FirstBharat.in का स्टिंग ऑपरेशन: सिरोही के पिंडवाड़ा में वैद्य डॉक्टर की उपाधि के साथ लिख रहा है एलोपेथी दवा, स्वास्थ्य विभाग अनजान
सिरोही जिले में भी एक वैद्य डॉक्टर बनकर अंग्रेजी दवा देकर आमजन के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है। FirstBharat.in ने सिरोही जिले के पिंडवाड़ा शहर में चल रहे ऐसे ही एक मुन्नाभाई के अस्पताल का स्टिंग ऑपरेशन करके स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोल दी हैं।
सिरोही (Sirohi Rajasthan)।
एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister) आमजन के स्वास्थ्य को लेकर मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना जैसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है और आमजन को इस योजना से अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासनिक कर्मचारियों से अपील कर हैं, तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा झोलाछाप चिकित्सकों पर लगाम तक नहीं लगा पा रहा है। प्रदेश के हालात यह है कि जालोर के रानीवाड़ा उपखंड में जहां अस्पताल का एमडी ही डॉक्टर बन गया, वहीं दूसरी ओर सिरोही जिले में भी एक वैद्य डॉक्टर बनकर अंग्रेजी दवा देकर आमजन के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है। FirstBharat.in ने सिरोही जिले के पिंडवाड़ा शहर में चल रहे ऐसे ही एक मुन्नाभाई के अस्पताल का स्टिंग ऑपरेशन करके स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोल दी हैं।
यह है पिंडवाड़ा का राजा क्लिनिक :- MBBS डॉक्टर की आड़ में वैद्य कर रहा है इलाज
पिंडवाड़ा (Pindwara) शहर के उदयपुर रोड पर स्थित काशीराम मंदिर के सामने वाली गली में एक अस्पताल चलता हैं जिसका नाम "राजा क्लिनिक" (Raja Clinic) हैं। कहने को तो यहां एक MBBS डॉक्टर अपनी सेवाएं देते हैं। पर ग्रांउड जीरो पर जाकर आप देखेंगे तो यहां ये MBBS डॉक्टर आपको कभी नज़र नहीं आएंगे। इस क्लिनिक में एक के बाद एक कई चैम्बर बने हुए हैं। जहां एक चेम्बर में एक व्यक्ति बैठकर आने वाले मरीजों का इलाज कर रहा है। इलाज़ करने वाले व्यक्ति का नाम दिलीप खत्री हैं। राजा क्लिनिक की पर्ची पर एक ओर डॉ भरत कांटीवाल एमबीबीएस चिकित्सक का नाम लिखा है तो दूसरी ओर डॉ दिलीप खत्री का। इस व्यक्ति के पास डॉक्टर की कोई डिग्री नहीं है, बावजूद इसके यह मरीजों को एलोपेथी (allopathy) की दवाएं लिखकर दे रहा है।
पर्ची पर डॉ दिलीप खत्री
राजा क्लिनिक का यह व्यक्ति जिस पर्ची पर मरीज को दवाई लिखकर देता हैं उस पर्ची पर इनके नाम के साथ डॉक्टर शब्द लिखा हुआ है, लेकिन इनका डॉक्टरी से कोई वास्ता ही नहीं हैं। इसी पर्ची पर इनके नाम के नीचे एक डिग्री BAMS भी लिखी हुई है। ऐसे में हमने जब इस डिग्रीनुमा शब्द की पड़ताल करने के लिए पिंडवाड़ा के BCMO डॉ एसपी शर्मा से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि मेडिकल की भाषा में BAMS नाम की कोई डिग्री ही नहीं होती। लेकिन दिलीप खत्री बतौर डॉक्टर बनकर पिंडवाड़ा के मासूम लोगों के साथ छल कर रहा है। हालांकि यह डिग्री आयुर्वेद की होना बताई जा रही है।
संवाददाता बना मरीज तो डॉ दिलीप ने लिख दी 3 दिन की दवा
फर्स्ट भारत.इन के संवाददाता राजा क्लिनिक पर बोगस मरीज बनकर इलाज़ करवाने पहुंच गए। इस पर इस मुन्नाभाई ने बेख़ौफ़ हमारे संवाददाता को चेकअप किया। संवाददाता का बीपी नाप कर दिलीप खत्री ने उन्हें दवाइयां लिखकर एक पर्ची थमाते हुए कहा कि आप ये दवाई तीन दिन तक लिजिए और तीन दिन बाद आकर वापस जांच करवाइए। जब हमने इन फर्जी डॉक्टर साहब से उनकी फीस पूछी तो उन्होंने कहा कि आहते में बने मेडिकल स्टोर से दवा खरीद लो और फीस भी वहां ली जाएगी।
मीडिया को देख कर दी रिश्वत की पेशकश
इस पूरे स्टिंग ऑपरेशन के बाद हमारी टीम ने कैमरे और माइक, आईडी के साथ जब क्लिनिक में प्रवेश किया तो क्लिनिक में मौजूद पूरे स्टाफ के हड़कम्प मच गया। फर्जी तरीके से इलाज़ कर रहे मुन्नाभाई दिलीप खत्री के होश उड़ गए। कैमरे पर आने से बचने लगे। इसके साथ ही ले देकर मामले को दबाने की बात कहने लगे। अब आप समझ सकते हैं कि पैसे के इस खेल में आमजन के स्वास्थ्य के साथ किस प्रकार खिलवाड़ किया जा रहा हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पर इन जैसे क्लिनिक या झोलाछाप अस्पतालों पर कार्रवाई नहीं करना अधिकारियों पर कई सवाल खड़े करती है।
बीएएमएस डिग्री धारक वैद्य लगाकर लिख सकता है आयुर्वेदीक की दवा
फर्स्ट भारत.इन की टीम ने इस डिग्री को लेकर पड़ताल की तो सामने आया कि आयुर्वेद में ऐसी डिग्री होती हैं। लेकिन यहां यह स्पष्ट कर दिया जाए कि आयुर्वेद में डॉक्टर नहीं, वैद्य लिखना होगा। इसके साथ ही मरीज को आयुर्वेदीक दवा ही लिख सकते है। ऐलोपेथी दवा के लिए वैद्य जी को मान्यता नहीं है। अगर ऐसा कोई वैद्य कर रहा है तो उसके खिलाफ कानून कार्रवाई हो सकती है।
मैं नहीं हूं डॉक्टर...
मैंने अभी 1 तारीख से ये क्लिनिक शुरू किया हैं। यहां पर MBBS डॉ भरत कांटीवाल अपनी सेवाएं देते हैं। पर अभी आपके आने से पहले ही वो घर पर खाना खाने गए हैं, जो थोड़ी देर में आ जाएंगे। मेरे पास आयुर्वेद इलाज़ करने की BAMS की डिग्री हैं, पर मैं डॉक्टर नहीं हूँ।
दिलीप खत्री, राजा क्लिनिक, पिंडवाड़ा
बीएएमएस डिग्रीधारी नहीं होता डॉक्टर
इस डिग्री वाला डॉक्टर नहीं होता है। दिलीप खत्री के पास डॉक्टर की कोई डिग्री भी नहीं है। यदि वो लोगों का इलाज कर रहा हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ एसपी शर्मा, खंड चिकित्सा अधिकारी, पिंडवाड़ा
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