rajasthan: जैसलमेर के होटल सूर्यागढ़ पैलेस में यूनाइटेडग्लोबल पीस फाउंडेशन का उद्घाटन
राज्य
18 Oct 2024
1. जैसलमेर के सूर्यागढ़ पैलेस में यूनाइटेडग्लोबल पीस फाउंडेशन का भव्य उद्घाटन 2. वैश्विक शांति और सामंजस्य की दिशा में मेघराज सिंह रॉयल का नेतृत्व 3. राष्ट्रीय स्तर पर एचआर सीएसआर कार्यशाला में विशेषज्ञों के विचार 4. फाउंडेशन का उद्देश्य: शांति, स्थिरता और समानता को बढ़ावा देना
जैसलमेर, 19अक्टूबर 2024 — ऐतिहासिक होटल सूर्यागढ़ पैलेस में आयोजित एक भव्य समारोह में यूनाइटेडग्लोबल पीस फाउंडेशन का विधिवत् उद्घाटन हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता फाउंडेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल ने की, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि भारत सरकार के कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन के एचआर सदस्य आर. बाल सुब्रह्मणियम मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में स्वामी विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी की उपाध्यक्ष पद्मश्री निवेदिता भिड़े, भारतीय सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, शिवगंगा सांसद पद्मश्री महेश शर्मा, ग्लोबल पीस फाउण्डेशन के प्रधान सलाहकार डॉ. विक्रांत सिंह तोमर, डाइरेक्टर शक्ति सिंह बांदीकुई, सूर्यागढ़ के निदेशक मानवेन्द्रसिंह रॉयल की भी प्रभावी उपस्थिति रही।
युनाइटेडग्लोबल पीस फाउण्डेशन का आगाज वैश्विक शांति और सामंजस्य को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयासों और नवाचार नेतृत्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। फाउंडेशन के उद्घाटन का जश्न पारंपरिक दीप प्रज्वलन (दीप जलाना) के साथ मनाया गया, जो अंधकार को दूर करने और आशा और एकता का स्वागत करने का प्रतीक है।
मेघराज सिंह रॉयल ने सभी अतिथियों, देशभर से आए विशिष्ट लोगों का स्वागत किया। डॉ. विक्रांत सिंह तोमर ने युनाइटेडग्लोबल पीस फाउण्डेशन के गठन और उद्देश्यों के बारे में बताया। तोमर ने कहा कि मेघराज सिंह रॉयल अपने स्तर पर
निरंतर सेवा प्रकल्प प्रभावी और सफल रूप में चलाते रहे हैं। परन्तु इस बार अपने प्रयासों को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए उनके नेतृत्व में बना यह फाउण्डेशन नई उंचाइयां छुएगा।
डॉ. बालासुब्रह्मणियम ने भारत सरकार के क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) के "मिशन कर्मयोगी" राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम (एनपीसीएससीबी) के विषय पर जानकारी दी और कहा कि ग्लोबल पीस फाउण्डेशन का गठन इसमें प्रभावी भूमिका निभाएगा।
निवेदिता भिड़े ने भी सेवा और चैतन्यता के विषय पर प्रभावी उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में आनलाइन जुड़े डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने भी ग्लोबल पीस फाउंडेशन के गठन की सराहना की और विश्व शांति की दिशा में बढ़ाए कदमों को लेकर अपनी शुभकामनाएं दी। अतिथियों ने युनाइटेड ग्लोबल पीस फाउण्डेशन की वेबसाइट लांच की और ब्रॉशर का विमोचन किया। इसके बाद प्रारंभ हुए राष्ट्रीय स्तरीय एचआर सीएसआर कार्यशाला में आईआईएम तिरुचि के प्रोफेसर पी.के. सिंह, नीदरलैंड्स की प्रोफेसर शारदा, और भारतीय वन सेवा (IFS) की शैलजा देवल आदि विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए विश्व शांति को बढ़ावा देने के प्रति समर्पित इस संगठन तथा विद्वानों और पेशेवरों के बीच व्यापक समन्वय की बात कही।
फाउंडेशन का दृष्टिकोण
यूनाइटेडग्लोबल पीस फाउंडेशन का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों के नेताओं को एक साथ लाना है ताकि वे वैश्विक शांति, समानता और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए संवाद और पहलों में शामिल हो सकें। यह फाउंडेशन सरकारों, गैर-लाभकारी संगठनों और कॉर्पोरेशनों के बीच सहयोग को प्रेरित करने का लक्ष्य रखता है ताकि संघर्ष समाधान, पर्यावरणीय स्थिरता और सामुदायिक सशक्तिकरण जैसी प्रमुख वैश्विक समस्याओं का समाधान किया जा सके।
प्रमुख योगदान
दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन अन्य वक्ताओं में, आईआईटी मुंबई के प्रो. आशीष पांडे और हीरो फ्यूचर एनर्जीज की भवाना कृपाल मित्तल ने स्थायी नेतृत्व और स्वच्छ ऊर्जा समाधान को शांति बनाए रखने के महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में विचार प्रस्तुत किए।
इसके अलावा, टाटा ग्रुप, आईटीसी, भारतीय रेलवे, और इंडिगो एयरलाइंस जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी बातें रखीं और यह बताया कि किस प्रकार कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के माध्यम से व्यवसाय शांति निर्माण के प्रयासों में योगदान कर सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान यूनाइटेडग्लोबल पीस फाउंडेशन की वेबसाइट का भी शुभारंभ किया गया, जिससे दुनिया भर के व्यक्तियों और संगठनों के लिए इस वैश्विक आंदोलन में शामिल होने के दरवाजे खुल गए। फाउंडेशन के नेतृत्व ने भविष्य में होने वाले सहयोगों के प्रति आशा व्यक्त की, जो नवीन समाधानों और सहानुभूतिपूर्ण नेतृत्व के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों का समाधान करेंगे।
यूनाइटेडग्लोबल पीस फाउंडेशन के उद्घाटन समारोह ने शांति प्रयासों के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत की, जिसमें सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक आयामों को मिलाकर एक समग्र दृष्टिकोण पर बल दिया गया। जैसे-जैसे दुनिया अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रही है, फाउंडेशन के प्रयास वैश्विक शांति और एकता के लिए आशा की किरण बनकर उभरेंगे।
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