राजस्थान में किसानों के लिए अच्छी खबर: राजस्थान में किसानों को 1 अप्रेल से मिलना शुरू होगा फसली ऋण, 20 हजार करोड़ रुपए का होगा वितरण
1 अप्रेल से किसानों को 20 हजार करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण की शुरूआत होगी। राज्य के इतिहास में ऋण वितरण का यह सर्वाधिक लक्ष्य होगा।
जयपुर।
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि राज्य की 7 हजार ग्राम सेवा सहकारी समितियों में जुलाई माह, 2022 तक आवश्यक रूप से चुनाव करा दिए जाएंगे।
आंजना ने इससे संबंधित अधिकारियों को आवश्यक तैयारियों के भी निर्देश दिए। इस बार ग्राम सेवा सहकारी समितियों में चुनाव वार्ड पद्धति लागू कर करवाए जाएंगे।
आंजना सचिवालय के मंत्रालय भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव संम्पन्न होने के उपरान्त केन्द्रीय सहकारी बैंकों एवं अपेक्स बैंक के चुनाव कराए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जिन जिला दुग्ध संघों में चुनाव होने है, उनके भी चुनाव शीघ्र कराने के निर्देश दिए।
सहकारिता मंत्री आंजना ने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों में व्यवथापकों के खाली पदों को भरने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने व्यवस्थापकों के सेवा नियमों सहित अन्य संबंधित मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की। आंजना ने कहा कि किसानों को बुवाई के दौरान खाद बीज की समस्या नहीं हो इसके लिए समय पर खाद एवं बीज का भंडारण सुनिश्चित किया जाए।
आंजना ने कहा कि इस प्रकार मैकेनिज्म विकसित किया जाए कि सहकारी समितियों से किसानों को समय पर गुणवता पूर्ण खाद एवं बीज की आपूर्ति हो सके। इसके लिए उन्होंने राजफैड़ को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
1 अप्रेल से फसली ऋण देने के निर्देश
सहकारिता मंत्री ने कहा कि 1 अप्रेल से किसानों को 20 हजार करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण की शुरूआत होगी।
राज्य के इतिहास में ऋण वितरण का यह सर्वाधिक लक्ष्य होगा। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
प्रमुख शासन सचिव सहकारिता दिनेश कुमार ने कहा कि व्यवस्थापकों के खाली पदों को भरने के लिए मार्च माह के अंत तक पाच सदस्य कमेटी अपनी रिपोर्ट दे देगी।
उन्होंने कहा कि लीगल राय लेकर शीघ्र ही पूरा कर ग्राम सेवा सहकारी समितियों की कार्य प्रणाली को मजबूत किया जाएगा। पीएलडीबी को घाटे से उभारने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है, शीघ्र ही प्रस्तुत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि किसानों को ऋण वितरण के साथ बी-कॉम्पोनेंट के लिए अलग से रिपोर्ट बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 17 हजार 24 करोड़ रुपए का फसली ऋण वितरण हो चुका है।
रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव से संबंधित प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट उप समिति के निर्णय के अनुसार तिलम संघ की परिसम्पतियों का विक्रय किया जाना है। इस और कार्य प्रारंभ किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों की आय को बढ़ाने के लिए व्यवसाय विविधिकरण पर जोर दिया जा रहा है।
प्रबंध निदेशक राजफैड सुषमा अरोड़ा ने बताया कि गुणवता पूर्ण खाद एवं बीज सहकारी समितियों के माध्यम से उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही कार्ययोजना प्रस्तुत की जाएगी।
उन्होंने खाद एवं बीज के भंडारण के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में संयुक्त शासन सचिव, नारायण सिंह, प्रबंध निदेशक तिलम संघ राधेश्याम मीणा, प्रबंध निदेशक एसएलडीबी विजय शर्मा, सहकारी निर्वाचन प्राधिकारी राजीव लोचन शर्मा, प्रबंध निदेशक अपेक्स बैंक बिजेन्द्र राजोरिया, अतिरिक्त रजिस्ट्रार एचआरडी सुरेन्द्र सिंह पूनिया सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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