सिरोही पुलिस पर आरोप: पुलिस पर झूठे केस में फंसाकर दो दिन कस्टड़ी में रखकर क्रूरता व निर्दयता पूर्वक मारपीट करने एवं 1,78,500/- रूपए हड़पने का आरोप, प्रार्थी ने की दोषियों के विरूद्ध की कार्यवाही की मांग
सिरोही पुलिस पर एक व्यक्ति ने झूठे केस में फंसाकर दो दिन तक लगातार कस्टड़ी में रखकर क्रूरता व निर्दयता पूर्वक मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है। साथ ही प्रार्थी ने पुलिस के एएसआई शैतानसिंह पर मारपीट के साथ 1,78,500 रूपए हड़पने का आरोप भी लगाया है।
सिरोही। सिरोही पुलिस पर कानाराम गवारिया नाम के एक व्यक्ति ने उसे झूठे केस में फंसाकर दो दिन कस्टड़ी में रखने, क्रूरता व निर्दयता पूर्वक मारपीट करने और1,78,500 रूपए हड़पने का गंभीर आरोप लगाया है। प्रार्थी ने यह आरोप ए.एस.आई.शैतानसिंह पर लगाया है।
प्रार्थी कानाराम पुत्र फुलाराम गवारिया निवासी गोयली ने राजस्थान के राज्यपाल, लोकायुक्त, मानावाधिकार आयोग के अध्यक्ष, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अधिकारी जयपुर, पुलिस कमिश्नर जोधपुर, जिला कलेक्टर सिरोही, पुलिस अधीक्षक सिरोही एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिरोही को एक प्रार्थना पत्र देकर पुलिस अधिकारी ASI शैतानसिंह पर गंभीर आरोप लगाया है और कार्यवाही की मांग की है।
प्रार्थी द्वारा दिये गए प्रार्थना पत्र के अनुसार प्रार्थी गोयली का रहने वाला है तथा भंगार खरीदने का धंधा करता है। प्रार्थी ने लिखा है कि दिनांक 18.09.2023 को दोहपर 12-1 बजे पुलिस ने रजिस्टर खोने का बहाना करके उसके पास आई और उसे जबरदस्ती पुलिस थाना कोतवाली लेकर गये।
प्रार्थी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उस पर 4 मोटरसाईकिल चोरी का इल्जाम अपने ऊपर लेने का दबाब मनाया लेकिन प्रार्थी ने कहा कि उसने चोरी नहीं की है और मैं झूठा इल्जाम अपने ऊपर क्यों लूँ तो पुलिस ने पटककर मारपीट की एवं 40-50 पट्टे शरीर पर बेरहमी से मारते गये और प्रार्थी मार खाकर बेहोश हो गया।
प्रार्थी ने एएसआई शैतानसिंह पर आरोप लगाया है कि वही मुझे गिरफ्तार करके जबरदस्ती पुलिस स्टेशन लाया और मारपीट की। शैतानसिंह ने 18 से 19 सितम्बर तक बिना किसी कारण के पुलिस कस्टडी में रखा और मारपीट करते रहे तथा चोरी का इल्जाम अपने ऊपर लेने के लिए दबाब बनाते रहे।
प्रार्थी ने यह भी लिखा कि पुलिस ने उससे पैसे मांगे जिस पर उसके काका गोरकाराम गुआरिया पुत्र धीराजी निवासी गोयली ने कानाराम को छोड़ने की एवज में 41,000 रूपए नकद लाकर दिए जिसे शैतानसिंह ने पुलिस थाने के पीछे लेकर उनसे वह पैसे लिये व दूसरे दिन कानाराम को छोड़ने का कहा।
प्रार्थी द्वारा दिये गए प्रार्थना पत्र के अनुसार पुलिस ने 19 सितम्बर को सुबह पुन: उसके काका जब पुलिस थाने पहुँचे तो शैतानसिंह ने 3,00,000/- तीन लाख रूपए मांगे और नहीं देने पर झूठे चोरी के केस में फंसाने की बात कही।
बाद में एएसआई शैतानसिंह ने 1,50,000/- रूपए में मामला सेट किया। गोरकाराम ने 1,37,500/- रूपए लेकर थाने आया तब शैतानसिंह ने उसे शिफ्ट में बैठाकर सर.के.एम. स्कूल के पास लगे बड़ के पेड के वहां लेकर जाकर पैसे मांगे तब गोरकाराम ने रूपए हाथ में देने की कोशिश की तो शैतानसिंह ने यह रकम गाडी की सिट के पीछे डालने का कहा जिस पर गोरकाराम ने वह रकम 1,37,500 रूपए गाडी में रखे।
प्रार्थी ने लिखा है कि इसके बाद पुलिस ने झूठी रिपोर्ट पर एसडीएस कोट सिरोही में पेश किया जहां से उसकी जमानत हुई।
प्रार्थी ने दो दिन तक पुलिस कस्टडी में रखने और 1,78,500/- रूपए हड़पने और क्रूरतापूर्वक निर्दयता से गम्भीर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
प्रार्थी का कहना है कि इस बात से उसकी मानसिक स्थिति खराब हुई और वह बीमार हो गया तथा इस घटना के कारण खौंफ में रहा जिससे प्रार्थना पत्र देने में विलम्ब हुआ।
प्रार्थी ने एएसआई शैतानसिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और कानूनी कार्यवाही करने की प्रार्थना की है।
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