टोल के विरोध में उतरे ग्रामीण : बाली/सुमेरपुर : वरावल टोल हटाने के लिए ग्रामीण हुए एकजुट, ग्रामीणों का आरोप वरावल टोल अवैध तरीके से हो रहा संचालित 

बाली तहसील क्षेत्र में स्थित स्टेट हाईवे 62 के वरावल टोल प्लाजा को लेकर आज वरावल चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर में ग्रामीणों ने बैठक कर वरावल टोल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

बाली/सुमेरपुर : वरावल टोल हटाने के लिए ग्रामीण हुए एकजुट, ग्रामीणों का आरोप वरावल टोल अवैध तरीके से हो रहा संचालित 

सुमेरपुर। 

बाली तहसील क्षेत्र में स्थित स्टेट हाईवे 62 के वरावल टोल प्लाजा को लेकर आज वरावल चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर में ग्रामीणों ने बैठक कर वरावल टोल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार बाली से पिंडवाड़ा तक निर्मित स्टेट हाईवे संख्या 62 पर तीन टोल है जो क्रमशः बाली, वरावल एवं आमलिया में स्थित है। ग्रामीणों ने यह विरोध प्रदर्शन वरावल पर स्थित टोल के अवैध रूप से स्थित होने को लेकर किया। जिसमे नाणा बेडा क्षेत्र के ग्रामीणों ने एकमत होकर उक्त टोल के अवैध होने को लेकर अपना आक्रोश प्रकट किया। 

स्थानीय लोगों के अधिकारों का भी हो रहा हनन, लम्बी लड़ाई लड़ने को तैयार हम -
नाणा बेडा क्षेत्र के ग्रामीणों व व्यवसाईयों ने इस टोल पर स्थानीय व्यवसाइयों व निवासियों के लिए टोल मुक्त करवाने के लिए लम्बी लड़ाई लड़ने की बात कही।  इसके लिए टोल मुक्त संघर्ष समिति का भी निर्माण किया गया है। अधिवक्ता मुकेश धनेरा ने बताया कि स्थानीय लोगों के लिए इस टोल नाके पर गलत तरीके से टोल वसूला जा रहा है जो गलत है। नियमानुसार 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले ग्रामीणों को टोल मुक्त अथवा न्यूनतम दर पर आवागमन करने का अधिकार होता है लेकिन यहाँ पर टोल कर्मी स्थानीय लोगों से भी टोल वसूल रहे है जो गलत है। यह हमारे अधिकारों का हनन है। हम क़ानूनी रूप से इस लड़ाई को लड़ेंगे, इसके लिए भले लम्बी लड़ाई लड़नी पड़े, कोर्ट जाना पड़े हम जायेंगे और पीछे नहीं हटेंगे। 

सड़क भी टूटी फूटी, 40 किमी से कम दुरी पर लगा दिया टोल भी अवैध -
धरने के दौरान संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि बाली से पिंडवाड़ा तक निर्मित सड़क का लगभग 1/3 भाग आज भी पूर्णरूप से निर्मित नहीं हुआ बावजूद इसके  पूर्ण होने के पहले ही यहाँ पर टोल वसूली शुरू कर दी जो गलत है। इतना ही नहीं एक टोल से दूसरे टोल के बीच वैधानिक रूप से कम से कम 40 किमी की दुरी होना निर्धारित किया गया है लेकिन वरावल पर अवैध रूप से टोल लगाया गया है एवं टोल वसूली की जा रही है। 

विशाल धरना प्रदर्शन की चेतावनी -
वरावल टोल मुक्त कराने के लिए एकत्रित हुए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन लिखकर उनकी मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में आगामी दिनांक 7 नवंबर 2021 को विशाल धरना प्रदर्शन करने की बात कही है। 

स्थानीय विधायक के नहीं आने पर किया रोष प्रकट -
टोल मुक्त संघर्ष समिति के सदस्यों ने इस बैठक में स्थानीय विधायक पुष्पेंद्र सिंह को आमंत्रित किया था , लेकिन विधायक के वहाँ नहीं पहुंचने पर ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए और जनहित की यह लड़ाई आगे इसमें किसी भी राजनितिक पार्टी का बिना सहयोग लिए अपने स्तर पर लड़ने की बात कही।  

स्टेट हाईवे के अन्य टोल पर लगभग 200 रुपयों में बनता है मासिक पास लेकिन यहाँ 1 हजार पचास रूपये का -
प्रदेश में कई स्थानों पर स्थानीय लोगों अथवा 20 किमी के दायरे में आने वाले ग्रामीणों के लिए स्टेट हाईवे अथवा नेशनल हाईवे पर 200 से 300 रूपये का मासिक पास बनता है। कई स्थानों पर तो स्थानीय लोगों के लिए टोल बिलकुल नहीं लिया जाता लेकिन यहाँ पर 1 हजार पचास रूपये का  मासिक पास बनवाने के लिए स्थानीय लोगो को जबरन मजबूर किया जा रहा है। जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। 

बैठक में यह रहे मौजूद- 
इस बैठक में कान सिंह वेलार, दिनेश मीणा भंदर, थानाराम कोठार, अशोक कुमार माली, अधिवक्ता मुकेश धानेरा, चिमन सिंह मीणा, कैलाश गरासिया, नारायण सिंह मोरी गांव, मालम सिंह दूदनी, प्रकाश देवासी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।  

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