जालोर कांग्रेस में अब नया मोर्चा: मुख्यमंत्री गहलोत के नजदीकी पाराशर पर उठी वसूली के आरोपों की अंगुलियां

भीनमाल में प्रधान पद की कुर्सी संभाल चुके देराम विश्नोई ने मुख्यमंत्री गहलोत के नजदीकी कांग्रेस नेता व प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव पुखराज पाराशर के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया है। विश्नोई ने सोशल मीडिया पर पाराशर के खिलाफ ऐसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

मुख्यमंत्री गहलोत के नजदीकी पाराशर पर उठी वसूली के आरोपों की अंगुलियां

गणपतसिंह मांडोली
जालोर। राज्य स्तर पर भले ही राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रीमंडल फेरबदल को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों में रार ठनी हो, लेकिन अब यहीं रार निचले स्तर पर भी फैलने लगी है। आशंका है कि इस रार के कारण जिलों में कांग्रेस संगठन को भारी नुकसान पहुंच सकता है। ताजा मामला जालोर जिले का हैं, जहां भीनमाल में प्रधान पद की कुर्सी संभाल चुके देराम विश्नोई ने मुख्यमंत्री गहलोत के नजदीकी कांग्रेस नेता व प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव पुखराज पाराशर के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया है। विश्नोई ने सोशल मीडिया पर पाराशर के खिलाफ ऐसे गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनके जवाब समय रहते नहीं तलाशे गए तो जालोर जिला कांग्रेस का कुनबा ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगा। देराम विश्नोई कांग्रेस के बड़े नेता है और पूर्व में भीनमाल में प्रधान की कुर्सी संभाल चुके हैं। अगर उनके आरोपों में दम हुआ तो आगामी समय में पाराशर के बहाने न सिर्फ मुख्यमंत्री गहलोत तक इन आरोपों की आंच पहुंचेगी, बल्कि कांग्रेस का भीतरी कलह संगठन की जाजम पर फैलकर एकजुटता का रायता फैला देगा।

कांग्रेस के टूटने का दर्द छलका
पूर्व प्रधान विश्नोई के इन आरोपों में जालोर जिले में कांग्रेस के टूटकर बिखरने का दर्द छलक रहा है। उनके आरोपों की पृष्ठभूमि में साफ हो रहा है कि जिस तरह से जालोर जिले में कांग्रेस आगे बढऩे की कोशिश कर रही है, उसमें पाराशर की कार्यशैली स्पीडब्रेकर का काम कर रही है। पूर्व प्रधान विश्नोई ने सोशल मीडिया की अपनी पोस्ट में लिखा है कि पुखराज पाराशर पाली, जालोर व सिरोही जिले में कांग्रेस को खत्म करने में तुले हैं। उन्होंने पाराशर पर मासिक बंधी वसूलने का गंभीर आरोप भी लगाया और लिखा कि पाराशर जिलास्तरीय अफसरों से लेकर कर्मचारियों तक से हफ्तावसूली का कार्य कर रहे है। कार्यकर्ताओं के काम नहीं हो रहे है, जबकि मंत्री धोक लगा रहे है। पुखराज पाराशर के चरण स्पर्श कर रहे है। विश्नोई ने अपनी पोस्ट में यह आह्वान भी किया कि दलालों से धन कमाने वाले पाराशर को भगाना है, तभी कांग्रेस जिंदा रह पाएगी।

2.90 लाख वसूलने का आरोप
पूर्व प्रधान ने एक अन्य पोस्ट में पुखराज पाराशर पर उनसे चुनाव के समय 2.90 लाख रुपये वसूलने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा कि सीएम के पूर्व ओएसडी पाराशर ने 2002 में जब वे प्रधान बने थे, तब चुनाव के समय उनसे भी 2.90 लाख रुपये की वसूली की थी। अब कोई नहीं बोल पा रहा है, इसलिए वे हिम्मत कर यह आरोप लगा रहे है। विश्नोई का कहना है कि पाराशर के कृत्यों के कारण जालोर जिले में कांग्रेस का सफाया हो रहा है, इसलिए उनका दर्द छलका है।


पहले भी लग चुके पाराशर पर आरोप
करीब तीन साल पहले लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं का फीडबैक लेने जालोर आए कांग्रेस के प्रदेश सहप्रभारी विवेक बंसल के सामने भी कांग्रेसजनों का दर्द फूटा था और उन्होंने बंसल से पाराशर को हटाने की मांग की थी। इस दौरान विधानसभा चुनाव हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशियों ने भीतरघात करने और नुकसान पहुंचाने वाले पदाधिकारियों की शिकायत की। इस दौरान मुख्य रूप से पुखराज पाराशर को निष्कासित करने की मांग की गई है। पूर्व जिला प्रमुख व जालोर से कांग्रेस की उम्मीदवार रही मंजू मेघवाल ने सह प्रभारी विवेक बंसल के समक्ष पाराशर की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाए थे। पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल ने विधानसभा चुनाव में पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल, एनएसयूआई उपाध्यक्ष भरत मेघवाल, ब्लॉक अध्यक्ष एडवोकेट रमेश माली, नगर अध्यक्ष जवानाराम माली व महिला जिलाध्यक्ष पर कांग्रेस प्रत्याशी को हराने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा कि प्रदेश महासचिव पुखराज पाराशर भी कांग्रेस को कमजोर करने में लगे रहे, जिस कारण जिले की चार सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने पाराशर को पार्टी से निष्कासित करने की भी मांग की।

अब सहन नहीं होता
पुखराज पाराशर के कांग्रेस विरोधी कृत्यों के कारण जिले में पार्टी बुरी तरह कमजोर हो रही है। उनके खिलाफ कोई बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा, इसलिए मैं बोल रहा हूं। मैंने अपनी पोस्ट में जो कुछ लिखा है, वह सच है। जिले में अगर कांग्रेस को मजबूत बनाना है तो पुखराज पाराशर को कांग्रेस से भगाना होगा।
-देराम विश्नोई, पूर्व प्रधान, भीनमाल

दवाब में पोस्ट लिख रहे देराम
इन आरोपों में कोई दम नहीं है। पूर्व प्रधान देराम विश्नोई किसी के कहने पर दवाब में ये आरोप लगा रहे है। इन आरोपों में अगर कोई दम होता तो पार्टी और संगठन मुझे इतने बड़े-बड़े पदों की जिम्मेदारी नहीं देता। मैंने सदैव कांग्रेस को मजबूत बनाने का काम किया है और आगे भी पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी, मैं उसे पूरी समर्पण और निष्ठा के साथ निभाउंगा।
-पुखराज पाराशर, पूर्व महासचिव व कांग्रेस नेता

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