कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली: हिंदुत्ववादियों को सत्ता से बाहर निकाल कर एक बार फिर लाना है हिंदुओं का राज : राहुल गांधी

केंद्र सरकार जनता के लिए काम नहीं कर रही है। यह सिर्फ गिने-चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केंद्र की सरकार झूठ, लालच और लूट वाली सरकार है। मोदी पर्यटन में व्यस्त हैं। उन्होंने दुनिया घूम ली, लेकिन दिल्ली में किसानों से बातचीत करने नहीं जा पाए। भाजपा कहती है कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ।

हिंदुत्ववादियों को सत्ता से बाहर निकाल कर एक बार फिर लाना है हिंदुओं का राज : राहुल गांधी

जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं। इस देश में महंगाई है, दर्द है, दुख है, तो ये काम हिंदुत्ववादियों ने किया है। हिंदुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए। जैसे महात्मा गांधी ने कहा था कि मैं सच्चाई चाहता हूं, मैं सच्चाई ढूंढता हूं, मुझे सत्ता नहीं चाहिए। वैसे ही ये कहते हैं कि मुझे सत्ता चाहिए, सच्चाई से मुझे कुछ लेना-देना नहीं। सच्चाई जाए भाड़ में, मुझे कुर्सी मिल जाए बस और 2014 से देश में इन लोगों का राज है। हिंदुत्ववादियों का राज है। हमें एक बार फिर इन हिंदुत्ववादियों को सत्ता से बाहर निकालना है और एक बार फिर हिंदुओं का राज लाना है।

राहुल गांधी रविवार दोपहर जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की हालत सबको दिख रही है। रैली महंगाई और बेरोजगारी के बारे में है, जो आम जनता को दर्द हो रहा है। देश की आज जो हालत है, शायद पहले कभी नहीं हुई। पूरा का पूरा धन 4-5 पूंजीपतियों के हाथ है। हिंदुस्तान के सब इंस्टीट्यूशन, एक संगठन के हाथ है। मंत्री के ऑफिस में आरएसएस के ओएसडी है। देश को जनता नहीं चला रही है, देश को 3-4 पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनका काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नोटबंदी हुई, जीएसटी लागू किया गया, तीन काले कानून बनाए गए और कोरोना के समय आपने जनता और देश की हालत देखी है। देश के सामने आज विचारधाराओं की लड़ाई है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों की टक्कर है। एक शब्द हिंदू, दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी। ये दो अलग-अलग शब्द हैं और इनका अर्थ बिल्कुल अलग है। मैं हिंदू हूं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूँ। यहां बैठे सब हिंदू हैं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं है।

उन्होंने महात्मा गांधी और गोडसे का उदाहरण देते हुए कहा कि ये झूठे हिंदू एक तरफ हिंदुत्ववादी हैं और दूसरी तरफ सच्चे हिंदू यानि प्यार वाले हिंदू, भाईचारे वाले हिंदू, सभी धर्मों का आदर और सम्मान करने वाले हिंदू है। आज हिंदुस्तान की 1 प्रतिशत आबादी के हाथ में हिंदुस्तान का 33 प्रतिशत धन है। 10 प्रतिशत आबादी के हाथ में 65 प्रतिशत धन और सबसे गरीब 50 प्रतिशत आबादी के हाथ में केवल 6 प्रतिशत धन है। नरेन्द्र मोदी ने सबसे गरीब 50 प्रतिशत लोगों के हाथ में इस देश का सिर्फ 6 प्रतिशत धन छोड़ा है। इस जादू के औजार थे नोटबंदी, जीएसटी, किसान के खिलाफ़ तीन काले कानून।

राहुल ने कहा कि मोदी के आने से पहले हिंदुस्तान का जो असंगठित सेक्टर था, अर्थव्यवस्था में असंगठित क्षेत्र का हिस्सा 52 प्रतिशत हुआ करता था। नोटबंदी, जीएसटी, काले कानून और कोरोना के बाद असंगठित क्षेत्र का भाग 20 प्रतिशत तक रह गया है। हिंदुस्तान का 90 प्रतिशत फायदा, 90 प्रतिशत प्रॉफिट, कॉरपोरेट प्रॉफिट 20 कंपनियों को जाता है। नरेन्द्र मोदी और उनके 3-4 उद्योगपतियों ने, हिंदुत्ववादियों ने इस देश को 7 साल में बर्बाद कर दिया, खत्म कर दिया।

