Rajasthan @ गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार: राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल के 11 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्रियों को राज्यपाल मिश्र ने दिलाई शपथ
राजस्थान में आखिरकार सरकार के 2 साल 11 माह बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने मंत्रिमंडल का विस्तार कर ही दिया। गहलोत मंत्रिमंडल में 11 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्रियों को राज्यपाल कलराज मिश्र ने शपथ दिलाई।
जयपुर।
राजस्थान में आखिरकार सरकार के 2 साल 11 माह बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने मंत्रिमंडल का विस्तार कर ही दिया। गहलोत मंत्रिमंडल में 11 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्रियों को राज्यपाल कलराज मिश्र ने शपथ दिलाई। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण कार्यक्रम में राज्यपाल मिश्र ने सबसे पहले हेमाराम चौधरी को शपथ दिलाई। इसके बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर महेंद्रजीत सिंह मालवीय और रामलाल जाट ने शपथ ली। हरीश चौधरी की जगह बाड़मेर से अब हेमाराम चौधरी को सरकार में मौका दिया गया है। रामलाल जाट मुख्यमंत्री गहलोत के खास माने जाते हैं। रामलाल ने शपथ के बाद सीएम के पांव छुए। वहीं मुख्यमंत्री गहलोत के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री जाहिदा खान ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण की।
गहलोत के कैबिनेट मंत्री
सीएम के कैबिनेट मंत्रियों में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रामलाल जाट, रमेश मीणा, ममता भूपेश बैरवा, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल और शकुंतला रावत ने आज शपथ ली। इसके अलावा राज्यमंत्री में जाहिदा खान, बृजेंद्र सिह ओला, राजेंद्र गुढ़ा, मुरारीलाल मीणा को शपथ दिलाई गई।
राजभवन में पायलट की चर्चा
गहलोत मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में सचिन पायलट चर्चा में रहे। सचिन पायलट शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही राजभवन में पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद विधायकों से गर्मजोशी से मुलाकात की। समारोह में पायलट के इस गर्मजोशी की चर्चा रही। यहां पायलट ने प्रताप सिंह खाचरियावास और शांतिलाल धारीवाल से भी मुलाकात की।
जो मंत्री नहीं बन पाए उनको किया जाएगा एडजस्ट: सीएम
गहलोत मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह से पहले सीएम ने सभी को राजी करते हुए कहा कि जो मंत्री नहीं बन पाए हैं, उनकी भूमिका कम नहीं है। जो बच गए हैं उन्हें भी एडजस्ट किया जाएगा। सीएम ने तो यहां तक कहा कि जो धैर्य रखता है, उसे कभी न कभी मौका अवश्य मिलता है।
राजस्थान में रिपीट होगी सरकार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार को लेकर कहां कि प्रदेश में हर बार सरकार में बदलाव आता है। लेकिन इस बार कांग्रेस वापस सरकार रिपीट करके दिखाएगी। सभी कांग्रेसजन एकजुट रहेंगे। वहीं जिन्हें मौका मिला है, उनसे उम्मीद की जाती है कि वे सोनिया गांधी को निराश नहीं करेंगे। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा कि 2023 के चुनावों में कई सालों का ट्रेंड बदलना है। यहां जो भी काम करता है, पार्टी उसका ध्यान रखती है।
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