Shashi Tharoor and Sunanda Pushkar... !: कांग्रेस सांसद शशि थरूर को दिल्ली कोर्ट से राहत, पत्नी सुनंदा पुष्कर मौत मामले में कोर्ट ने किया बरी

कांग्रेस सांसद शशि थरूर को 7 साल बाद कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सांसद थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू स्पेशल कोर्ट ने बुधवार को उन्हें बरी कर दिया।  जुलाई 2014 में दिल्ली के एक होटल में सुनंदा पुष्कर की लाश मिली थी।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर को दिल्ली कोर्ट से राहत, पत्नी सुनंदा पुष्कर मौत मामले में कोर्ट ने किया बरी

नई दिल्ली, एजेंसी। 
कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) को 7 साल बाद कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सांसद थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर(Sunanda Pushkar) की मौत मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू स्पेशल कोर्ट ने बुधवार को उन्हें बरी कर दिया।  जुलाई 2014 में दिल्ली के एक होटल में सुनंदा पुष्कर की लाश मिली थी। आपको बता दें कि सुनंदा पुष्कर की मौत के बाद उनके पति शशि थरूर पर उनका मानसिक उत्पीडऩ (Mental Harassment) करने और आत्महत्या(Suicide) के लिए उकसाने का आरोप लगा था। वहीं दूसरी ओर बुधवार को फैसला आने के बाद शशि थरूर ने कोर्ट का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मैं पिछले 7 साल से दर्द और यातनाएं झेल रहा था।
जानकारी के मुताबिक स्पेशल जज गीतांजलि गोयल(Geetanjali Goyal) ने सुनंदा पुष्कर केस का फैसला सुनाते हुए इसे रद्द कर दिया। शशि थरूर की ओर से एडवोकेट विकास पहवा(Vikas Pahwa) कोर्ट में हाजिर हुए थे। वहीं  राज्य सरकार की तरफ से एडिशन पब्लिक प्रॉसिक्यूटर अतुल श्रीवास्तव भी मौजूद थे। आज इस प्रकरण की कार्रवाई वर्चुअली (ऑनलाइन) की गई। इसमें शशि थरूर भी उपस्थित हुए। इस केस में कोर्ट ने 12 अपे्रल को अपना फैसला रिजर्व कर लिया था, जो आज सुनाया गया। 
मैं शुरू से कह रहा था आरोप बेबुनियाद: शशि
कोर्ट से पत्नी की मौत मामले में बरी होने के बाद शशि थरूर ने  कहा कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने मेरे खिलाफ जो केस दर्ज किया था, उससे बरी करने के लिए कोर्ट का आभार। स्पेशल तौर पर जज गीतांजलि गोयल को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं पहले से कहता आया हूं कि आरोप बेबुनियाद हैं। सुनंदा पुष्कर(Sunanda Pushkar ) की मौत के बाद मेरे खिलाफ केस दर्ज होना एक बुरे सपने की तरह था, जो आज बीत गया है। शशि थरूर ने कहा कि मुझ पर कई आरोप लगे, मीडिया में बुरा-भला कहा गया, लेकिन न्यायपालिका (Judiciary)पर भरोसा बनाए रखा और आज इसी न्यायपालिका के विश्वास की बदौलत बरी हुआ। न्याय की जीत होने के बाद उम्मीद है कि मैं और मेरा परिवार सुनंदा पुष्कर की यादों के साथ शांति से जीवन गुजार सकेंगे। मैं अपने वकील विकास पहवा और गौरव गुप्ता को भी बहुत बहुत धन्यवाद कहना चाहता हूं। 
17  जुलाई2014 को मिली थी सुनंदा की लाश 
गौरतलब है कि सुनंदा पुष्कर (Sunanda Pushkar )की लाश 17 जुलाई 2014 को दिल्ली की फाइव स्टार होटल में मिली थी। दिल्ली पुलिस ने लंबी जांच पड़ताल के बाद सुनंदा पुष्कर केस में उनके पति शशि थरूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इसमें आत्म हत्या के लिए उकसाने के अलावा महिला के साथ क्रूरता करने के आरोप लगाए गए। वहीं सुनंदा पुष्कर की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट(post mortem report) में सुनंदा के चेहरे और हाथों पर 10 से ज्यादा खरोंच के निशान मिले थे। हालांकि, उन्हें जानलेवा नहीं कहा जा सकता। रिपोर्ट के मुताबिक सुनंदा की मौत प्राकृतिक नहीं थी। सुनंदा की मौत की प्रमुख वजह डिप्रेशन(depression) की दवा अल्प्राजोलम का ओवरडोज हो सकती है। पुलिस को सुनंदा पुष्कर के रूम से अल्प्राजोलम की दो खाली स्ट्रिप्स मिली थी। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्होंने करीब 27 गोली खाई थी। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि सुनंदा पुष्कर की मौत शाम 4 बजे से 7 बजे दौरान हुई। 

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