भारत: बिहार विधानसभा स्पीकर पद से इस्तीफा देने के बाद विजय सिन्हा ने कहा, मर्यादा का रखा ध्यान (लीड-1)

बिहार विधानसभा स्पीकर पद से इस्तीफा देने के बाद विजय सिन्हा ने कहा, मर्यादा का रखा ध्यान (लीड-1)
Patna: Bihar Labour Minister Vijay Sinha addresses a press conference, in Patna on July 10, 2019. (Photo: IANS)
पटना, 24 अगस्त। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। इसके पहले दिन विजय कुमार सिन्हा ने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव में लगाए गए आरोपों का भी जवाब दिया।

सदन में अपने संबोधन में सिन्हा ने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद मैं खुद ही अपने पद से इस्तीफा दे देता, लेकिन मुझे पद से हटाने की कोशिश शुरू कर दी गई। मुझ पर सदस्यों ने मनमानी करने, तानाशाही करने का आरोप लगाया, उसका प्रतिकार करना जरूरी था।

उन्होंने कहा कि जब नई सरकार का गठन हो रहा था तभी 9 अगस्त को ही विधानसभा सचिव को मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की सूचना दे दी गई थी। उसके बाद मैंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया ताकि सदन में इसका जवाब दे सकूं।

सिन्हा ने कहा कि मैंने अपने दायित्वों का निष्पक्ष तरीके से निभाया। न्याय के साथ विकास, सरकार के निर्णय को भी लागू करने का प्रयास किया। इसमें कुछ लोगों को परेशानी भी हुई।

उन्होंने कहा कि कई अच्छी छवि के सदस्य भी हैं, जिनकी छवि बचाने की जिम्मेवारी हम सबकी है। हम सबकी जिम्मेदारी है ठहरी हुई विरासत को बढ़ाने की, लेकिन जो आरोपी और कंलकित हैं, वे स्वच्छ को भी कलंकित करने की कोशिश करते हैं। कथनी और करनी में जबतक अंतर रहेगा, तबतक जनता के हम कृपा पात्र नहीं बन सकते।

उन्होंने अंत में कहा कि सदन की मर्यादा और गरिमा को अक्षुण्ण रखने में जिन्होंने अपनी भूमिका निभाई हम उन्हें नमन करते हैं और प्रेरणा प्राप्त करते हैं। हमें याद रखना होगा कि यह सदन हमसे जरूर है, लेकिन यह सबसे सर्वोपरि है।

सिन्हा ने कहा कि छोटे कार्यकाल में कई काम और कार्यक्रम किए। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में प्रयास किया कि सत्ता और विपक्ष को साथ लेकर चलूं। निष्पक्षता से सदन का दायित्व निभाया।

उन्होंने कहा कि हमेशा विधानसभा के सभी सदस्यों की मान मर्यादा, सदन की गरिमा बढ़ाने की कोशिश की। सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र में संख्या बल महत्वपूर्ण है। अब नए राजनीतिक घटनाक्रम के तहत नया गठबंधन हुआ है। उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा कि आगे सदन का संचालन नरेंद्र नारायण यादव करेंगे।

इससे पहले मंगलवार को अध्यक्ष सिन्हा ने कहा था कि मैं विधानसभा अध्यक्ष हूं, मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, जो नियम विरुद्ध है, मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। राजद के अवध बिहारी चौधरी नए विधानसभा अध्यक्ष चुने जा सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि महागठबंधन सरकार ने 164 विधायकों का समर्थन प्राप्त होने का दावा किया है। ऐसे में महागठबंधन को बहुमत साबित करने के लिए पर्याप्त संख्या बल है।

एमएनपी/एसकेपी

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