इजराइल झगड़े में समझौते के संकेत: इजराइल और हमास के बीच झगड़े में 47 बच्चों सहित 183 बेकसूर लोगों की मौत, अब सीजफायर पर समझौते के संकेत
इजराइल और हमास के बीच पिछले 7 दिनों से जारी जंग में रविवार शाम तक 183 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 47 बच्चे शामिल हैं। मरने वालों में 10 इजराइली और बाकी 174 फिलिस्तीनी हैं। इस जंग में अब तक 1200 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इजराइल के अधिकारियों ने सीजफायर पर समझौता होने के संकेत दिए हैं।
नई दिल्ली।
इजराइल (Israel) और हमास (Hamas ) के बीच पिछले 7 दिनों से जारी जंग में रविवार शाम तक 183 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 47 बच्चे शामिल हैं। मरने वालों में 10 इजराइली और बाकी 174 फिलिस्तीनी हैं। इस जंग में अब तक 1200 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। हमास इजराइल के शहरों पर अब तक 2500 से ज्यादा रॉकेट फायर कर चुका है। इसके जवाब में इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) गाजा पट्टी पर 700 से ज्यादा एयरस्ट्राइक कर चुकी है। शनिवार को IDF ने एयरस्ट्राइक करके हमास के चीफ याहया सिनवार के घर को तबाह कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) में शुक्रवार को इजराइल के समर्थन में बयान दे दिया था। उन्होंने कहा था कि इजराइल को अपने नागरिकों की रक्षा करने का अधिकार है। इस बयान के बाद उनकी अपनी डेमोक्रेट पार्टी के नेताओं ने ही उन पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे। दबाव बढ़ने के बाद उन्होंने शनिवार को फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास (Mahmoud Abbas) और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) से बात की। जनवरी में राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद बाइडेन और अब्बास के बीच यह पहली बातचीत है। इसके बाद रविवार को इजराइल के अधिकारियों ने सीजफायर पर समझौता होने के संकेत दिए हैं।
शनिवार रात को भी फिलिस्तीन ने दागे 55 रॉकेट
शनिवार रात फिलिस्तीन (Palestine) के गाजा पट्टी से इजराइल पर 55 रॉकेट दागे गए। जवाबी कार्रवाई में रविवार सुबह IDF ने गाजा पट्टी पर एयरस्ट्राइक कर हमास चीफ याहया सिनवार के साथ उसके भाई मोहम्मद सिनवार का घर पर भी तबाह कर दिया। IDF का आरोप है कि मोहम्मद हमास में भर्ती के लिए लोगों को तैयार करता था। दोनों के घरों का इस्तेमाल हमास के कमांडर्स को छिपाने के लिए भी किया जाता था। IDF ने बयान जारी कर बताया कि इजराइल के अश्दोद, बेर्शेबा, तेल अवीव और अश्केलान शहर में गाजा पट्टी से रॉकेट दागे गए। हालांकि, ज्यादातर को आयरन डोम की मदद से हवा में ही नष्ट कर दिया गया। इजराइल में एंबुलेंस सर्विस देने वाले डेविड एडम ने बताया कि शनिवार के रॉकेट हमले में 10 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है।
रविवार को भारतीय महिला का शव पहुंचा केरल
हमास के रॉकेट हमले में मारी गईं भारतीय महिला सौम्या संतोष (Soumya Santosh) (32) का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गृह नगर केरल (Kerala) के इडुक्की पहुंचा। यहां क्रिश्चियन रीतिरिवाज के साथ उन्हें दोपहर 3.45 बजे दफनाया गया। इस दौरान इजराइल के राजनायिक जोनाथन जदका (jonathan zadka) भी मौजूद रहे। सौम्या के फ्यूनरल में नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। इससे पहले इजराइल ने सौम्या संतोष के परिवार का खर्च उठाने का फैसला किया था। भारत में इजराइल की उप उच्चायुक्त रॉनी येदिदिया (Ronnie Yedidiya) ने बताया था कि सौम्या के परिवार को इजराइल की तरफ से मुआवजा तो दिया ही जाएगा। इसके साथ ही उनका खर्च भी इजराइल उठाएगा। केरल के इडुक्की जिले की सौम्या संतोष (32) हमास के मिसाइल अटैक में मारी गईं थीं। सौम्या अश्केलान शहर में 80 साल की एक बुजुर्ग महिला की देखभाल का काम करती थीं। सौम्या पिछले 7 सालों से इजराइल में रह रही थीं। उनका 9 साल का एक बेटा है, जो पति के पास इडुक्की में रहता है। हमले के समय सौम्या अपने पति से वीडियो कॉल पर बात कर रही थीं।
दोनों ओर से हमले जारी
न्यूज एजेंसी स्पुतनिक ने सूत्रों के मुताबिक शनिवार को इजराइल की एयरफोर्स की तरफ से गाजा पट्टी के खान यूनिस, पूर्वी इलाके और रफाह शहर में लगातार रॉकेट से हमले किए गए। इसी एयरस्ट्राइक के बीच पावर सप्लाई काट दी गई। वहीं, हमास के कासम ब्रिगेड ने बताया कि उसने अवासीय बिल्डिंग नष्ट होने के जवाब में इजराइल के अशकलोन, अशदोद और बेर्शेबा की ओर रॉकेट दागे। शनिवार को इजराइल एयरफोर्स की तरफ से गाजा में एक अवासीय बिल्डिंग को निशाना बनाया गया। इजराइल की सेना का कहना है कि इस बिल्डिंग में हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का दफ्तर संचालित हो रहा था, जिसे तबाह कर दिया गया। इसी बिल्डिंग में इंटरनेशनल मीडिया अल जजीरा और एसोसिएट प्रेस के दफ्तर भी थे, वे भी पूरी तरह तबाह हो गए। वहीं, न्यूयॉर्क के ब्रुकलीन में फिलिस्तीन के समर्थन में लोगों ने मार्च निकाला। मार्च में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा। लोग अपने हाथों में फिलिस्तीन के झंडे और बैनर लेकर सड़कों पर उतरे। यह सभी आजाद फिलिस्तीन की मांग कर रहे थे। इसमें फ्री फिलिस्तीन, फिलिस्तीन लाइफ मैटर, ह्यूमन राइट फॉर फिलिस्तीन जैसे नारे लिखे थे। यह मार्च शांतिपूर्ण था।
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