संयम लोढ़ा का बयान: जालोर—सिरोही सांसद ने तेरह साल में एक भी काम ऐसा नहीं करवाया, जिसे जनता याद कर सके

लोढ़ा ने इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कलक्टर भंवरलाल जब से आए हैं तब से ही वे पूरी इच्छाशक्ति व ईमानदारी के साथ सरकार की योजनाओं को धरातल उतारने का कार्य कर रहे हैं।

जालोर—सिरोही सांसद ने तेरह साल में एक भी काम ऐसा नहीं करवाया, जिसे जनता याद कर सके

सिरोही | सिरोही के विधायक संयम लोढ़ा ने बीजेपी नेता और जालोर—सिरोही सांसद देवजी पटेल को रिश्वत के मामले में आड़े हाथों लिया है। पटेल ने ​सिरोही के ​कलक्टर पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए थे।

लोढ़ा ने इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कलक्टर भंवरलाल जब से आए हैं तब से ही वे पूरी इच्छाशक्ति व ईमानदारी के साथ सरकार की योजनाओं को धरातल उतारने का कार्य कर रहे हैं।

नियम ताक पर, कायदे जूते की नोक पर : लिमड़ी कोठी की उंचाई बढ़ गई, कांग्रेस नेता के पुत्र के नाम पर जारी हो रही है बजरी की स्वीकृति

यही नहीं वे जनता के बीच जाकर योजनाओं की रियल्टी चेक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सांसद महोदय ने अपने लम्बे कार्यकाल में एक भी ऐसा काम नहीं करवाया है कि उसके लिए जनता उन्हें याद कर सके। वे सदा जनता से कटे रहते हैं और तब दिखाई देते है, जब कोई केंद्रीय मंत्री आते हैं। या फिर वे तब दिखते हैं कि जब पीएम की ओर से उन्हें कोई प्रेस वार्ता करने का कहा जाता है।

Must Read : लिमडी कोठी में नियम विरुद्ध निर्माण के बावजूद प्रशासन खामोश, आखिर क्या हैं वजह?  - 

बीजेपी करप्शन को खत्म करना चाहती है सांसद के इस वक्तव्य को खोखला व ध्यान हटाने वाला बताते हुए लोढ़ा ने कहा कि जिस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रिश्वत लेते कैमरे पर पकड़ा गया वो क्या करप्शन मिटायेंगे। आज बीजेपी बताए कि उन्होंने सत्ता का दुरुपयोग कर सिरोही में 50 करोड़ की सरकारी भूमि कौड़ियों के भाव में क्यों ली, यह करप्शन नहीं तो क्या है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी राज्य में विपक्ष में है लेकिन उसने 4 साल में विपक्ष का कोई रोल नहीं निभाया इस लिए वो अनर्लगल आरोप लगाकर जनता को भटकाने का काम करती है।

Must Read: मर रहा है माउंट आबू: आखिर इस लिमड़ी कोठी का मालिक कौन है? जिससे सरकारी अफसर इतने डरे हुए हैं

उन्होंने कहा कि पूरे जिले की जनता जानती है कि सांसद देवजी पटेल का सिरोही में मेडिकल कालेज खुलवाने व 32 सा नाला योजना को स्वीकृत कराने में कोई रोल नही है।

उनकी भारत सरकार में चलती तो वे जालोर में भी मेडिकल कालेज अब तक खुलवा देते लेकिन वे यह काम तब भी नहीं करवा पा रहे हैं। जबकि अशोक गहलोत जालोर के लिए वे सब शर्तें फुलफिल करने को तैयार है। फिर भी वे मोदी जी तक यह बात नही करते हैं।

Must Read: गहलोत से मुलाकात के बाद राजपूत वोटर खिसकने का अंदेशा, प्रताप फाउण्डेशन में अब बीजेपी के अरुण सिंह ने लगाई ढोक

पढें राजनीति खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें First Bharat App.

  • Follow us on :