Korea ने बढ़ाई संयुक्त राष्ट्र की चिंता: उत्तर कोरिया ने रेलवे बेस्ड मिसाइल प्रणाली का किया परीक्षण, ट्रेन से पहली बार बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट

उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट कर दूनिया की चिंता बढ़ा दी। इस बार उत्तर कोरिया ने ट्रेन में बने मिसाइल सिस्टम से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। ट्रेन से मिसाइल के परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के राजदूत निकोलस रिवर ने कहा कि परिषद में ...

उत्तर कोरिया ने रेलवे बेस्ड मिसाइल प्रणाली का किया परीक्षण, ट्रेन से पहली बार बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट

नई दिल्ली, एजेंसी।
उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल(Ballistic Missile) का टेस्ट कर दूनिया की चिंता बढ़ा दी। इस बार उत्तर कोरिया ने ट्रेन में बने मिसाइल सिस्टम से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। ट्रेन से मिसाइल के परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UN Security Council) ने चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के राजदूत निकोलस रिवर ने कहा कि परिषद में शामिल देशों ने  इस तरह की मिसाइल टेस्ट को शांति और सुरक्षा के लिहाज से खतरा बताया है। इतना ही नहीं, यह मिसाइल प​रीक्षण परिषद के प्रस्तावों का भी उल्लंघन है। उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी के मुताबिक बुधवार को उत्तर कोरिया ने ट्रेन से एक मिसाइल का परीक्षण किया है। इस मिसाइल का मकसद रेलवे बेस्ड मिसाइल प्रणाली का परीक्षण करना है। इसे उत्तर कोरिया ने किसी भी खबरे या धमकी का जबवा देने के लिए तैयार किया है। ट्रेन से मिसाइल परीक्षण की तकनीक तैयार करने के बाद अब उत्तर कोरिया देश के किसी भी कोने से मिसाइल दाग सकता है। उत्तर कोरिया के बेहतर रेलवे नेटवर्क के चलते मिसाइल दागना आसान हो गया।


ट्रेन बेस्ड मिसाइल सिस्टम सस्ता और भरोसेमंद
अमेरिका के एक्सपर्ट के मुताबिक ट्रेन बेस्ट मिसाइल सिस्टम(Train Best Missile System) उन देशों के लिए सस्ता और भरोसेमंद विकल्प है, जो अपनी परमाणु(Nuclear) ताकत में इजाफा करना चाहते हैं। हालांकि रूस जैसे देश ने भी यह सिस्टम तैयार किया था वहीं अमेरिका भी इस पर विचार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर दक्षिण कोरिया(South Korea) और जापान(Japan) की सेना के मुताबिक उत्तरी कोरिया की ​मिसाइल जापान के स्पेशल इकोनॉमिक जोन(Special Economic Zone) के दायरे में जाकर गिरी, लेकिन यह जापान की समुद्री सीमा से बाहर थी। गौरतलब है कि बुधवार को ही दक्षिण कोरिया ने भी सबमरीन-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) का परीक्षण किया है। वह बिना परमाणु हथियारों के यह सिस्टम डेवलप करने वाला पहला देश बन गया है। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में हथियारों की होड़ तेजी से बढ़ रही है। दोनों ही देश आए दिन नए-नए हथियारों के साथ ही ज्यादा क्षमता वाली मिसाइलों का परीक्षण कर रहे हैं।
3 दिन पहले लंबी दूरी की मिसालइ से किया परीक्षण
उत्तर कोरिया (North Korea) ने तीन दिन पहले रविवार को लंबी दूरी की नई मिसाइल(New missile) का टेस्ट किया था। यह मिसाइल 1500 किमी की दूरी तक वार कर सकती है। इस रेंज में नॉर्थ कोरिया(North Korea) जापान के अधिकतर हिस्से पर निशाना लगा सकता है। कोरियन न्यूज़ एजेंसी ने बताया की यह क्रूज मिसाइल(Cruise missile) दो साल से तैयार हो रही थी। अमेरिकी विशेषज्ञों (American experts)का मानना है कि इस मिसाइल में न्यूक्लियर क्षमता वाला सिस्टम (Nuclear Power System) होने की आशंका है।उत्तर कोरिया ने कहा कि यह मिसाइल अहम रणनीतिक हथियार(Strategic Weapon) है, जो देश की सैन्य ताकत में बढ़ावा करने के देश के विजन के मुताबिक है। इससे पहले मार्च में कोरिया ने कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च(Ballistic Missile Launch) की थी। वहीं जनवरी में भी एक क्रूज मिसाइल लॉन्च की थी।

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