हादसे से सबक: बांके बिहारी मंदिर का होगा कायाकल्प, विश्वनाथधाम की तरह बनाया जाएगा कॉरिडोर, ये सब होगा खास
जन्माष्टमी के दिन मंगला आरती के दौरान मची भगदड़ के बाद से सुर्खियों में बना बांके बिहारी मंदिर अब काशी विश्वनाथ की तर्ज पर निखरेगा। यहां भी उसी तर्ज पर बांके बिहारी कॉरिडोर बनाया जाएगा।
मथुरा | वृन्दावनधाम में स्थित बांके बिहारी मंदिर का कायाकल्प होने वाला है। जन्माष्टमी के दिन मंगला आरती के दौरान मची भगदड़ के बाद से सुर्खियों में बना बांके बिहारी मंदिर अब काशी विश्वनाथ की तर्ज पर निखरेगा। यहां भी उसी तर्ज पर बांके बिहारी कॉरिडोर बनाया जाएगा।
जन्माष्टमी को मंदिर परिसर में दम घुटने से हुई दो श्रद्धालुओं की मौत के बाद प्रशासन ने सबक लेते हुए आगे लिए रणनीति तैयारी की है। प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया है तो वही मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी बांके बिहारी मंदिर पहुंचे और मंदिर के गोस्वामियों से चर्चा करने के बाद ऐलान करते हुए जानकारी दी कि मथुरा में भी काशी की तर्ज पर बांके बिहारी का कॉरिडोर बनाया जाएगा जो काशी कॉरिडोर से भी बड़ा होगा। इस संबंध में दो कैबिनेट मीटिंग में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री योगी से चर्चा हो चुकी है।
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काशी विश्वनथ से भी बड़ा होगा कॉरिडोर
मंत्री लक्ष्मी नारायण ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटना न हो उसके लिए प्रबंध किए जा रहे हैं। मंत्री जी ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले दो केबिनेट बैठकों में सीएम योगी से यहां कॉरिडोर बनाए जाने पर चर्चा हुई है।
कुछ ऐसा होगा बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर
- यमुना जी तक किया जाएगा कॉरिडोर का निर्माण।
- विश्वनाथधाम कॉरिडोर से भी ज्यादा बड़ा होगा बांके बिहारी कॉरिडोर।
- एक बार में 60-70 हजार श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन।
- कॉरिडोर के निर्माण में आएगी 250 करोड़ से अधिक की लागत।
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