इसरो को एक ओर सफलता: इसरो ने मिशन गगनयान की सफलता की दिशा में बढ़ाया अहम कदम, इंजन का तीसरा हॉट टेस्ट सफल
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मिशन गगनयान की सफलता की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है। इसरो ने बुधवार को लिक्विड प्रोपेलेंट विकास इंजन का तीसरा लंबी अवधि का सफल हॉट टेस्ट किया।
नई दिल्ली, एजेंसी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) ने मिशन गगनयान की सफलता की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है। इसरो ने बुधवार को लिक्विड प्रोपेलेंट विकास इंजन (liquid propellant development engine) का तीसरा लंबी अवधि का सफल हॉट टेस्ट किया। स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क (SpaceX CEO Elon Musk) ने इसरो की इस सफलता पर बधाई दी। मस्क ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए बधाई लिखा। इसके साथ ही मस्क ने भारतीय झंडे की इमोजी तक लगाई। इसरो ने कहा कि यह टेस्ट मिशन के लिए इंजन योग्यता जरूरत के तहत जीएसएलवी एमके 3 यान के एल 110 लिक्विड लेवल के लिए किया गया। इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स, महेंद्रगिरि, तमिलनाडु के परीक्षण केंद्र में इंजन को 240 सेकंड के लिए प्रक्षेपित किया गया। इंजन ने टेस्ट के मकसद को पूरा किया और मानक अनुमानों पर खरा उतरा।
आखिर क्या है गगनयान मिशन
गगनयान (Mission Gaganyaan) अंतरिक्ष भेजे जाने वाला भारत का पहला मानवयुक्त मिशन है। इसका मकसद किसी भारतीय प्रक्षेपण यान ( Indian launch vehicle)से मानव को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजने और उन्हें वापस लाने की क्षमता दिखाना है। गगनयान मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)ने 15 अगस्त 2018 को लालकिले से की थी। मिशन पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसके लिए 2018 में ही यूनियन कैबिनेट ने मंजूरी दे दी थी। एक गु्रप कैप्टन और तीन विंग कमांडर्स समेत चार भारतीय वायु सेना अधिकारियों को मिशन के लिए चुना गया है। दो फ्लाइट सर्जन रूस और फ्रांस में ट्रेनिंग ले रहे हैं। रूस में ट्रेनिंग लेने के बाद इन चारों गगननॉट्स को बेंगलुरु में गगनयान मॉड्यूल की ट्रेनिंग दी जाएगी।
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