चांदी चोरी केस में सरगना गिरफ्तार: राजधानी के वैशाली नगर से सुरंग खोदकर करोड़ों की चांदी की सिल्लियां चोरी मामले में सरगना गिरफ्तार
सुरंग खोदकर करोड़ों रुपए की चांदी चोरी मामले में कमिश्नरेट पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने वैशाली नगर में चिकित्सक दंपति के बेसमेंट में सुरंग लगाकर चोरी करने वाले मुख्य सरगना अभियुक्त शेखर अग्रवाल और उसके भांजे जतिन जैन को गिरफ्तार कर लिया।
जयपुर।
जयपुर के सबसे चर्चित सुरंग खोदकर करोड़ों रुपए की चांदी चोरी मामले में कमिश्नरेट पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने वैशाली नगर में चिकित्सक दंपति के बेसमेंट में सुरंग लगाकर चोरी करने वाले मुख्य सरगना अभियुक्त शेखर अग्रवाल और उसके भांजे जतिन जैन को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी शेखर अग्रवाल और जतिन जैन उत्तराखंड हरिद्वार ऋषिकेश में चांदी चोरी करने के बाद फरारी काट रहे थे। आरोपी यहां से नेपाल भागने की फिराक में थे। लेकिन जयपुर कमिश्नरेट की डीएसटी वेस्ट और वैशाली नगर थाना पुलिस ने गोपनीय और तकनीकी टीम की मदद से दोनों आरोपियों को धर दबोच लिया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने डॉक्टर दंपति के वैशाली नगर स्थित आवास के बेसमेंट्स से करोड़ों रुपए की चांदी चोरी करना स्वीकार कर लिया। आरोपियों ने चोरी करने के बाद चांदी की सिल्लियां जयपुर की ही तीन बड़ी फर्मों को बेच डाली। आरोपी शेखर अग्रवाल और जतिन पर करीब 3 से 4 करोड़ रुपए का कर्जा था। इस कर्ज को उतारने के लिए शेखर अग्रवाल और जतिन ने डॉक्टर दंपति सुनीत सोनी के यहां से चांदी चोरी करने का मास्टर प्लान बनाया। प्लान के तहत आरोपियों ने डॉक्टर दंपति के यहां काम करने वाले कर्मचारियों को भी अपनी साजिश में शामिल किया था।
2 नंबर के रुपयों को 1 नंबर में करना चाहता था डॉक्टर परिवार
चांदी चोरी के आरोप में गिरफ्तार शेखर ने पुलिस को बताया कि डॉक्टर परिवार के पास हेयर ट्रांसप्लांट से काफी रुपए एकत्रित हो गया था। इस रुपए पर जीएसटी बचाते हुए डॉक्टर दंपति ने चांदी खरीदी थी। इसके बाद भी काफी रुपए बचा तो उनको 30—30 किलो की कई चांदी की सिल्लियां मेरे द्वारा दिलवाई गई। साजिश के तहत आरोपियों ने डॉक्टर सुनीत सोनी के पास का मकान खरीदा और यहां पर टीन शेड डालते हुए सुनीत सोनी के बेसमेंट से करोड़ों रुपए की चांदी की सिल्लियां चोरी कर ली। चांदी चोरी करने के बाद शेखर अग्रवाल और जतिन ने योजना में शामिल और चांदी चोरी करने में भूमिका अदा करने वाले सभी हिस्सेदाओं को 5 लाख से लेकर 25 लाख रुपए तक की रकम दी और उन्हें चलता किया। इसके बाद आरोपी ने तीनों फर्मों को यह सिल्लियाँ बेचकर अपना कर्जा उतार लिया। पुलिस को जैसे ही इस पूरे मामले की भनक लगी और परिवादी ने जब मुकदमा दर्ज कराया तो आरोपी अपने साथियों के साथ यहां से फरार हो गया और दिल्ली ऋषिकेश उत्तराखंड हरिद्वार में अपनी फरारी काटने लगा था। इस पूरे मामले की जांच बाद में एसओजी को सौंप दी गई। एसओजी ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए चुराई गई सिल्लियां और बेचान की गई चांदी की सिल्लियों से आई रकम को भी बरामद किया है। इसके साथ ही मामले में शामिल सभी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। बहरहाल पुलिस शेखर अग्रवाल और जतिन जैन से पूछताछ करेगी। पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को एसओजी को सुपुर्द किया जाएगा।
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