BJP प्रदेश प्रभारी की नसीहत: BJP प्रदेश प्रभारी की राजस्थान के नेताओं को नसीहत— संगठन सर्वोपरि, भाजपा कार्यशाला में अनुपस्थित 50 विधायक, 4 सांसद और 8 राज्य सरकार के मंत्रियों से कारण पूछने के दिए निर्देश

भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने संगठन सर्वोपरि का संदेश देते हुए सदस्यता अभियान कार्यशाला में अनुपस्थित रहने वाले और कार्यशाला को बीच में छोड़कर जाने वालों की लिस्ट तैयार करवाने तथा उनसे कारण पूछने के निर्देश ​दे दिए।

BJP प्रदेश प्रभारी की राजस्थान के नेताओं को नसीहत— संगठन सर्वोपरि, भाजपा कार्यशाला में अनुपस्थित 50 विधायक, 4 सांसद और 8 राज्य सरकार के मंत्रियों से कारण पूछने के दिए निर्देश

जयपुर। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ने राजस्थाने आने के साथ ही पहले दिन अपनी कार्यशैली जाहिर कर दी। भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने संगठन सर्वोपरि का संदेश देते हुए सदस्यता अभियान कार्यशाला में अनुपस्थित रहने वाले और कार्यशाला को बीच में छोड़कर जाने वालों की लिस्ट तैयार करवाने तथा उनसे कारण पूछने के निर्देश ​दे दिए। 


राजस्थान में भाजपा सदस्यता अभियान को लेकर मंगलवार को प्रदेश स्तरीय कार्यशाला वैशाली नगर स्थित एक संस्थान के सभागार में आयोजित की गई थी। इस दौरान कार्यशाला में राजस्थान सरकार के सभी मंत्री, सभी विधायकों के साथ प्रदेश के सांसद, भाजपा से पदाधिकारी, जिला प्रभारी, जिलाध्यक्ष, जिला महामंत्री, भाजपा के मोर्चो, विभाग, प्रकोष्ठों के संयोजक, सह संयोजक अपेक्षित थे।

लेकिन इस दौरान कार्यशाला में 114 में से 64 विधायक, 24 मंत्रियों में से 16 मंत्री, 14 सांसदों में से 10 सांसद और 44 जिलाध्यक्षों में से 38 जिला अध्यक्ष ही उपस्थित हुए। अनुपस्थित 50 विधायक, 8 मंत्री, 4 सांसद और 6 जिलाध्यक्षों से प्रभारी डॉ अग्रवाल ने कारण पूछने के लिए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को कहा है।

इसके साथ ही डॉ अग्रवाल ने उन नेताओं की सूची भी तैयार करने के लिए कहा जो कार्यशाला में आए तो, लेकिन कार्यशाला को बीच में ही छोड़कर चले गए। जब सीएम उपस्थित रह सकते है तो आप क्यों नहीं ! डॉ अग्रवाल ने कहा कि संगठन की कार्यशाला से महत्वपूर्ण कौन सा कार्य था जो ये लोग अपेक्षित होने के बावजूद उपस्थित नहीं हुए।

डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने पार्टी के नेताओं को दो टूक शब्दों में बड़ी नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा में संगठन सबसे महत्वपूर्ण है। जब प्रदेश के सबसे व्यस्त व्यक्ति मुख्यमंत्री इस कार्यशाला में दिनभर उपस्थित रह सकते है तो आप क्यों नहीं। सभी नेता और कार्यकर्ताओं को समझना होगा कि संगठन सर्वोपरि होता है, जब भी संगठनात्मक कार्यों या किसी तरह का अभियान चलाया जाता है तो उसमें सब की मौजूदगी अति आवश्यक है।

सदस्यता अभियान को संबोधित करने के दौरान  प्रभारी डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का नाम लेते हुए कहा कि राठौड जी कहां गए ? अभी कुछ देर पहले तो यही थे, लेकिन अब नजर  नहीं आ रहे हैं? इसके बाद अग्रवाल की भाषा में थोड़ी सख्ती दिखाई दी और उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की ओर ईशारा करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति संगठन से ऊपर नहीं है।

Must Read: जल जीवन मिशन की समय सीमा मार्च 2026 तक बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

पढें राजनीति खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें First Bharat App.

  • Follow us on :