इकोनॉमी: बोइंग 787 विमानों को गगन अनिवार्यता से मिली छूट

बोइंग 787 विमानों को गगन अनिवार्यता से मिली छूट
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बोइंग 787 विमानों को जीपीएस-सहायता प्राप्त जीईओ ऑगमेंटेड नेविगेशन (गगन) वृद्धि प्रणाली अनुपालन से 2025 तक छूट दी है।

मंत्रालय ने 18 अगस्त को एक अधिसूचना जारी की, राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016 की धारा 26 की उप-धारा (ए) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए केंद्र सरकार सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन से राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016 में संशोधन कर रही है, जिसमें उक्त नीति में, पैराग्राफ 14 में, क्लॉज (डी) में, बोइंग 787 विमानों को 31 दिसंबर, 2025 तक उपरोक्त गगन अनुपालन से छूट दी गई है।

गगन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक प्रणाली है। यह पूरे भारतीय हवाई क्षेत्र में सटीक हवाई नेविगेशन के लिए एक बहुत ही सटीक और उच्च-स्तरीय उपग्रह संकेत प्रदान करता है, जिसमें आस-पास के क्षेत्रों में विस्तार करने की क्षमता है। यह सुसज्जित विमानों को प्रस्थान, मार्ग और लैंडिंग संचालन के लिए नेविगेशन सेवाएं प्रदान करने में सक्षम है।

गगन एक सैटेलाइट आधारित ऑग्मेंटेशन सिस्टम या एसबीएएस है, जो ग्राउंड स्टेशनों और उपग्रहों का एक क्षेत्रीय नेटवर्क है जो बेहतर स्थिति सटीकता प्रदान करते हुए जीपीएस सिग्नल सुधार प्रदान करता है।

गगन प्रणाली का उपयोग उड़ान में देरी को कम करने, ईंधन बचाने और उड़ान सुरक्षा में सुधार करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह कई छोटे क्षेत्रीय हवाई अड्डों सहित महंगे इंस्ट्रमेंट लैंडिंग सिस्टम से लैस हवाईअड्डों पर उतरने वाले विमानों की सुविधा भी प्रदान करता है।

--आईएएनएस

एसकेके/एसकेपी

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