जालोर के अगवरी का मामला: अनाथ ममता को 18 साल की उम्र तक अमेरिका में बैठे सुधीर देंगे आर्थिक मदद
आहोर
अगवरी की ममता को अब अमेरिका से भारतवंशी सुधीर आर्थिक सहयोग करेंगे। इस बालिका के माता पिता की मौत हो चुकी है। जब इस बालिका की स्थिति के बारे में अमेरिका में रह रहे दानदाता सुधीर वेंकटराज को जानकारी प्राप्त हुई तो उन्होंने बालिका के लिए सहयोग को न केवल हाथा बढ़ाए, बल्कि 18 वर्ष की उम्र तक हर माह 100 डॉलर (करीब आठ हजार) रुपए भेजने की सहमति भी दी।
पहले स्तर पर इस बालिका को राशि प्राप्त भी हो चुकी है। पहले स्तर पर सुधीर ने कोरोना के विकट हालातों को लेकर भारत के प्रभावित परिवारों की जानकारी जुटाई तो विकास अधिकारी विकास कुमार के मार्फत इस मामले की उन्हें जानकारी मिली। सुधीर ने इस बालिका की परिस्थिति को समझते हुए इसे जरूरतमंद समझा और इसकी 18 वर्ष की उम्र होने तक हर महीने सौ डॉलर बच्ची ममता को भेजने का भरोसा दिलाया। अगवरी की दस वर्षीय ममता मीणा के पिता लालाराम की मौत कोरोना से हुई। जबकि माता की मौत पूर्व में हो चुकी है।
शिक्षक संघ अम्बेडकर ने किया आभार प्रकट
राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर के प्रदेश उपाध्यक्ष कपुराराम मीणा व जिलाध्यक्ष हीराराम रेड्डी ने आहोर विकास अधिकारी विकास कुमार की सकारात्मक पहल पर आभार प्रकट किया है। प्रदेश उपाध्यक्ष मीणा ने बताया कि अगवरी निवासी बालिका ममता के माता की मृत्यु पूर्व में व पिता लालाराम की मृत्यु कोरोना से होने पर बालिका अनाथ होने पर विकास अधिकारी आहोर विशाल कुमार के अथक प्रयास से भामाशाह (वर्तमान निवास अमेरिका) के द्वारा बालिका को प्रतिमाह आठ हजार 18 वर्ष की उम्र तक देने की व्यवस्था की है। वर्तमान में यह बालिका राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय अगवरी में अध्ययन कर रही है। इस सराहनीय कदम के लिए विकास अधिकारी ने आभार प्रकट किया है।
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