BJP प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के सवाल: पूनिया ने गहलोत शासन में बढ़ते अपराधों पर उठाए सवाल! बकरी चराने वाले बुजुर्ग से लेकर बच्चियां तक सुरक्षित नहीं...
राजस्थान में कानून व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने सवाल उठाए है। पूनिया ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार को आड़े हाथ लिया है।
जयपुर।
राजस्थान (Rajasthan) में कानून व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी(Bharatiya Janata Party) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया(State President Satish Poonia) ने सवाल उठाए है। पूनिया ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) सरकार को आड़े हाथ लिया है। प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में आजादी के बाद यह पहली सरकार है, जिस में कानून व्यवस्था (Law and order)इतनी खराब हो गई है। ढाई साल में सबसे ज्यादा कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है। अपराधी राजस्थान को देश भर के नक्शे पर ढूंढते होंगे, क्योंकि राजस्थान से सुरक्षित कोई जगह अपराधियों के लिए नहीं है। प्रदेश में बकरी चराने वाले बुजुर्ग से लेकर बच्ची तक सुरक्षित नहीं हैं। सतीश पूनिया बीजेपी प्रदेश मुख्यालय आज मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने राहुल गांधी (Rahul Gandhi)और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) पर निशाना साधते हुए कहा कि यथा राजा तथा प्रजा। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को जहां गैर कांग्रेस दल की सरकारें हैं। उन प्रदेशों में अपराध दिख जाते हैं। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। तो यहां उन्हें अपराध नजर ही नहीं आ रहा। सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति आजादी के बाद सबसे बदतर है। अपराधियों (criminals)में भय खत्म हो गया। सरकार का इकबाल खत्म हो गया। प्रदेश मादक पदार्थों के माफिया की राजधानी हो गया। प्रदेश में गृहमंत्री है नहीं। पुलिस कमजोर हो गई है। थानों में लिखी इबारत उल्टी हो गई है। आमजन में भय, आपराधियों में विश्वास (Fear in public, faith in criminals)दिख रहा है। गहलोत अपनी कैबिनेट का फैसला नहीं कर पा रहे हैं। नया गृह मंत्री बनाने की हमारी सलाह कहां मानेंगे।
आरपीएससी मामले में डोटासरा से लेना चाहिए इस्तीफा
BJP प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने कहा कि RPSC के पूर्व में चेयरमैन भगोड़े साबित हुए है। उन्हें तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ही बनाया था। डोटासरा के खिलाफ आज भी हमारी मांग वही है। CM गहलोत को डोटासरा से इस्तीफा ले लेना चाहिए। शिक्षा मंत्री पर इतने बड़े आरोप लगते है और वे मामला दबाकर बैठ गए। डोटासरा पर रिश्तेदारों को आरएएस साक्षात्कार में नंबर दिलाने का आरोप लगा है। पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री वुर्चअल हैं। इतिहास में उन्हें वर्चुअल सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री(Chief Minister running virtual government) के रूप में याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री हैलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते थे। पीड़ितों के आंसू पोंछते तो बेहतर होता, लेकिन सीएम घर से बाहर ही नहीं निकल रहे।
Must Read: हर्ष, उल्लास और गौरव से मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह, राज्यपाल कलराज मिश्र ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज
पढें राजनीति खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें First Bharat App.