PHED नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना: PHED की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में स्टॉल पर 'नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना' का मॉडल बना आकर्षण का केन्द्र
राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) की स्टॉल पर लगाया गया 'नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना' का मॉडल आगंतुकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
जयपुर।
राजस्थान में गहलोत सरकार के कार्यकाल का तीन वर्ष पूर्ण होने पर जवाहर कला केंद्र में राज्य स्तरीय प्रदर्शनी आपका विश्वास हमारा प्रयास लगाई गई है।
राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) की स्टॉल पर लगाया गया 'नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना' का मॉडल आगंतुकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
प्रदर्शनी को देखने पहुंच रहे इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी, स्कूल विद्यार्थी, बच्चे सभी पीएचईडी की स्टॉल पर लगे इस मॉडल को देखकर विभाग की वृहद पेयजल परियोजनाओं के तहत पेयजल वितरण तंत्र और तकनीकी नेटवर्क के बारे में जानकारी लेने में खूब रूचि ले रहे हैं।
आगंतुक उत्सुकता के साथ इस मॉडल का अवलोकन करने के साथ ही इसके फ़ोटो व वीडियो भी अपने मोबाईल में कैद रहे हैं।
स्टॉल पर मौजूद जलदाय विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा भी मॉडल के बारें में लोगों को जानकारी दी जा रही है।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित 'आपका विश्वास हमारा प्रयास' चार दिवसीय प्रदर्शनी 21 दिसम्बर तक चलेगी। इसका शुभारम्भ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को किया। मुख्यमंत्री गहलोत एवं जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी द्वारा पीएचईडी की स्टॉल के अवलोकन के दौरान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत एवं अन्य अधिकारियों ने इस मॉडल के माध्यम से नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना के प्रथम एवं द्वितीय चरण के पेयजल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के बारे में अवगत कराया।
इसी परियोजना के पांच पैकेज के कार्यों का लोकार्पण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा गत दिवस मुख्यमंत्री निवास से किया गया।
नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना-प्रथम चरण (लागत-1194 करोड़ रुपये) में 494 गांवों एवं 5 शहरों में 12.85 लाख एवं नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना-द्वितीय चरण (लागत-2938 करोड़ रुपये़) में 986 गांव एवं 7 शहरों में 23.25 लाख की आबादी को लाभांवित करते हुए सवा लाख से अधिक परिवारों को 'हर घर जल' कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
इस लिफ्ट प्रोजेक्ट के माध्यम से नागौर जिले में फ्लोराईड युक्त एवं खारे पानी की समस्या का सामना कर रही बड़ी आबादी को इंदिरा गांधी नहर से पेयजल सुलभ कराते हुए लाभान्वित किया गया है।
इस आकर्षक मॉडल में दर्शाया गया है कि प्रोजेक्ट के तहत नागौर जिले के अलग-अलग स्थानों पर बनाए गए 68 पम्पिंग स्टेशन्स, 12000 किलोमीटर पाइप लाइन एवं 433 उच्च जलाशयों सहित परियोजना के सम्पूर्ण नेटवर्क से कैसे—कैसे जिले के विभिन्न कस्बों व तहसीलों तक पानी पहुँच रहा है।
मॉडल में नागौर लिफ्ट पेयजल परियोजना-प्रथम चरण के नेटवर्क को नीले एवं द्वितीय चरण के नेटवर्क को लाल रंग की पाइपलाइन से दिखाया गया है।
वहीं अलग- अलग पम्पिंग स्टेशन नीले, लाल एवं हरे रंग के छोटे— छोटे बल्ब से रोशन है। मॉडल में बीकानेर जिले में देशनोक के पास नोखा दैया में बने 5400 एमएलडी व 4800 एमएलडी क्षमता के दो रिजर्वायर, 275 एवं 74 एमएलडी क्षमता के जल परिशोधन संयत्र से निकलकर पम्पिंग स्टेशनों के नेटवर्क के जरिए नागौर जिले के 1486 ग्राम व 12 शहरों तक इंदिरा गांधी नहर से पहुंच रहे शुद्ध पेयजल के वितरण तंत्र को दिखाया गया है।
इसमें उच्च जलाशय, वितरण पाइप लाइन, 'हर घर में लगे नल' सहित, सार्वजनिक नल एवं पशु खेली को भी प्रदर्शित है। यह मॉडल मुख्य अभियंता, पीएमसी-नागौर दिनेश गोयल द्वारा बनवाकर प्रदर्शित किया गया है।
मॉडल अधिशासी अभियंताओं जे के चारण एवं अब्दुल गनी की देख रेख में तैयार किया गया है।
स्टॉल पर आने वाले लोगों को प्रोजेक्ट के तहत मकराना में पदस्थापित अधिशासी अभियंता दिनेश गुप्ता और उनके सहायक अमित चतुर्वेदी द्वारा जानकारी मुहैया कराई जा रही है।
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