प्रश्न पत्र लीक होने की थी संभावना : प्रश्न पत्र लीक होने की संभावना के चलते स्थगित की गई थी पटवारी परीक्षा, राजस्थान विधानसभा में उठा पटवार सीधी भर्ती परीक्षा का मामला

ऊर्जा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि प्रशासनिक कारणों से पटवार सीधी भर्ती परीक्षा-2019 को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।

प्रश्न पत्र लीक होने की संभावना के चलते स्थगित की गई थी पटवारी परीक्षा, राजस्थान विधानसभा में उठा पटवार सीधी भर्ती परीक्षा का मामला

जयपुर। 
ऊर्जा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि प्रशासनिक कारणों से पटवार सीधी भर्ती परीक्षा-2019 को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र लीक होने के कारण निरस्त की गई कनिष्ठ अभियंता सिविल डिग्री संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा-2020 तथा पटवार भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्रों के एक ही प्रेस में छपने तथा ट्रांसपोर्टर भी समान होने के कारण परीक्षा पत्र लीक होने की संभावनाओं के चलते इस परीक्षा को स्थगित किया गया। डॉ. कल्ला प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का कार्मिक मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि 13 लाख 49 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने पटवार परीक्षा के लिए आवेदन किया था। इतनी बड़ी परीक्षा में किसी भी प्रकार की गलती ना हो तथा किसी भी प्रकार से पेपर लीक होने की संभावना नहीं रहे, इस दृष्टि से परीक्षा के आयोजन को प्रशासनिक आधार पर निरस्त किया गया था।


पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने बनाई है समिति
कल्ला ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पेपर लीक की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए 4 जनवरी 2021 को एक समिति बनाई गई थी। समिति में एसओजी के आई.जी.तथा आरपीएससी के सचिव को भी शामिल किया गया। समिति द्वारा अन्य राज्यों में भर्ती प्रक्रियाओं का भी अध्ययन कराया गया है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए बजट में भी मुख्यमंत्री ने द्वितीय चरण की परीक्षाओं की घोषणा की है। इसके तहत एक जैसी समान परीक्षाओं के लिए पहले प्रारम्भिक परीक्षा आयोजित की जाए। इसके पश्चात् संबंधित विभाग के हिसाब से भर्तियों की संख्या के 12 अथवा 15 गुना अभ्यर्थियों के लिए द्वितीय परीक्षा आयोजित कर मेरिट के आधार पर चयन करने पर विचार किया जा रहा है।
पेपर लीक करने पर 7 साल की सजा
डॉ. कल्ला ने बताया कि परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाओं को रोकने केे लिए एक्ट भी बनाया गया है। इसके तहत पेपर लीक करने पर सात साल की सजा का प्रावधान भी किया गया है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक करना एक गंभीर अपराध है। इस तरह के अपराध में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए। उन्हाेंने बताया कि 6 दिसम्बर 2020 को कनिष्ठ अभियंता सिविल डिग्री संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर लीक हुआ था। परीक्षा के निरस्त होने के बाद अब यह परीक्षा जून में करवाई जा रही है। इससे पहले डॉ. कल्ला ने विधायक अनिता भदेल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि 10 जनवरी 2021 एवं 17 जनवरी 2021 तथा 24 जनवरी 2021 को चरणवार आयोजित होने वाली पटवार सीधी भर्ती परीक्षा को प्रशासनिक कारणाें से स्थगित किया गया है। उन्होंने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा कनिष्ठ अभियंता संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा -2020 मेंं से केवल 06 दिसम्बर 2020 प्रातः 10 बजे  से अपरान्ह 12 बजे तक आयोजित कनिष्ठ अभियंता(सिविल) (डिग्रीधारी) संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा-2020 को प्रश्न-पत्र लीक होने के कारण बोर्ड कार्यालय आदेश 29 दिसम्बर 2020 द्वारा रद्द कर दिया गया है । 

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