अवैध शराब ब्रिकी,प्रशासन की मिलीभगत: जालोर में रात 11 बजे भी शराब की दुकानें रोशन, आबकारी और पुलिस प्रशासन की आंखें बंद
जालोर में आबकारी विभाग की ओर से अलॉट दुकानों से ही अवैध ब्रिकी हो रही है। शराब माफियाओं के हौसले इस कदर बढ़ गए कि शराब की दुकानें देर रात तक खुली रहती है
गणपत सिंह मांडोली
जालोर।
प्रदेश में शराब माफिया लगातार बढ़ते जा रहे हैं, सिरोही जिले में लगातार अवैध शराब तस्करी के मामले सामने आते है, तो जालोर में आबकारी विभाग की ओर से अलॉट दुकानों से ही अवैध ब्रिकी हो रही है।
शराब माफियाओं के हौसले इस कदर बढ़ गए कि शराब की दुकानें देर रात तक खुली रहती है,लेकिन इन पर ना तो पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर रहा और ना ही आबकारी विभाग इस ओर कोई एक्शन ले रहा है।
जालोर जिले के भीनमाल कस्बे में शराब दुकानों पर अवैध ब्रिकी को लेकर लगातार आ रही शिकायतों के बाद फर्स्ट भारत टीम ने दौरा किया।
फर्स्ट भारत टीम 31 मार्च रात 10 बजे से लेकर 11 बजे के दौरान भीनमाल कस्बे में निरीक्षण किया। ऐसे में हालात चौकाने वाले और चिंताजनक सामने आए। शराब दुकानों के संचालक खुल्लेआम रात 8 बजे बाद शटर खोलकर शराब बेच रहे है।
इतना ही नहीं, देर रात शराब उपलब्ध कराने के नाम पर अतिरिक्त रुपयों की वसूली तथा शराबियों का जमावड़ा परेशानी खड़ा कर रहा है। भीनमाल कस्बे में अवैध शराब ब्रिकी पर एक रिपोर्ट:—
केस 1
शराब दुकान संचालकों के हौसले बुलंद
समय: रात 11 बजे
जगह : पंचायत समिति के नजदीक भीनमाल
हालात: जालोर के भीनमाल कस्बे में शराब दुकानदार ही अवैध शराब की ब्रिकी में संलिप्त नजर आया। भीनमाल के पंचायत समिति कार्यालय के नजदीक एक शराब दुकान का शटर खुला हुआ था। शराब की दुकानें रात 11 बजे खुली नजर आई। यहां आने वाले से मनमर्जी के मुताबिक रुपए वसूल रहे है।
केस 2
आन डिमांड रात भर शराब सप्लाई
समय:रात 10.30 बजे
जगह: भीनमाल के मारुती शोरूम
भीनमाल के ही मारूती शोरूम के नजदीक शराब दुकान से भी शराब की अवैध ब्रिकी रातभर की जा रही थी। यहां दुकानदार थोड़ा शटर खोलकर शराब दे रहा था। यह व्यवस्था एक या दो दिन की नहीं हमेशा ही रहती है,लेकिन इन पर कोई कार्रवाई करने वाला नहीं है।
ये 2 तो उदाहरण है, शराब की कई दुकानों से हो रही थी ब्रिकी
भीनमाल कस्बे से ये दो उदाहरण तो शराब माफियाओं के आतंक की बानगी भर है। इन दोनों दुकानों के अलावा भी कई दुकानों से शराब की अवैध रूप से ब्रिकी की जाती है, लेकिन जिम्मेदार प्रशासन और आबकारी महकमा आंखें बंद कर बैठा हुआ है। शराब माफिया जालोर में इस कदर हावी हो रहे है कि दुकान के नजदीक बैठाकर शराब पिला रहा है। शराब के ग्राहकों की सुविधा का भी ध्यान रखा जा रहा है।
ना आबकारी का डर,ना पुलिस प्रशासन का, यह खेल मंथली का
भीनमाल कस्बे में अवैध शराब को लेकर दुकान संचालकों में पुलिस या प्रशासन का डर नहीं है। आबकारी विभाग तथा पुलिस विभाग द्वारा अवैध शराब ब्रिकी को नजरअंदाज करना इनकी मिली भगत की ओर इशारा कर रही है। यहां चर्चा यह भी है कि शराब माफिया अवैध शराब ब्रिकी की मौन अनुमति तक दे रहे है। यहां खेल मंथली का भी हो सकता है। फर्स्ट भारत की ओर से जब इस संबंध में आबकारी विभाग के अधिकारियों से बातचीत करनी चाही तो फोन का कोई जवाब नहीं दिया गया।
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