Suicide : ‘आइ एम सॉरी, गुड बाय एवरी वन...’ लिखकर गोविन्द देवजी मंदिर महंत की बहू ने लगाई फांसी

जयपुर के आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर के महंत अंजनी गोस्वामी की बहू ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। 38 साल की निवेदिता को मंगलवार सुबह अपने कमरे में फंदे से झूलता पाया गया। जिसके बाद परिवार में दुख की लहर दौड़ी हुई है। सूचना पर मौके पर पहुंची माणक चौक थाना पुलिस ने महंत की बहू निवेदिता के कमरे को सील कर दिया

‘आइ एम सॉरी, गुड बाय एवरी वन...’ लिखकर गोविन्द देवजी मंदिर महंत की बहू ने लगाई फांसी

जयपुर | राजधानी जयपुर के आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर के महंत अंजनी गोस्वामी की बहू ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। 38 साल की निवेदिता को मंगलवार सुबह अपने कमरे में फंदे से झूलता पाया गया। जिसके बाद परिवार में दुख की लहर दौड़ी हुई है। सूचना पर मौके पर पहुंची माणक चौक थाना पुलिस ने महंत की बहू निवेदिता के कमरे को सील कर दिया है। पुलिस को कमरे से एक सुसाइट नोट भी मिला है। जिसमें मर्जी से सुसाइट करने की बात कही गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।

सुसाइड नोट में लिखा- आइ एम सॉरी, गुड बाय एवरी वन...
निवेदिता की शादी वर्ष 2007 में महंत अंजनी गोस्वामी के बेटे मानस गोस्वामी से हुई थी। उनके दो बेटियां है। एक बेटी करीब 10 साल की है, जबकि दूसरी की उम्र आठ साल है। पुलिस को मृतका के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें निवेदता ने मर्जी से आत्महत्या करने की बात लिखते हुए कहा- आइ एम सॉरी, गुड बाय एवरी वन... परिजनों से पूछताछ के दौरान पुलिस ने बताया कि निवेदिता ने दोनों बेटियों को मंगलवार की सुबह तैयार किया और गले लगाकार स्कूल भेजा था। निवेदिता के पास ज्योतिष की डिग्री थी। राजस्थान विश्वविद्यालय से कोर्स कर उन्होंने यह डिग्री हासिल की थी।

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परिजन कमरे में गए तो रह गए सन्न
पुलिस के अनुसार, मृतका गोविंददेव जी मंदिर के महंत अंजनी गोस्वामी के पुत्र मानस गोस्वामी की पत्नी थी और ख्वासजी का रास्ता की रहने वाली थी। मंगलवार सुबह महंत और उनके पुत्र मानस गोस्वामी मंदिर गए हुए थे तब निवेदिता ने अपने कमरे में फंदे से झूलकर खुदकुशी कर ली। जब काफी देर तक वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकली तो परिवार के लोगों ने उसे पुकारा। लेकिन आवाज नहीं आने पर देखा तो अंदर से दरवाजा बंद था। ऐसे में परिजनों ने दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो सन्न रह गए। निवेदिता फंदे से झूल रही थी। घबराए परिवार के लोग पड़ोसी की मदद से निवेदिता को गणगौरी अस्पताल लेकर पहुंच जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

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इस संबंध में पुलिस का कहना है कि, मृतका के शव को  एसएमएस अस्पताल की मार्चरी में रखवाया है जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही हैं। 

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