विधानसभा पशु चिकित्सक भर्ती पर बयान: विधानसभा में पशुपालन मंत्री कटारिया ने पशु चिकित्सक व पशुधन सहायकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने का दिया आश्वासन

पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि पशु चिकित्सकों और पशुधन सहायकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाएगा।

विधानसभा में पशुपालन मंत्री कटारिया ने पशु चिकित्सक व पशुधन सहायकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने का दिया आश्वासन

जयपुर।
पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि पशु चिकित्सकों और पशुधन सहायकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाएगा।
कटारिया ने प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि 900 पशु चिकित्सकों की भर्ती का परिणाम जारी किया जा चुका है। लेकिन मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इस कारण इनकी भर्ती नहीं हो पाई है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में पशुधन सहायकों के 1541 पद रिक्त है। इनमें से 1136 पदों की भर्ती के लिए 11 मार्च 2022 को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा भर्ती की विज्ञप्ति जारी की जा चुकी है।


भर्ती हेतु आवेदन करने की अंतिम तिथि 17 अप्रैल 2022 है और परीक्षा का आयोजन 4 जून को प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षा परिणाम आते ही रिक्त पदों को भर दिया जाएगा। इससे पहले कटारिया ने विधायक खुशवीर सिंह के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि पशुपालन विभाग में कार्यरत पशुधन सहायकों की प्रशिक्षण अवधि निर्धारित नहीं है।
विभाग में आवश्यकतानुसार विभिन्न विभागीय प्रशिक्षण संस्थानों में पशुधन सहायकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। 
मेडिकल चिकित्सकों एवं पशु चिकित्सकों के लिए एक वर्षीय इंटर्नशिप सहित 5 वर्ष 6 माह का डिग्री कार्यक्रम निर्धारित है।
राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के तकनीकी दिशा निर्देशानुसार इसके प्रशिक्षण की अवधि निर्धारित की जाती है।
कटारिया ने बताया कि विभागीय संस्थाओं में पूर्व से ही न्यूनतम एक पशु चिकित्सा सहायक और पशुधन सहायक का पद स्वीकृत है। 
विभागीय पशु चिकित्सा संस्थाओं में आवश्यकता अनुसार कार्मिकों के अतिरिक्त पद सृजित किये जाते रहे हैं। कटारिया ने बताया कि पशुधन बीमा योजना वर्तमान में पशुपालन विभाग के माध्यम से प्रदेश में 1 अक्टूबर 2018 से यह संचालित नहीं है। 
उन्होंने योजना को संचालित नहीं किए जाने के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2018-19 में प्रदेश में पशुधन बीमा हेतु बीमा कंपनियों से तत्समय भारत सरकार के स्तर से निर्धारित प्रीमियम दरों से अधिक प्रीमियम दर प्राप्त होना और वर्ष 2019-20 में भारत सरकार से निर्धारित समय पर राशि प्राप्त नहीं होने के कारण निविदा जारी नहीं की गई। 
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 में किसी भी बीमा कम्पनी द्वारा निविदा प्रक्रिया में भाग नहीं लिया गया और वर्ष 2021-22 में भारत सरकार से प्राप्त संशोधित प्रीमियम दर अनुसार दिनांक 28 अक्टूबर 2021 को निविदा जारी की गई।
उन्होंने बताया कि एक बीमा कम्पनी से ही प्रदेश के दो सम्भाग जयपुर एवं अजमेर हेतु निविदा प्राप्त हुई है।
राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा वर्ष 2022-23 में 6 लाख पशुपालकों के पशुओं का बीमा किये जाने हेतु राशि 150 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इसके तहत प्रदेश में पशु बीमा हेतु निविदा कार्य प्रक्रियाधीन है।

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