग्रेस विधायक इंद्राज गुर्जर ने दिन में सचिन पायलट को शेर बताया था और बाकी को गीदड़। जब संयम लोढ़ा से पूछा कि इंद्राज गुर्जर ने सचिन पायलट को शेर बताने पर कहा कि शेर भी जानवर ही होता है।
सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि सचिन पायलट सौभाग्यशाली रहे हैं, राजेश पायलट के घर पैदा हुए। कम उम्र वे सांसद बन गए, कम उम्र में केंद्रीय मंत्री बन गए, दो बार प्रदेशाध्यक्ष बन गए। पायलट हार गए तो भी प्रदेशाध्यक्ष बने रहे। पायलट ने पहली बार हार देखी है, अब तक वो सौभाग्यशाली रहे हैं कि कम उम्र में पद मिलते रहे। पहला मौका है जब मुख्यमंत्री के रहते उन्होंने हार का मुंह देखा है।


सरकार को लेकर संयम लोढ़ा ने कहा कि यह सर्वविदित है कि सरकार गिराने का षडयंत्र कौन कर रहा है। यह कर्नाटक, गोवा, एमपी नहीं है। यहां सरकार गिराने की कोशिश की तो फिर मुंह तोड़ जवाब मिलेगा। इशारों ही इशारों में पायलट कैंप पर सरकार गिराने का आरोप जड़ दिया। मंत्री नहीं बनाने पर भी गहलोत सरकार का समर्थन जारी रखने के सवाल पर संयम लोढ़ा ने कहा कि मंत्री बनाने या नहीं बनाने का अधिकार मुख्यमंत्री का है, हालांकि हम साधु सन्यासी नहीं है। वहीं आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में पायलट खेमे के खिलाफ रणनीति के लिए बुलाई गई निर्दलीय विधायकों की बैठक से पहले हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। पहले निर्दलीय विधायकों की बैठक होटल अशोक में रखी गई थी। निर्दलीय विधायकों की 5 बजे होटल अशोक में बैठक प्रस्तावित थी। होटल अशोक में बैठक शुरू होने से ठीक पहले कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुढ़ा वहां पहुंच गए। निर्दलीय विधायकों ने इस पर आपत्ति जताई तो गुढ़ा ने कहा कि संयम लोढ़ा के कहने पर वे बैठक में शामिल होने आए थे। गुढ़ा को देखते ही ​5 विधायक होटल से चले गए। बाद में राजेंद्र गुढ़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मेरे से किसी को प्रॉब्लम नहीं है, इनकी आपस में क्या बातचीत हुई। मुझे कोई जानकारी नहीं है। मुझे तो विधायक संयम लोढ़ा ने बातचीत के लिए बुलाया था। हमने बातचीत कर ली है मुझसे किसी भी विधायक को प्रॉब्लम नहीं है।’

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