उन्होंने कहा कि किसान इस देश की रीढ़ की हड्डी है, नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आत्मा, उनके दिल, उनकी छाती में चाकू मारा है। हिंदू को अगर मारना भी पड़े, तो सामने से वार करता है, पीछे से नहीं। हिंदुत्ववादी है, तो पीछे से मारेगा। पीछे से छुरा मारा और फिर कहते हैं, जाग हिंदू जाग। किसान हिंदुत्ववादी के सामने खड़ा हुआ, तो हिंदुत्ववादी ने कहा कि मैं माफी मांगता हूं। 700 किसान शहीद हुए। यहां हमने दो मिनट मौन रखा, पर पार्लियामेंट में मौन रखने नहीं दिया। 2014 में गैस सिलेंडर 414 रुपए था, 2021 में 900 रुपए हो गया, यानि 117 प्रतिशत बढ़ोतरी। पेट्रोल 70 रुपए था, आज सौ रुपए है। डीजल 57 रुपए था, आज 90 रुपए है। चीनी 30 रुपए थी, आज 50 रुपए है। घी 300-350 रुपए लीटर था, आज 650 रुपए लीटर है। आटा 15 रुपए था, आज 30 रुपए। दाल 70 रुपए थी, आज 190 रुपए है। अच्छे दिन आ गए हैं! आ गए अच्छे दिन? किसके- ‘हम दो, हमारे दो’ के। एयरपोर्ट देखो, पोर्ट देखो, कोल माइन देखो, टेलीफोन देखो, सुपर मार्केट देखो, जहां भी देखो, दो लोग दिखेंगे आपको अडानी और अंबानी। ऐसे देश नहीं चलाया जाता है। देश गरीबों का है, किसानों का है, मजदूरों का है, छोटे दुकानदारों का है, स्मॉल मीडियम बिजनेस वालों का है, क्यों – क्योंकि यही लोग इस देश को रोजगार दे सकते हैं। हिंदुस्तान को इस आक्रमण के खिलाफ खड़ा होना ही पड़ेगा। राजस्थान एक आवाज से खड़ा होगा और नरेन्द्र मोदी जी को बाहर का रास्ता दिखाएगा।

कोरोना में नरेन्द्र मोदी ने 5-10 बड़े उद्योगपतियों का टैक्स माफ किया, उनकी जेब में पैसा डाला और मजदूरों को ट्रेन तो छोड़ो, बस भी नहीं दी, वे हजारों किलोमीटर पैदल चले। 100-200 लोग तो सड़कों पर ही मर गए। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि थाली बजाओ, ताली बजाओ, मोबाईल फोन की लाइट जलाओ, मर जाओ। आज 60 साल से सबसे ज्यादा बेरोजगारी हिंदुस्तान में है। आपने डिमोनेटाइजेशन किया, जीएसटी की। नोटबंदी, कोरोना में आपने छोटे बिजनेस वालों को समर्थन नहीं दिया, सब खत्म हो गया। रोजगार कहां से पैदा होगा? रोजगार दो-तीन उद्योगपति नहीं पैदा कर सकते। रोजगार लाखों दुकानदार, लाखों छोटे बिजनेस वाले, मिडिल साइज बिजनेस वाले, करोड़ों किसान पैदा करते हैं।

राहुल ने कहा कि चीन ने अरुणाचल में, लद्दाख में हमारी जमीन ली है। मोदी कह रहे हैं कुछ नहीं हुआ। 700 किसान शहीद हुए, मोदी कहते हैं कुछ नहीं हुआ। बहुत कुछ हुआ है। बहुत लोगों को चोट लगी है। बहुत लोगों की जान गई है। बहुत दुख हुआ है और अब देश को आगे बढ़ना पड़ेगा और ये देश एक साथ मिलकर आगे बढ़ेगा।

रैली में प्रियंका गांधी ने भी केंद्र सरकार और भाजपा की रीति-नीति पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता के लिए काम नहीं कर रही है। यह सिर्फ गिने-चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केंद्र की सरकार झूठ, लालच और लूट वाली सरकार है। गोवा में तो एक उद्योगपति के कोयले को इधर से उधर ले जाने के लिए लोगों की मर्जी के खिलाफ सड़क बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी पर्यटन में व्यस्त हैं। उन्होंने दुनिया घूम ली, लेकिन दिल्ली में किसानों से बातचीत करने नहीं जा पाए। भाजपा कहती है कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ। मैं चुनौती देती हूं कि एक कोई संस्थान ऐसा बता दें, जो शिक्षा के लिए भाजपा ने इन सात सालों में बनाया है।

प्रियंका ने कहा कि जब चुनाव आता है तो भाजपा के लोग जाति, धर्म, चीन-पाकिस्तान की बात करने लगते हैं। जब चुनाव हों तो इस भाजपा की सरकार से जवाब मांगा जाना चाहिए कि आपने लोगों के लिए क्या किया है? किसान को देने के लिए पैसा नहीं है तो हजारों करोड़ का विमान क्यों खरीदा गया? यह लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वह भाजपा सरकार से जवाब मांगें।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि सभी राज्य सरकारें वित्तीय संकट में हैं, केंद्र चुप है। विकास होगा तो राज्य सरकारें करेंगी। संकट आएगा तो राज्य पार पा सकते हैं। कोरोना का संकट आया, राजस्थान सिरमौर रहा। नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब नहीं देते हैं। यह सरकार घमंड से चल रही है।

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने संबोधन में कहा कि केन्द्र की नीति-नीयत खराब है। कृषि कानून वापस लिए अब महंगाई भी कम करनी पड़ेगी। मोदी सरकार देश को अंधकार में धकेल रही है। आप देश की गद्दी पर हमेशा नहीं बैठोगे, रैली को देख केन्द्र सरकार को झुकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को धर्म-जातियों में बांटकर भाजपा वोट लेती है। देश की जनता अब बदलाव चाहती है। कांग्रेस पार्टी देश में भाजपा को चुनौती दे सकती है। जयपुर से इस बदलाव की गूंज पूरा देश सुनेगा।

रैली को मल्लिकार्जुन खड़गे, कमलनाथ, भूपेश बघेल, अधीर रंजन चौधरी, गोविन्द सिंह डोटासरा समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया।

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