ख़ौफ़ के साए में बेटियां: 12 दिन से पीड़िता अस्पताल में लड़ रही जिंदगी की जंग, लेकिन पुलिस कर रही पूरे मामले में लीपापोती

दिन दहाड़े सवेरे 9.30 बजे अपने घर में खाना बना रही एक 20 वर्षीय युवती का हैं जिसके साथ महिला और पुरुष आरोपियों ने उसे रसोई से घसीटते हुए बीच सड़क पर लाकर नग्न करके गुप्तांग में मिर्ची पाऊडर डाल दिया, पर घटना के 12 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस सिर्फ जांच अधिकारी बदल कर जांच करवाने की बात कह रही हैं।

12 दिन से पीड़िता अस्पताल में लड़ रही जिंदगी की जंग, लेकिन पुलिस कर रही पूरे मामले में लीपापोती

पाली। देश और प्रदेश की सरकारें महिला सुरक्षा को लेकर एक के बाद एक कानून बनाती हैं, पर इसके बावजूद जिम्मेदारों द्वारा अपने कर्तव्य में ढिलाई बरतने के कारण प्रदेश में आज भी महिलाएं सुरक्षित नही हैं। आए दिन नाबालिग बच्चियों, युवतियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में हो रही वृद्धि के पीछे भी पुलिसिया कार्रवाई में ढुलमुल रवैया ही मुख्य कारण हैं। ताज़ा मामला पाली जिले के सुमेरपुर का हैं जहाँ दिन दहाड़े सवेरे 9.30 बजे अपने घर में खाना बना रही एक 20 वर्षीय युवती का हैं जिसके साथ महिला और पुरुष आरोपियों ने उसे रसोई से घसीटते हुए बीच सड़क पर लाकर नग्न करके गुप्तांग में मिर्ची पाऊडर डाल दिया, पर घटना के 12 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस सिर्फ जांच अधिकारी बदल कर जांच करवाने की बात कह रही हैं। जबकि घटना के सीसीटीवी फुटेज से लेकर स्थानीय लोगों द्वारा अपने अपने मोबाइल से बनाए गए वीडियो फुटेज इस पूरे घटनाक्रम को साफ साफ बयान कर रहे हैं।

एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल किया जा रहा रैफर, बिगड़ती जा रही हालत

पाली जिले के सुमेरपुर की रहने वाली एक 20 वर्षीय युवती के साथ 10 अगस्त को करीब 10 लोगों ने मिलकर मारपीट कर अमानवीय हरकत करते हुए गुप्तांग में मिर्ची डालकर ऐसी वेदना दी कि घटना के बाद से ही उक्त पीड़िता एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल रैफर होकर अपनी जिंदगी की जंग लड़ रही हैं। घटना के बाद पीड़िता के रिश्तेदारों ने उसे सुमेरपुर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहाँ 8-9 दिन उसका इलाज चला पर उसके जख्म भरने की बजाए बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में पीड़िता के रिश्तेदारों ने सिरोही जिले के शिवगंज अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन शिवगंज अस्पताल में भी इलाज़ नही हुआ और पीड़िता की हालत बिगड़ते देख डॉक्टर ने उसे उच्च इलाज़ के लिए सिरोही रैफर किया। जिस पर आज पीड़िता को सिरोही के जिला अस्पताल के जनाना वार्ड में भर्ती करवाया गया हैं। मिर्ची पाऊडर डालने के कारण पीड़िता के शरीर में इंफेक्शन फैल गया हैं और दिन ब दिन हालात बिगड़ती जा रही हैं। घटना के दिन ही पीड़िता ने सुमेरपुर पुलिस थाना में लिखित रिपोर्ट देकर 10 नामजद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया। जिसकी जांच सुमेरपुर थाना में तैनात अतिरिक्त उपनिरीक्षक जीवनसिंह को सौंपी गई थी। लेकिन जांच अधिकारी एएसआई जीवनसिंह करीब 8 दिन तक तो पीड़िता 164 ले बयान तक नही करवा पाए। वहीं दो आरोपियों को गिरफ्तार बताकर कोर्ट में पेश कर दिया, जिसे कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया था। अगर जांच अधिकारी ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करने से पहले पीड़िता के बयान करवा दिए होते तो शायद उन दो आरोपियों को कोर्ट से जमानत की राहत भी नही मिलती। 

प्रभारी मंत्री से मिलकर पीड़िता ने लगाई गुहार तो बदला जांच अधिकारी

सुमेरपुर थाना द्वारा नियुक्त जांच अधिकारी जीवनसिंह द्वारा ढंग से जांच नही करने, जांच में ढिलाई बरतने को लेकर पीड़िता ने पाली जिले के प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद के सुमेरपुर दौरे के दौरान मिलकर न्याय की गुहार लगाई। तब मंत्री ने जिला पुलीस अधीक्षक को कड़े निर्देश देकर पीड़िता के 164 के बयान करवाने एवं जांच अधिकारी बदल कर उच्च अधिकारी से जांच करवाने की बात कही गई। तब जाकर एसपी ने जांच पूरे मामले की जांच पुलीस उपाधीक्षक को सौंपी, और पीड़िता के बयान दर्ज करवाए। लेकिन आरोपी अभी तक खुलेआम घूम रहे हैं।

घर में हैं तीन बहने और बूढ़ी मां, नही हैं पिता ना ही भाई, रिश्तेदारों का ही सहारा

पीड़िता के घर की अगर बात करें तो पीड़िता के घर में उसकी बूढ़ी मां और उसकी तीन अन्य बहनें हैं। जिसमें से एक बहन दिव्यांग हैं। पीड़िता का एक भी सगा भाई नहीं हैं। यानी पूरे परिवार में सिर्फ महिलाएं ही हैं। और इसी बात का फायदा उठाकर आरोपियों ने पीड़िता को रसोई घर से घसीटते हुए बीच सड़क में खुलेआम इस अमानवीय कृत्य को अंजाम दिया हैं। घटना के वक्त मां और दिव्यांग बहन भी बीच बचाव करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन दरिंदो ने बूढ़ी मां और दिव्यांग बहन के साथ भी मारपीट कर उनकी आंखों के सामने उनकी इस फूल सी मासूम बेटी का चरित्र हरण करते रहे। ये तो भला हो अड़ोसी पड़ोसियों का जिन्होंने आकर बीच बचाव किया वरना राम जाने क्या होता?

◆ ये हैं पूरा मामला
पाली जिले के सुमेरपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई हैं। सुमेरपुर शहर की निवासी एक 20 वर्षीय युवती ने 10 अगस्त के दिन सुमेरपुर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा कर कहा कि सुमेरपुर का रहने वाला नरेश माली पिछले लंबे समय से उसके साथ अवैध संबंध बनाने का दबाव बना रहा था, लेकिन युवती द्वारा उसकी नाजायज मांग स्वीकार नही करने से गुस्साए नरेश माली ने अपने परिजनों के साथ मिलकर युवती के घर में अनाधिकृत प्रवेश कर रसोई में खाना बना रही युवती के साथ बेरहमी से मारपीट करते हुए उसे खींचकर बीच सड़क पर लाया गया। जहाँ युवती के कपड़ो को फाड़कर उसे नग्न अवस्था में लाकर उसके गुप्तांग में मिर्ची पाऊडर डाल दिया गया। युवती के चिल्लाने पर आस पड़ोस के लोगो ने बीच बचाव कर उसे कपड़े पहनाकर अस्पताल पहुंचाया गया।

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