Raj पंचायत चुनावों के उपजिला प्रमुख: राजस्थान में 6 जिलों में से 5 में कांग्रेस का उप जिला प्रमुख और अकेले सिरोही में भाजपा की मनीषा मीणा उपजिला प्रमुख

राजस्थान में जिला प्रमुख और प्रधानों के चुनाव परिणामों से सबक लेते हुए कांग्रेस ने आज मंगलवार को उप प्रमुख के चुनाव में बाजी पलट दी। राजस्थान के छह में से पांच जिलों में कांग्रेस ने अपनी पार्टी का उप प्रमुख बनाने में सफलता हासिल की। वहीं दूसरी ओर केवल सिरोही जिले में ही भाजपा अपना उम्मीदवार जीता पाई।

राजस्थान में 6 जिलों में से 5 में कांग्रेस का उप जिला प्रमुख और अकेले सिरोही में भाजपा की मनीषा मीणा उपजिला प्रमुख

जयपुर/ सिरोही।
राजस्थान (Rajasthan) में जिला प्रमुख और प्रधानों के चुनाव परिणामों से सबक लेते हुए कांग्रेस ने आज मंगलवार को उप प्रमुख के चुनाव में बाजी पलट दी। राजस्थान के छह में से पांच जिलों में कांग्रेस ने अपनी पार्टी का उप प्रमुख बनाने में सफलता हासिल की। वहीं दूसरी ओर केवल सिरोही (Sirohi) जिले में ही BJP अपना उम्मीदवार जीता पाई। जबकि जिला प्रमुख के चुनावों में कांग्रेस व भाजपा दोनों पार्टी के हिस्से में 3-3 सीटें आई थी।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को 6 जिलों में उप जिला प्रमुखों और 78 पंचायत समितियों में उप प्रधानों के चुनाव हुए। राजधानी जयपुर(Jaipur) में कांग्रेस के मोहन डागर(Mohan Dagar), जोधपुर में विक्रम विश्नाेई(Vikram Vishnai), दौसा में मानधाता मीणा (Mandhata Meena) और सवाईमाधोपुर में बाबूलाल मीणा(Babulal Meena) को उपजिला प्रमुख बनाया गया। राजधानी जयपुर में कांग्रेस के उम्मीदवार मोहन डागर को 26 तो भाजपा की राजकंवर को 25 वोट मिले। वहीं दूसरी ओर जोधपुर में भी कांग्रेस के विक्रम विश्नोई ने भाजपा के उम्मीदवार सुशीला को हराकर उप जिला प्रमुख चुनाव में बाजी मारी। विक्रम विश्नोई को 23 व सुशीला को 16 वोट मिले। जबकि दौसा में कांग्रेस के मानधाता मीणा ने 22 वोट लेकर भाजपा के बृजमोहन मीणा को हरा दिया। बृजमोहन मीणा को केवल 6 वोट ही मिले है।

भरतपुर में भाजपा के 17 वोट, बावजूद 8 वोट से कांग्रेस का उप प्रमुख
भरतपुर(Bharatpur) में उप प्रमुख को लेकर जोरदार मामला देखने को मिला। राजनीति में सबकुछ जायज है, यह भरतपुर उप जिला प्रमुख चुनाव में देखा गया। भरतपुर में कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गुर्जर (Congress candidate Priyanka Gurjar) 37 सदस्यों वाली जिला परिषद में केवल 8 वोट लेकर भी उप जिला प्रमुख का चुनाव जीत गईं। चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा के पास 17 वोट होने के बावजूद 8 वोट वाली कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव जीत गई। भाजपा की उम्मीदवार शिखा शर्मा को केवल 3 वोट ही मिले। BJP के 17 में से केवल 3 सदस्य ही उप प्रमुख चुनाव में वोट करने पहुंचे। कांग्रेस के भी भरतपुर में 14 सदस्य हैं, लेकिन वोट देने केवल 8 ही पहुंचे। 

सिरोही में भाजपा का बहुमत
सिरोही(Sirohi) में बीजेपी की मनीषा मीना (Manisha Meena) को 17 वोट मिले हैं। कांग्रेस उम्मीदवार को 3 वोट मिले। सिरोही में 21 सदस्य हैं। बीजेपी के पास केवल सिरोही जिला परिषद(Sirohi Zilla Parishad) में बहुमत था। उसने जोड़-तोड़ कर तीन जिला प्रमुख बना लिए। कांग्रेस का केवल 24 पंचायत समितियों में बहुमत था, लेकिन निर्दलीयों के सहयोग से और बीजेपी में क्रॉस वोटिंग से 49 प्रधान जीत गए। BJP को भी 14 पंचायत समितियों में ही बहुमत था, लेकिन कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग और निर्दलीयों के सहयोग से 25 प्रधान बनाए। सवाई माधोपुर(Sawai madhopur) में कांग्रेस के बाबूलाल मीणा उप जिला प्रमुख का चुनाव जीते हैं। बाबूलाल मीणा ने बीजेपी के उम्मीदवार पुखराज गुर्जर को 9 वोटों से हराया। बाबूलाल मीणा(Babulal Meena) को 17 और पुखराज गुर्जर को 8 वोट मिले। सवाईमाधोपुर में 25 सदस्य हैं। इससे पहले सोमवार को जिला प्रमुखों और प्रधानों के चुनाव में कई जगह उलटफेर हुआ था। सबसे बड़ा उलटफेर जयपुर में हुआ, जहां कांग्रेस (Congress) आपसी फूट के कारण बहुमत होते हुए अपना जिला प्रमुख नहीं बना सकी। जयपुर में कांग्रेस की जिला परिषद सदस्य रमा देवी और जैकी टाटीवाल की बगावत ने जीती बाजी हार में बदल दी। रमा देवी को बीजेपी ने सिंबल देकर जिला प्रमुख जितवा दिया। इस मामले में कांग्रेस हाईकमान ने रिपोर्ट भी मांगी है।

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