भाजपा मे अंतर्कलह : भाजपा की परिवर्तन यात्रा में वसुंधरा राजे की गैरमौजूदगी से उठ रहे ढेरों सवाल

झालावाड़ क्षेत्र का वह पिछले 33 सालों से विधायक और सांसद के तौर पर प्रतिनिधित्व कर रही है, लेकिन वहाँ भी भाजपा की परिवर्तन यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की गैरमौजूदगी से सवाल उठ रहे है। असम के मुख्यमंत्री से जब इस विषय पर पत्रकारों ने प्रश्न किया तो उन्होंने भारत माता की जय का नारा सुनाकर टाल दिया।

भाजपा की परिवर्तन यात्रा में वसुंधरा राजे की गैरमौजूदगी से उठ रहे ढेरों सवाल
भाजपा की परिवर्तन यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की गैरमौजूदगी से सवाल उठ रहे है।

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया अपनी ही पार्टी द्वारा आयोजित परिवर्तन यात्रा के अंतिम चरण में सम्मिलित नहीं हुईं तो सवाल उठना लाजमी है। भाजपा की परिवर्तन यात्रा में वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र कोटा, बूंदी और झालावाड़ से होकर गुजरी थी। ज्ञात ही कि झालावाड़ तो वसुंधरा राजे का निर्वाचन क्षेत्र भी हैं, ऐसे में प्रश्न तो लोग करेंगे ही। झालावाड़ क्षेत्र का वह पिछले 33 सालों से विधायक और सांसद के तौर पर प्रतिनिधित्व कर रही है। जब यहां पर भी यहां पर भी परिवर्तन यात्रा में वह शामिल नहीं हुईं तो लोग तरह तरह के कयास लगाने लगे हैं
 विधानसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही बीजेपी की यह परिवर्तन यात्रा गुरुवार शाम को कोटा में समाप्त हुई। 

राजस्थान आए असम के मुख्यमंत्री से इस विषय पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जब हम भारत माता की जय कहते हैं तो हम सभी एक होते हैं। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मोदी 25 सितंबर को राजस्थान आ रहे हैं। 

परिवर्तन रैली में वसुंधरा राजे नहीं पहुंची लेकिन उनके बेटे दुष्यंत सिंह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ उपस्थित हुए लेकिन जनता में उनको लेकर उत्साह नहीं देखा गया। जब कि इस क्षेत्र में वसुंधरा राजे का खास क्षेत्र भी है और उनकी अपील का प्रभाव भी यहां के लोगों पर पड़ता है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जैसे अन्य राज्यों के सीएम बीजेपी की रैली में जोश भरने के लिए वहां मौजूद रहे है लेकिन राज्य की पूर्व सीएम ही वहां मौजूद नहीं रहीं है, इसे लेकर अटकलों का दौर शुरू है।

क्या पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं --
वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति से लोग सवाल खड़े कर रहे हैं कि पार्टी में कुछ भी सही नहीं है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि वसुंधरा राजे का परिवर्तन रैली में शामिल न होने की मुख्य वजह उनका दिल्ली में होना है। वह किसी निजी कारण से गुरुवार को दिल्ली में मौजूद थी। असम के सीएम से वसुंधरा की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे टाल दिया था। भाजपा प्रवक्ता विकास बारहट ने भी वसुंधरा राजे की पार्टी में किसी भी तरह की अनबन ने इनकार किया है।

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