Amarnath Cloudburst: अमरनाथ में बरपा कहर! राजस्थान के रिटार्यट पुलिस अधिकारी समेत दो की मौत, कई लापता
अमरनाथ यात्रा के दौरान आई इस आपदा में राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रिटायर्ड यातायात थाना प्रभारी सुशील खत्री और उनकी बेटी की सास सुनीता वधवा की भी मौत हो गई है। इसके अलावा राजस्थान के कई और लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं।
जयपुर | Amarnath Cloudburst: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ में हुई बादल फटने की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। जिस वक्त अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा वहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। बादल फटते ही पानी की सैलाब अपने साथ पत्थरों का मलबा लिए श्रद्धालुओं के तंबुओं की ओर बढ़ता गया और तंबुओं को नहस-नहस करता हुआ आगे निकल गया। जिससे तंबुओं रूके श्रद्धालु खुद को बचा नहीं पाए और आपदा का शिकार हो गए। इस आपदा में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें राजस्थान के भी 2 श्रद्धालु शामिल हैं।
रिटार्यट पुलिस अधिकारी समेत दो की मौत
अमरनाथ यात्रा के दौरान आई इस आपदा में राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रिटायर्ड यातायात थाना प्रभारी सुशील खत्री और उनकी बेटी की सास सुनीता वधवा की भी मौत हो गई है। इसके अलावा राजस्थान के कई और लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं।
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परिवार समेत अमरनाथ यात्रा पर गए थे खत्री
रिटायर्ड यातायात थाना प्रभारी सुशील खत्री अपने समधी मोहनलाल वधवा, समधन सुनीता रानी वधवा समेत परिवार के कई और लोगों के साथ अमरनाथ यात्रा पर गए थे। इस परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित बताए जा रहे हैं। वहीं, वधवा श्रीगंगानगर न्यू क्लॉथ मार्केट के अध्यक्ष रह चुके हैं। इस आपदा में वधवा समेत कई लोगों के बारे में अभी भी सूचना नहीं मिली है।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: आज सुबह करीब 4 बजे डोडा गुंटी वन में बादल फटने से ठठरी के ठठरी कस्बे में बाढ़ आई। किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है। बादल फटने से कई वाहन मिट्टी में धंसे और हाईवे भी बंद हुए जिसको खोलने का कार्य किया जा रहा है। pic.twitter.com/lU8bRv3fLt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 9, 2022
केदारनाथ त्रासदी की यादें हुई ताजा
बाबा बर्फानी के धाम अमरनाथ में आई इस आपदा के बाद जून 2013 में केदारनाथ में हुई त्रासदी की यादें ताजा हो गई। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम में भी इसी तरह का विनाशकारी मंजर सामने आया था। जिसमें पानी के सैलाब के साथ आए मलबे में हजारों लोग दब गए थे जिनकी महीनों तक तलाश जारी रही थी। इस त्रासदी में भी राजस्थान के कई लोगों की जान चली गई थी। अमरनाथ में भी इसी तरह से पानी के सैलाब के साथ मलबा आया और श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए टेंटों को अपने साथ बहा ले गया। ऐसे में मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है।
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