सरकारी अस्पतालों में दवाई का खेल: मुख्यमंत्री जी, एसएमएस अस्पताल में भर्ती मरीज के लिए चिकित्सक बाहर से मंगवा रहे है दवाई, चिंरजीवी में इलाज करवाने के बावजूद 1 लाख से अधिक की मंगवाई दवाई
मुख्यमंत्री गहलोत और चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा गुरुवार को सवाई मान सिंह अस्पताल के दौरे पर थे। इस दौरान ट्रोमा सेंटर के बाहर मुख्यमंत्री गहलोत ने मरीज के परिजनों से बातचीत की। बातचीत के दौरान एक परिजन ने सीएम से ये शिकायत की।
जयपुर।
मुख्यमंत्री साहब, मैं चिरंजीवी योजना के तहत मेरे परिजन का इलाज करवा रहा हूं। इसके बावजूद चार माह में करीबन 1 लाख रुपए की दवाई बाहर से खरीद चुका हूं। यहां के चिकित्सक बाहर की दवा लिख रहे है, पट्टी बांधने वाला तक 400— 500 रुपए मांग रहा है। यह शिकातय एक मरीज के परिजन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से की।
मुख्यमंत्री गहलोत और चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा गुरुवार को सवाई मान सिंह अस्पताल के दौरे पर थे। इस दौरान ट्रोमा सेंटर के बाहर मुख्यमंत्री गहलोत ने मरीज के परिजनों से बातचीत की। बातचीत के दौरान एक परिजन ने सीएम से ये शिकायत की।
मुख्यमंत्री को बताई हकीकत
राजस्थान के मुख्यमंत्री जनता के स्वास्थ्य को लेकर लगातार नई नई योजनाओं को लेकर घोषणा कर रहे है। जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके इस के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने चिरंजीवी योेजना में बीमा राशि 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए तक कर दी, लेकिन सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं पर चिकित्सा विभाग के ही कर्मचारी पानी फेरने का काम रहे है। एसएमएस अस्पताल में मरीज के परिजनों ने सीएम से दवाई, जांच और स्टाफ के व्यवहार को लेकर कई शिकातय की।
अधिकारियों ने किया दबाने का प्रयास
मुख्यमंत्री गहलोत के दौरे के साथ अस्पताल के साथ मेडिकल विभाग के आलाधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान जब एक व्यक्ति ने बताया कि मैं गरीब आदमी हूं धक्के लगाने वाला। सारी दवाई बाहर से लानी पड़ रही है। इस पर मौजूद अधिकारियों ने कहा आप मुझे बताना। कोई दिक्कत आती है तो हम जिम्मेदार है। इसके बाद चिकित्सा मंत्री मीणा ने पूछा भामाशाह है तो सब बना हुआ है। प्लास्टर भी बाहर से लाया हूं। ये प्लास्टर करने के भी 400—500 रुपए मांग रहे है, बोलते है कि हम कर देते। गरीब आदमी को मारने के अलावा कुछ काम नहीं है।
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