भारतीय नौसेना की 5वीं स्कॉर्पीन पनडुब्बी: भारतीय नौसेना ने कलवरी श्रेणी के प्रोजेक्ट 75 के तहत 5वीं स्कॉर्पीन पनडुब्बी वगीर को किया लॉन्च

भारतीय नौसेना ने पांचवीं स्कॉर्पीन पनडुब्बी वगीर लॉन्च की है। यह पनडुब्बी एंटी-पनडुब्बी युद्ध, एंटी-सरफेस वारफेयर, माइन बिछाने, खुफिया जानकारी जुटाने में सक्षम है। इसके साथ ही इसका उपयोग क्षेत्र की निगरानी जैसे मिशन में किया जाएगा। 

भारतीय नौसेना ने कलवरी श्रेणी के प्रोजेक्ट 75 के तहत 5वीं स्कॉर्पीन पनडुब्बी वगीर को किया लॉन्च

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारतीय नौसेना ने पांचवीं स्कॉर्पीन पनडुब्बी वगीर लॉन्च की है। यह पनडुब्बी एंटी-पनडुब्बी युद्ध, एंटी-सरफेस वारफेयर, माइन बिछाने, खुफिया जानकारी जुटाने में सक्षम है। इसके साथ ही इसका उपयोग क्षेत्र की निगरानी जैसे मिशन में किया जाएगा। 
भारतीय नौसेना की कलवरी श्रेणी में प्रोजेक्ट 75, यार्ड 11879 की पांचवीं पनडुब्बी ने पहली फरवरी, 2022 को अपनी समुद्री परीक्षण यात्रा शुरू की।


पनडुब्बी को नवंबर 2020 में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) के कान्होजी आंग्रे वेट बेसिन से लॉन्च किया गया था। कमीशनिंग के बाद इस पनडुब्बी का नाम वगीर रखा जाएगा।
कोविड महामारी के बावजूद एमडीएल ने वर्ष 2021 में प्रोजेक्ट-75 की दो पनडुब्बियों की 'डिलीवरी' की है।
पांचवीं पनडुब्बी का समुद्री यात्रा परीक्षण शुरू करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
पनडुब्बी अब प्रोपल्शन प्रणाली, हथियार और सेंसर सहित समुद्र में अपनी सभी प्रणालियों के गहन परीक्षणों से गुजरेगी। इन परीक्षणों के पूरा होने के बाद वर्ष 2022 में पनडुब्बी को भारतीय नौसेना को सौंपना निर्धारित किया गया है।

पनडुब्बी वगीन बेहद कारगर
वगीर पनडुब्बी भारत में बनाई जा रही छह कलवरी श्रृंखला की एक पनडुब्बी है। इन पनडुब्बियों को फ्रांसीसी नौसेना और एक ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस द्वारा डिजाइन किया गया है। प्रोजेक्ट 75 के तहत छह पनडुब्बियों को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। वगीर पनडुब्बी का नाम हिंद महासागर में गहरे समुद्र में रहने वाली शिकारी मछली सैंड फिश के नाम पर रखा गया है। 

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