राजस्थान पुलिस को एनकाउंटर का इनाम: आनंदपाल एनकाउंटर में शामिल 90 पुलिसकर्मियों को डीजीपी ने जारी किए 32 लाख रुपए से अधिक के इनाम, 9 को विशेष पदोन्नति, 17 को 1—1 लाख रुपए मय प्रशंसा पत्र

राजस्थान का सबसे चर्चित आनंदपाल एनकाउंटर केस में शामिल पुलिसकर्मियों पर राजस्थान की गहलोत मेहरबान हो गई। गहलोत सरकार ने राजस्थान पुलिस के करीबन 90 पुलिसकर्मियों को 32 लाख रुपए से अधिक के इनाम देने की घोषणा कर दी, वहीं 9 पुलिस कर्मियों को स्पेशल पदोन्नति देने की सिफारिश की गई।

आनंदपाल एनकाउंटर में शामिल 90 पुलिसकर्मियों को डीजीपी ने जारी किए 32 लाख रुपए से अधिक के इनाम, 9 को विशेष पदोन्नति, 17 को 1—1 लाख रुपए मय प्रशंसा पत्र

जयपुर। 
राजस्थान का सबसे चर्चित आनंदपाल एनकाउंटर केस में शामिल पुलिसकर्मियों पर राजस्थान की गहलोत मेहरबान हो गई। गहलोत सरकार ने राजस्थान पुलिस के करीबन 90 पुलिसकर्मियों को 32 लाख रुपए से अधिक के इनाम देने की घोषणा कर दी, वहीं 9 पुलिस कर्मियों को स्पेशल पदोन्नति देने की सिफारिश की गई। इनमें 17 पुलिसकर्मियों को 1-1 लाख, 13 को 50-50 हजार रुपए, 34 पुलिसकर्मियों को 25-25 हजार रुपए और 26 पुलिसकर्मियों को 5100-5100 रुपए का इनाम दिया जाएगा। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने एक आदेश जारी किया है।


सूत्रों के मुताबिक इसके अलावा गहलोत सरकार ने दो आईपीएस और दो एडिशनल एसपी को 12 बोर की पिस्तौल से सम्मानित करने और 7 पुलिस अफसरों को प्रेसीडेंट मैडल गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित करने की सिफारिश की है। इसमें आनंदपाल सिंह को गोली मारने वाले स्पेशल कमांडो सोहन सिंह, तत्कालीन चुरू एसपी राहुल बारहठ, एसओजी में एडिशनल एसपी करण शर्मा, एडिशनल एसपी विद्याप्रकाश चौधरी, डीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़, आरएसी के हेडकांस्टेबल कैलाश व चुरू में पुलिस कांस्टेबल का नाम भी शामिल है। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र सरकार को फाइल भेजेगी। ये सभी मुख्य रूप से आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर करने वाली पुलिस टीम में शामिल थे।


फर्जी एनकाउंटर में एफआईआर, मिली थी क्लीन चिट
आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद वसुंधरा राजे सरकार में राजपूत नेताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। तब एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए इसमें शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई थी। इसके साथ ही मामले में सीबीआई जांच का दबाव बनाया गया। लेकिन सीबीआई ने पिछले साल ही अपनी जांच पूरी कर एनकाउंटर को सही ठहराते हुए पुलिस को क्लीन चिट दी थी। सीबीआई ने आनंदपाल एनकाउंटर को फर्जी बताए जाने से जुड़े मामले में एफआर लगा दी थी। जबकि इस एनकाउंटर के बाद सांवराद में हुए हिंसक उपद्रव के मामले में आनंदपाल की बेटी व राजपूत समाज के नेताओं सहित करीब 24 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी। एफआर में सीबीआई ने आनंदपाल एनकाउंटर को फर्जी नहीं बताया था। इसमें पुलिस की विश्वसनीयता पर संदेह करने का काेई कारण नहीं है।

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