ये सबकुछ होगा खास: माता वैष्णों देवी के भवन की पलटेगी काया, 10 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है ‘स्काईवॉक’
करीब 10 करोड़ की लागत से बनने वाले ‘स्काईवॉक’ का काम तेजी से प्रगति पर है। स्काईवॉक के तैयार होने के बाद माता के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी सुविधा मिल सकेगी।
जम्मू-कश्मीर । माता वैष्णो देवी के लाखों भक्तों के लिए अच्छी खबर आई है। करीब 10 करोड़ की लागत से बनने वाले ‘स्काईवॉक’ का काम तेजी से प्रगति पर है। स्काईवॉक के तैयार होने के बाद माता के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी सुविधा मिल सकेगी। इसका काम नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद जताई गई है।
‘स्काईवॉक’ परियोजना का काम श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा जारी है। यहां लगभग 10 करोड़ की लागत से 200 मीटर लंबा स्काईवॉक का बनाया जा रहा है। जिसके निरीक्षण के लिए आज जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण मेहता कार्य स्थल पर पहुंचे। उनके साथ श्राइन बोर्ड के सीईओ अशुंल गर्ग भी मौजूद रहे। मुख्य सचिव मेहता ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए बोर्ड की विभिन्न चालू परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की और बोर्ड की विभिन्न मेगा परियोजनाओं का जायजा लिया।
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श्रद्धालुओं के आने और जाने के अलग मार्ग तैयार होंगे
इस दौरान श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने जानकारी देते हुए कहा कि, तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (आरएफआईडी) शुरूआत कर दी गई है और अब श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने ‘स्काईवॉक’ पर भी काम शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि, अब माता के भवन में आने और जाने के लिए अलग-अलग मार्ग तैयार किया जाएगा।
स्काईवॉक परियोजना में ये सबकुछ होगा खास
- स्काईवॉक की लंबाई लगभग 200 मीटर और इसकी चौड़ाई 2.5 मीटर होगी।
- स्काईवॉक परियोजना में 150 बुजुर्ग श्रद्धालुओं के बैठने की समुचित व्यवस्था होगी।
- इसमें वॉशरूम सुविधाओं से लैस दो वेटिंग रूम का भी निर्माण होगा।
- पांच मंजिला दुर्गा भवन में स्वच्छ ऊर्जा के दोहन के लिए पर्याप्त प्रावधान, मौजूदा एसटीपी से जोड़ने वाले अपशिष्ट जल के पुनर्चक्रण और लिफ्ट आदि की सभी आवश्यक सुविधाएं भी होंगी।
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