निर्दोषों को फंसाया था: पुलिस ने लूट के झूठे मामले में फंसाया था, दो निर्दोष युवकों को मिला 5-5 लाख रूपये मुआवजा
विशेष जांच कमेटी ने मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को पे्रेषित की जिसमें स्पष्ट पाया कि दोनो ही प्रकरण में लखमाराम देवासी व गेमाराम गरासिया निर्दोष है एवं गलत तरीके से मामलो में फंसाये जाने से जेल में बंद किये गये थे।
सिरोही | सिरोही पुलिस द्वारा हत्या, लूट के झूठे प्रकरण में निर्दोष फंसाये गये लखमाराम देवासी व गेमाराम गरासिया को राजस्थान सरकार गृह विभाग के संयुक्त शासन सचिव जगवीर सिंह द्वारा महानिदेशक पुलिस को 5-5 लाख मुआवजे देने के आदेश जारी किये।
सिरोही विधानसभा क्षेत्र के बरलूट थाना अंतर्गत झाडौलीवीर निवासी निर्दोष लखमाराम देवासी को हत्या व लूट के झूठे प्रकरण में फंसाने पर लिप्त दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने व पीडित को निर्दोष होने के बावजूद 4 वर्ष जेल में रखने को लेकर एवं इसके साथ ही लाडू देवी की हत्या के मामले में निर्दोष गेमाराम गरासिया को जेल में बंद करने के दोनो ही मामलो में मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढा ने विधानसभा में मामला उठाया था।
दोनो ही मामलो में उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर पुन: जांच करवायी। जांच कमेटी की अनुशंसा के बाद राजस्थान सरकार के गृह विभाग द्वारा दोनो
ही निर्दोष व्यक्तियों लखमाराम देवासी व गेमाराम गरासिया को उनकी हिरासत व न्यायिक अभिरक्षा अवधि, उनकी सामाजिक व आर्थिक हैसियत व मानसिक संताप को देखते हुए 5-5 लाख रूपये की राशि का मुआवजा दिये जाने के आदेश गृह विभाग के संयुक्त शासन सचिव जगवीर सिंह द्वारा महानिदेशक पुलिस को जारी किये गये है।
मुआवजा राशि जारी करने पर मुख्यमंत्री सलाहकार विधायक संयम लोढा ने सत्यमेव जयते कहते हुए कहां कि इस मामले में एक बार फिर यह साबित हुआ है सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही। विधायक संयम लोढा ने निर्दोषों को मुआवजे के आदेश जारी होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया।
विधायक संयम लोढा ने विधानसभा में उठाया था मामला- राजस्थान विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिये सिरोही विधायक संयम लोढा ने सिरोही विधानसभा क्षेत्र के बरलूट थाना अंतर्गत झाडौलीवीर निवासी निर्दोष लखमाराम देवासी को हत्या व लूट के झूठे प्रकरण में फंसाने पर लिप्त दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने व पीडित को निर्दोष होने के बावजूद 4 वर्ष जेल में रखने को लेकर राजस्थान सरकार से जवाब मांगा था।
इसी प्रकार लाडूदेवी हत्याकांड मामले में गिरफ्तार व जेल में बंद निर्दोष गेमाराम गरासिया को भी दोषमुक्त करने व सीआरपीसी 169 के तहत सिरोही न्यायालय में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने की अपील करते हुए गेमाराम को मुआवजा देने की मांग की थी।
मामले में गठित हुई थी विशेष जांच कमेटी- विधायक संयम लोढा द्वारा दोनो ही मामलो को लगातार उठाते रहने पर सरकार ने दोनो ही मामलो की पुन: निष्पक्ष जांच के लिए एक विशेष जांच कमेटी गठित की जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को रखा गया। विशेष जांच कमेटी ने मामले की जांच कर अपनी
रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को पे्रेषित की जिसमें स्पष्ट पाया कि दोनो ही प्रकरण में लखमाराम देवासी व गेमाराम गरासिया निर्दोष है एवं गलत तरीके से मामलो में फंसाये जाने से जेल में बंद किये गये थे।
लोढा ने उच्च न्यायालय में लगाई थी जनहित याचिका - दोनो ही हत्याकांड में निर्दोष लखमाराम देवासी व गेमाराम गरासिया को न्याय एवं मुआवजे दिलाने के लिए विधायक संयम लोढा ने कोई कसर नही छोडी। विधानसभा में मामले उठाने के साथ मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक आदि को लगातार अवगत कराते रहे इसके साथ ही लोढा ने इस प्रकरण में निर्दोष को न्याय दिलाने के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में जनहित याचिका भी पेश की। लगातार प्रयासो के बाद विशेष जांच कमेटी गठित होने और उच्च स्तरीय जांच होने पर पूरे मामले की सच्चाई सामने आयी और दोनो को निर्दोष पाया गया।
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