भारत: स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2022 के ग्रैंड फिनाले को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक एसआईएच की बढ़ती लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एसआईएच के लिए पंजीकृत टीमों की संख्या पहले संस्करण में लगभग 7500 से चार गुना बढ़कर वर्तमान में चल रहे पांचवें संस्करण में लगभग 29,600 हो गई है।
नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 अगस्त को रात आठ बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2022 के ग्रैंड फिनाले को संबोधित करेंगे। हैकाथॉन में उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्र 53 विभिन्न केन्द्रीय मंत्रालयों की 476 समस्याओं का समाधान ढूढेंगे। इनमें मंदिर में उत्कीर्ण शिलालेखों एवं देवनागरी लिपि में उनके अनुवादों के ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन भी शामिल है।
प्रधानमंत्री का निरंतर देश में, खासकर युवाओं में नवाचार की भावना को बढ़ावा देने का प्रयास रहा है। इस ²ष्टिकोण को ध्यान में रखकर, स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) की शुरूआत वर्ष 2017 में की गई थी। एसआईएच छात्रों को समाज, संगठनों और सरकार की गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए एक मंच प्रदान करने की एक देशव्यापी पहल है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों के बीच उत्पाद संबंधी नवाचार, समस्या-समाधान और लीक से हटकर सोचने की संस्कृति विकसित करना है।
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक एसआईएच की बढ़ती लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एसआईएच के लिए पंजीकृत टीमों की संख्या पहले संस्करण में लगभग 7500 से चार गुना बढ़कर वर्तमान में चल रहे पांचवें संस्करण में लगभग 29,600 हो गई है।
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इस वर्ष एसआईएच 2022 के ग्रैंड फिनाले में भाग लेने के लिए 15,000 से अधिक छात्र एवं संरक्षक 75 नोडल केन्द्रों पर पहुंच रहे हैं। इस फिनाले में 2900 से अधिक स्कूलों और 2200 उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्र 53 केन्द्रीय मंत्रालयों द्वारा सामने रखी गई 476 समस्याओं का समाधान ढूढेंगे।
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इनमें मंदिर में उत्कीर्ण शिलालेखों एवं देवनागरी लिपि में उनके अनुवादों के ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन (ओसीआर), जल्द खराब होने वाले खाद्य पदार्थों की शीत आपूर्ति श्रृंखला में आईओटी-आधारित जोखिम निगरानी प्रणाली, किसी इलाके के उच्च-रिजॉल्यूशन वाले 3डी मॉडल, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे और सड़कों की स्थिति आदि से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं।
इस वर्ष, स्कूली छात्रों में नवाचार की संस्कृति का निर्माण करने और स्कूल के स्तर पर समस्या-समाधान का ²ष्टिकोण विकसित करने के उद्देश्य से एक प्रयोग के तौर पर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-जूनियर की शुरूआत भी की गई है।
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