किसानों के बंद को कांग्रेस का समर्थन: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का भारत बंद, राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने दिया बंद को समर्थन
केंद्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच किसानों ने आज सोमवार को भारत बंद कर प्रदर्शन किया गया। किसान संगठनों की ओर से आहूत बंद का दिल्ली के आसपास अधिक असर देखने को मिला। प्रदर्शन के दौरान दिल्ली—सिंधु बॉर्डर पर एक किसान की हार्ट अटैक से मौत होना बताया जा रहा है।
जयपुर।
केंद्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि कानूनों(Agricultural Laws) के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच किसानों ने आज सोमवार को भारत बंद कर प्रदर्शन किया गया। किसान संगठनों की ओर से आहूत बंद का दिल्ली के आसपास अधिक असर देखने को मिला। प्रदर्शन के दौरान दिल्ली—सिंधु बॉर्डर पर एक किसान की हार्ट अटैक से मौत होना बताया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर बंद की वजह से नेशनल और स्टेट हाईवे जाम कर दिए गए। दिल्ली जाने वाली बसों के साथ ट्रेन यातायात भी प्रभावित रहा। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में भी बंद का असर देखने को मिला। वहीं दूसरी ओर राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने भारत बंद को समर्थन दिया। राजस्थान के PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा(Govind Singh Dotasara) ने भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद को कांग्रेस पार्टी ने समर्थन दिया है। राजस्थान में संयुक्त किसान मजदूर जन मोर्चा की ओर से बंद की घोषणा की गई थी।
डोटासरा ने कहा कि देश में लोकतंत्र है और यहां तानाशाह सोच से फैसले नहीं किए जा सकते हैं। केंद्र भाजपा सरकार की नीतियों और फैसलें किसी तानाशाह शासक से प्रभावित लग रही हैं। देश में किसान कोरोना जैसी बीमारी में भी आंदोलन कर रहा है और देश की सरकार सुनने को तैयार नहीं है। देश में मन की बात हो रही है, विदेशी दौरे का समय है लेकिन किसानों की पीड़ा सुनने का समय तक नहीं है। आज के बंद को समर्थन करना किसान के हक की मांग का समर्थन करना है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील(Rajaram Mile) समेत अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि यह आंदोलन किसानों की मांगों के लिए नहीं, बल्कि देश हित और आम जनता के हितों से जुड़ा हुआ हैं। संयुक्त किसान मजदूर जन मोर्चा(United Kisan Mazdoor Jan Morcha) की ओर से आरोप लगाए गए है कि देश के अन्नदाता किसान 10 माह से दिल्ली के चारों ओर सभी तरह की मुसीबतों को झेलते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे है और सरकार कुछ सुन तक नहीं रही। किसान आंदोलन करते हुए अब तक 625 से ज्यादा अपनी शहादत दे चुके हैं। इसलिए अब सरकार को जगाने और अपनी एकता की ताकत दिखाने के लिए भारत बन्द किया जा रहा है। भारत बंद को अखिल भारतीय किसान सभा(All India Kisan Sabha) के संयुक्त सचिव डॉ.संजय माधव, डॉ. सी.बी.यादव, किसान आर्मी किसान एकता मिशन(Kisan Army Kisan Ekta Mission) के अध्यक्ष डॉ.सौरभ राठौड़, समग्र सेवा संघ के सवाई सिंह ने भी समर्थन दिया। वहीं भारतीय किसान यूनियन(Indian Farmer's Union) के प्रदेश महासचिव के.सी.घुमरिया, एटक के प्रदेश महासचिव कुणाल रावत, समाजवादी किसान मोर्चा(Samajwadi Kisan Morcha) के शैलेन्द्र अवस्थी, एनएफआईडब्ल्यू से सुनीता चतुर्वेदी, राजस्थान किसान सभा के रमेश शर्मा, किसान यूनियन के चैनाराम चौधरी समेत किसान मजदूर जन आंदोलन की अगुवाई करने वाले नेताओं का इस बन्द को समर्थन है।
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