मानसिक विमंदित बालिका पुनर्वास गृह: संचालिका समेत 2 गिरफ्तार, पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में दर्ज करवाए बयान

कलेक्टर निशांत जैन ने बाल कल्याण समिति की टीम, आहोर एसडीएम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और बाल अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजा। सभी आवासित बालिकाओं को उनके परिजनों को सुपुर्द किया। बालिकाओं का पारिवारिक पुनर्वास करते समय बाल कल्याण समिति ने उनके परिजनों की भी काउंसलिंग की। इस गृह में 9 बालिकाएं थी।

संचालिका समेत 2 गिरफ्तार, पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में दर्ज करवाए बयान

जालोर। आहोर में संचालित हो रहे स्नेहा मानसिक विमंदित बालिका पुनर्वास गृह में कामकाज करने वाली महिला के साथ दुष्कर्म मामले में पुलिस ने मंगलवार को संचालिका समेत 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता का पुलिस ने मंगलवार को मेडिकल करवाकर कोर्ट में बयान भी दर्ज करवा लिए। 2 दिन पहले पुनर्वास गृह में काम करने वाली 27 वर्षीय पीड़िता ने संचालिका समेत 4 के खिलाफ 1 महीने पहले रेप और रेप के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। आहोर पुलिस ने गृह संचालिका अनिता राज मेघवाल व आहोर निवासी जैपाराम देवासी को गिरफ्तार कर लिया। जैपाराम का मेडिकल कारोबार है।

पीड़िता ने संचालिका अनिता राज की मिलीभगत से जैपाराम, राजेश कुमार व मुकेश कुमार के साथ एक अन्य के खिलाफ रेप का आरोप लगाया है। एक महीने पहले राजेश कुमार नाम के व्यक्ति ने कोल्ड ड्रिंक में नशीली पदार्थ मिलाते हुए रेप किया था। मुकेश कुमार पर भी आरोप लगाया है, जिसको पुलिस विभाग से बताया है। हालांकि पुलिस विभाग में मुकेश कुमार उर्फ कमलेश कुमार का आरोपी होना सामने आ रहा है, जो हेड कॉन्स्टेबल बताया जा रहा है। राजेश कुमार भी पुलिस का अधिकारी होना बताया है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों की पहचान की जा रही है। एक महीने पहले आहोर निवासी जैपाराम देवासी संस्थान में आया। यहां पर जैपाराम ने महिला के साथ रेप किया था। यह सब संचालिका की जानकारी में हुआ था।

एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि डीएसपी और बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को इस प्रकरण में जांच शुरू की। प्रारंभिक पड़ताल में महिला से रेप की पुष्टि हुई है। बालिकाओं से रेप की पुष्टि नहीं हुई है। मामले में रेप के आरोपी और संचालिका को गिरफ्तार किया गया है। मामले में अभी जांच चल रही है। जांच के साथ अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर निशांत जैन ने बाल कल्याण समिति की टीम, आहोर एसडीएम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और बाल अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजा। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष नैन सिंह शंखवाली, सदस्य रमेशकुमार, मोडसिंह काबावत, आहोर उपखंड अधिकारी विवेक व्यास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक सुभाष चन्द्र मणि, बाल अधिकारिता विभाग की परिवीक्षा अधिकारी मौर कंवर आहोर के स्नेहा मानसिक विमंदित गृह पहुंचे। बालिकाओं से बात की। परिजनों को फोन पर सूचित किया। देर शाम तक सभी आवासित बालिकाओं को उनके परिजनों को सुपुर्द किया। बालिकाओं का पारिवारिक पुनर्वास करते समय बाल कल्याण समिति ने उनके परिजनों की भी काउंसलिंग की। इस गृह में 9 बालिकाएं थी, जो एक-एक पाली व सिरोही की थी। सात बालिकाएं जालोर की हैं।

पीड़िता ने रिपोर्ट में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने आशंका जताई कि रात के समय संस्था में खुलेआम शराब को परोसा जाता था। फिर विमंदित बालिकाओं के साथ भी रेप किया जाता है। ऐसे में पुलिस भी इस मामले को लेकर जांच कर रही है। इधर, बाल कल्याण समिति ने सभी परिजनों को भी समझाते हुए बताया है कि बालिका इस तरह की कोई घटना घटित होने की बात कहती है तो इसकी सूचना दें।

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